चंडीगढ़: तंबाकू के सेवन की वजह से हर साल देश में लाखों लोगों की मौत हो रही है. इससे कैंसर के मरीजों की तादाद भी तेजी से बढ़ रही है. इसके बावजूद लोग लगातार तंबाकू का सेवन कर रहे हैं. देश में तंबाकू को लेकर क्या स्थिति है? इसको लेकर हमने चंडीगढ़ पीजीआई के स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के प्रोफेसर सोनू गोयल से खास बातचीत की. प्रोफेसर सोनू गोयल ने बताया कि देश में इस समय करीब 28% यानी करीब 26 करोड़ लोग तंबाकू का सेवन कर रहे हैं.
उन्होंने बताया कि साल 2010 में हुए सर्वे के अनुसार देश में करीब 34% लोग तंबाकू का सेवन कर रहे थे, लेकिन साल 2016 में हुए सर्वे अगर तुलना की जाए तो इसमें 6 फीसदी की कमी हुई है, लेकिन अभी भी संख्या बहुत बड़ी है. बच्चों में तंबाकू की लत की जांच करने के लिए ग्लोबल यूथ तंबाकू सर्वे करवाया जाता है. जिसकी रिपोर्ट कुछ दिन पहले ही आई है. इस रिपोर्ट को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने हाल ही में जारी किया है. इस रिपोर्ट के अनुसार देश में करीब 8% बच्चे ऐसे हैं जो तंबाकू का सेवन कर रहे हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक देश में 7% बच्चे धूम्रपान करते हैं और 11% बच्चे ऐसे हैं जो दूसरे लोगों द्वारा किए गए धूम्रपान से प्रभावित हो रहे हैं. डॉक्टर सोनू गोयल ने बताया कि तंबाकू का सेवन करने वाले लोगों में से 50 फीसदी लोगों की मौत हो जाती है. इसके बावजूद ये हर जगह बिक रहा है. जितने भी तरह के कैंसर होते हैं. उनमें से ज्यादातर मामलों में तंबाकू की भूमिका रहती है. डॉक्टर के मुताबिक हर साल करीब 8 लाख लोगों की तंबाकू से मौत होती हैं.
तंबाकू से फेफड़ों का कैंसर, मुंह का कैंसर ज्यादा होता है. मुंह के कैंसर से पीड़ित मरीजों में 85% मामले तंबाकू के सेवन की वजह से आते हैं. प्रोफेसर सोनू ने कहा कि तंबाकू किसी भी तरीके से लिया जाए वो समान रूप से हानिकारक है. कई लोग ये मानते हैं कि अगर तबाकू को हुक्के में डालकर पिया जाए तो ये कम हानिकारक होता है, क्योंकि धूआं पानी में से निकल कर आता है, लेकिन ये बात सच नहीं है. सच ये है कि हुक्के का एक कश 20 सिगरेट के बराबर है.
दुर्भाग्य की बात ये है कि शहरों में हुक्का का चलन तेजी से बढ़ रहा है. युवा क्लबों में जाते हैं और हुक्का पीते हैं. युवाओं को अलग-अलग फ्लेवर के नाम पर हुक्का जैसा जहर दिया जा रहा है. अगर कोई व्यक्ति तंबाकू की लत छोड़ना चाहता है तो इसके लिए डॉक्टर सोनू गोयल ने कई तरीके बताएस, उन्होंने कहा कि इसका सबसे पहला कदम है दृढ़ निश्चय. अगर कोई इंसान तंबाकू छोड़ना चाहता है तो उसे इसके लिए दृढ़ निश्चय करना पड़ेगा. उसके परिवार और दोस्तों को भी इसमें सहयोग देना चाहिए. इसमें भी तीन तरीके हैं
पहला है डिले टाइम- अगर व्यक्ति एक दिन में एक बार एक सिगरेट पीता है, तो उसे इसके टाइम को बढ़ा देना चाहिए. यानी 2 दिन में एक सिगरेट पीना, या फिर 3 दिन में एक सिगरेट और ऐसे करके सिगरेट पीना छोड़ दे.
दूसरा है डायवर्ट- अगर व्यक्ति का तंबाकू के सेवन का मन करता है तो उसे अपने ध्यान को किसी और चीज में लगाना चाहिए. जैसे वो योगा या एक्साइज कर सकता है. घर के अन्य कामों में ध्यान लगा सकता है. इसके अलावा घर में सिगरेट, तंबाकू, लाइटर या एस्ट्रे जैसी चीजें नहीं होनी चाहिए.
तीसरा है ड्रिंक वाटर एंड डू योगा- इस तरह की लत छोड़ने में योगा का बहुत महत्वपूर्ण हाथ होता है. इससे स्वास्थ्य लाभ होता है इसलिए लोगों को नियमित तौर पर योगा करना चाहिए. इससे लोग अपना ध्यान एकाग्र कर सकते हैं और तंबाकू से दूर रह सकते हैं. लोगों को ज्यादा से ज्यादा पानी पीना चाहिए. इससे तंबाकू की तलब कम होती है.
सरकार ने कई वेबसाइट भी इसके लिए बनाई है. जहां पर रजिस्ट्रेशन करने के बाद वहां से खुद ही आपके पास फोन कॉल आनी शुरू हो जाएंगी. जो आपको तंबाकू की लत छुड़ाने में मदद करेंगे.