चंडीगढ़: कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं जिस वजह से ऑक्सीजन की मांग भी बढ़ी है. देशभर के चर्चित अस्पतालों में भी ऑक्सीजन की कमी देखी जा रही है. बेहतर अस्पतालों में दिल्ली एम्स के बाद चंडीगढ़ पीजीआई का नंबर आता है. यहां पर कोरोना के बहुत से मरीज भर्ती हैं, जिस वजह से यहां पर भी ऑक्सीजन की खपत काफी ज्यादा है, लेकिन यहां पर ऑक्सीजन की आपूर्ति कितनी है, कैसे व्यवस्था की जा रही है इस बारे में ईटीवी भारत की टीम ने पीजीआई के डीन एकेडमिक डॉक्टर जीडी पुरी से बात की.
चंडीगढ़ पीजीआई में लगातार सप्लाई हो रही है ऑक्सीजन
डॉक्टर जीडी पुरी ने बताया चंडीगढ़ पीजीआई ऑक्सीजन की आपूर्ति लगातार हो रही है. यहां पर उत्तराखंड से ऑक्सीजन लाई जाती है. चंडीगढ़ पीजीआई में लिक्विड ऑक्सीजन के लिए चार टैंक लगाए गए हैं, जिनमें हमेशा 2 दिन के लिए रिजर्व ऑक्सीजन रहती है. ऑक्सीजन की मात्रा को कम नहीं होने दिया जाता.
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ऑक्सीजन बचाने के लिए समान्य सर्जरी हुई बंद
डॉक्टर जीडी पुरी ने कहा कि कोविड की वजह से यहां पर भी ऑक्सीजन की खपत बढ़ी है. इसलिए ऑक्सीजन को बचाया जा रहा है ताकि उसका इस्तेमाल कोरोना के मरीजों के लिए किया जा सके. पीजीआई में आपातकालीन सर्जरी को छोड़कर बाकी सभी सर्जरी बंद कर दी गई है, ताकि सर्जरी में खर्च होने वाली ऑक्सीजन को बचाया जा सके.
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ऑक्सीजन टैंक बढ़ाएगी पीजीआई
इसके अलावा यहां ऑक्सीजन टैंकों की संख्या बढ़ाने का फैसला भी किया गया है, ताकि पीजीआई में 2 की जगह 3 या 4 दिन की ऑक्सीजन टैंक को रिजर्व करके रखा जा सके, क्योंकि आने वाले दिनों में स्थितियां और बिगड़ती है तब ऑक्सीजन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध रहे.