चंडीगढ़/नई दिल्ली: हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने शनिवार और रविवार को दुकानों और सभी कार्यालयों को बंद रखने के फैसले के बीच शराब के ठेकों के खुले रहने को लेकर हैरानी जताई है. कुमारी शैलजा ने कहा कि एक तरफ सरकार व्यापारियों और दुकानदारों का रोजगार चौपट करवा कर रही है, वहीं दूसरी ओर शराब के ठेके खोलने की अनुमति देना इस सरकार के दोहरे चरित्र को उजागर करता है.
कुमारी सैलजा ने कहा कि हरियाणा सरकार कोरोना संक्रमण पर काबू पाने में पूरी तरह से नाकाम रही है. इतना समय बीतने के बाद जब कोरोना प्रदेश में अपने पांव पसार चुका है, अब सरकार को दोबारा शनिवार और रविवार को प्रदेश में दुकानों और कार्यालयों को बंद रखने का फैसला लेना पड़ रहा है.
'प्रदेश सरकार को शराब बिक्री की चिंता सता रही है'
सैलजा ने कहा कि सरकार द्वारा दुकानें और कार्यालय बंद रखने के फैसले के बीच प्रदेश में शराब के ठेके खुले रहना हैरान करने वाला है. कुमारी सैलजा ने कहा कि कोरोना महामारी की शुरुआत से ही प्रदेश सरकार को शराब बिक्री की चिंता सता रही है. शराब कैसे आवश्यक वस्तु की श्रेणी में आ सकती है. हमने पहले भी देखा कि किस तरह से शराब के ठेकों पर लॉकडाउन के बीच भी भारी भीड़ उमड़ी थी.
कुमारी सैलजा ने कहा कि अभी कुछ महीने पहले ही लॉकडाउन के बीच प्रदेश में शराब घोटाले को अंजाम दिया गया था. जिसमें बड़े-बड़े सफेदपोश और अधिकारियों की संलिप्तता सामने आई. वहीं अब सरकार द्वारा इस नए फैसले में शराब के ठेकों को खोलने की इजाजत देना, बड़े सवाल खड़े कर रहा है.
शनिवार और रविवार को हरियाणा में दफ्तर और दुकानें रहेंगी बंद
गौरतलब है कि कोरोना के बढ़ते मरीजों को देखते हुए हरियाणा सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. हर शनिवार और रविवार को प्रदेश की सभी दुकानें और दफ्तर बंद रहेंगे. इसके साथ ही सरकार ने कुछ जरूरी चीजों की दुकानों को इससे बाहर रखा है.
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