चंडीगढ़: कोरोना और लॉकडाउन के चलते पूरी दुनिया में आर्थिक मंदी बढ़ती जा रही है. जिसका असर भारत में भी देखा जा रहा है, लेकिन भारतीयों को इस आर्थिक मंदी से घबराने की जरूरत नहीं है. जीबीपी ग्रुप के मार्केटिंग एंड सेल्स डायरेक्टर अनुपम गुप्ता ने बताया कि भारत जल्द ही इस आर्थिक मंदी से बाहर निकल जाएगा. भारत की इस साल की जीडीपी 1.9 रहने की संभावना है. लेकिन विश्व बैंक के अनुसार भारत अगले साल 7% से ऊपर की जीडीपी हासिल कर लेगा. अनुपम गुप्ता वित्तीय मामलों के जानकार हैं.
'कोरोना के खत्म होते ही मिलेगी अर्थव्यवस्था को रफ्तार'
अनुपम गुप्ता ने बताया कि लगभग 40 दिन से अधिक का लाॅकडाउन हो चुका है. जिसकी वजह से टैक्सटाइल, होटल, फार्मा, रियल एस्टेट जैसी तमाम इंडस्ट्री का काम रुक चुका है. कोविड-19 आने वाले कुछ महीनों में खत्म होगा. उसके बाद भारत की अर्थव्यवथा को दोबारा रफ्तार मिलेगी, क्योंकि 130 करोड़ जनसंख्या वाला देश भारत अर्थव्यवथा को मजबूती प्रदान करने में अपनी जिम्मेदारी निभाएगा.
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'चीन से भारत आएंगी कई सौ कंपनी'
उनका कहना है कि एशियाई, यूरोपीय और गल्फ के देशों ने भारत पर अपना भरोसा जताया है. साथ ही चीन डगमगाती अर्थव्यवथा से जूझ रहा है. चाइना में करीब 1000 से अधिक बाहर की कंपनियां हैं, जिसमें से करीब 300 कंपनियां भारत की तरफ आने का संकेत दे चुकी हैं. ऐसे में इन कंपनियों के आगमन से निश्चित तौर पर रियल सेक्टर के लिए काफी तेजी आएगी. इन कंपनियों के आगमन से इंफ्रस्ट्रक्चर के साथ लाखों लोगों के आने से रियल सेक्टर को काफी मजबूती मिलेगी. जो भारत में आने वाले सालों में 10 से 20 प्रतिशत की इकोनाॅमिक ग्रोेथ देगी.
वहीं, टीयर 1 में इंडस्टी ग्रोथ के साथ टीयर 2 और टीयर 3 शहरों में घरों, कमर्षियल, माॅल, टोल प्लाजा, होटल आदि में तेजी से विकास होगा. इसी तरह चंडगढ़ की बात करें तो हर साल 1 लाख से 1.5 लाख लोग आते हैं. इसमें करीब 30 से 40 लाख लोग घर खरीदते हैं. कोविड 19 के खत्म होने के बाद रियल एस्टेट में तेजी आ जाएगी.
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