ETV Bharat / state

बीजेपी नेता ने जताई सैलजा पर हमले की आशंका, सुरक्षा के लिए सीएम से लगाई गुहार - attack on Kumari Selja

बीजेपी नेता जवाहर यादव ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल को पत्र लिखकर जवाहर यादव ने कुमारी सैलजा को सुरक्षा देने की मांग की है.

कुमारी सैलजा
author img

By

Published : Sep 6, 2019, 2:54 PM IST

चंडीगढ: बीजेपी नेता जवाहर यादव ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुमारी सैलजा पर हमले की आशंका जताई है. मुख्यमंत्री मनोहर लाल को पत्र लिखकर जवाहर यादव ने कुमारी सैलजा को सुरक्षा देने की मांग की है.

पत्र में जवाहर यादव ने लिखा कि पहले भी पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर पर हमला हुआ था. ये हमला पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा के इशारे पर हुआ था. पुराने अनुभव को देखते हुए जवाहर यादव ने कुमारी सैलजा को सुरक्षा देने की मांग की.

attack on Kumari Selja
बीजेपी नेता जवाहर यादव के पत्र की कॉपी.

चंडीगढ: बीजेपी नेता जवाहर यादव ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुमारी सैलजा पर हमले की आशंका जताई है. मुख्यमंत्री मनोहर लाल को पत्र लिखकर जवाहर यादव ने कुमारी सैलजा को सुरक्षा देने की मांग की है.

पत्र में जवाहर यादव ने लिखा कि पहले भी पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर पर हमला हुआ था. ये हमला पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा के इशारे पर हुआ था. पुराने अनुभव को देखते हुए जवाहर यादव ने कुमारी सैलजा को सुरक्षा देने की मांग की.

attack on Kumari Selja
बीजेपी नेता जवाहर यादव के पत्र की कॉपी.
Intro:पंजाब यूनिवर्सिटी में शुक्रवार को छात्रसंघ चुनाव किए जा रहे हैं इन चुनावों में कई स्थानीय पार्टियों के साथ साथ एबीवीपी एनएसयूआई और एसएफएस बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है।


Body:हमने चुनाव को लेकर पंजाब यूनिवर्सिटी के छात्रों से बात की जिनका कहना था कि इन चुनावों में सबसे खास बात यह है कि अभी तक के चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से आयोजित हो रहे हैं। प्रशासन की ओर से सुरक्षा के अच्छे बंदोबस्त किए गए हैं जिस वजह से यूनिवर्सिटी में कोई भी अप्रिय घटना नहीं घटी है। इसके अलावा अगर मुद्दों की बात की जाए तो छात्रों का कहना था कि छात्रों के मुद्दे बहुत बड़े नहीं होते हैं। उनके छोटे-छोटे मुद्दे होते हैं। जो फीस , क्लासरूम और हॉस्टल से जुड़े होते हैं। जो पार्टियां इन्हीं मुद्दों को आधार बनाकर चुनाव में उतरी है। छात्र जरूर उन्हें वोट देंगे. लेकिन पिछली बार कई पार्टियों ने स्थानीय मुद्दों को छोड़कर दूसरे मुद्दों को ज्यादा उठाने का काम किया था उन पार्टियों को छात्रों का साथ मिलना मुश्किल है।
आपको बता दें कि पिछले चुनावों में एसएफएस की उम्मीदवार कनुप्रिया छात्र संघ का चुनाव जीतकर अध्यक्षा बनी थी मगर एसएफएस पिछले साल कई बयानों को लेकर विवादों में रही चाहेगा है स्वतंत्रता दिवस को काला दिवस के रूप में मनाना हो धारा 370 का विरोध करना हो, भारतीय सेना के विरोध में नारे लगाने हो या खालिस्तान की मांग का मुद्दा हो इन सब मुद्दों को लेकर ऐसा और उसकी अध्यक्षा कनुप्रिया काफी विवादों में रही सातों कहना है कि इन मुद्दों की वजह से कुछ छात्र उनके साथ जुड़ गए हैं जबकि कुछ नाराजगी के चलते उनसे अलग हो गए हैं अब देखना यह होगा कि एसएफएस पिछले साल की तरह अपना विजय अभियान जारी रखती है या इन विवादों की वजह से कोई दूसरी पार्टी बाजी मार ले जाएगी।

walk through


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.