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गृह मंत्री अमित शाह बोले- पंजाब में ड्रग्स की समस्या ज्यादा, 21 राज्यों में हुआ एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स का गठन - पंजाब में ड्रग्स की समस्या

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने शनिवार को चंडीगढ़ में नशीली दवाओं की तस्करी और राष्ट्रीय सुरक्षा पर राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित किया. कार्यक्रम में हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और पंजाब के मुख्यमंत्री, चंडीगढ़ के प्रशासक, BSF, NIA व NCB के अधिकारियों के साथ ही राज्यों के एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स प्रमुख और NCORD सदस्य भी उपस्थित थे.

Narcotics Control Bureau
गृह मंत्री अमित शाह बोले- पंजाब में ड्रग्स की समस्या ज्यादा, 21 राज्यों में हुआ एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स का गठन
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Published : Jul 31, 2022, 10:53 AM IST

चंडीगढ़: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शनिवार को एक दिवसीय दौरे पर चंडीगढ़ पहुंचे. डिजिटल माध्यम से उनकी मौजूदगी में देश के चार स्थानों पर 30,000 किलोग्राम से अधिक मादक पदार्थ नष्ट किए गए. इसके बाद गृहमंत्री ने चंडीगढ़ में ‘नशीली दवाओं की तस्करी और राष्ट्रीय सुरक्षा' पर राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित किया. इस दौरान शाह ने कहा कि ड्रग्स की तस्करी और प्रसार किसी भी समाज के लिए बहुत घातक होता है. ड्रग्स तस्करी के बाद जब उसका प्रसार समाज में होता है तो वो दीमक की तरह देश और समाज की जड़ों को खोखला करने का काम करता है.

केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि पंजाब में ड्रग्स की समस्या ज्यादा (Drug problem in Punjab) है. क्योंकि यह एक बॉर्डर का स्टेट है. इसलिए यहां प्रयास भी ज्यादा करना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि अमृतसर में भी एक फॉरेंसिक लैब बनाएंगे. इसके अलावा एनसीबी का एक छोटा सेंटर भी खोलेंगे जो ट्रेनिंग उपलब्ध करवाएगा. शाह ने कहा कि भारत सरकार ड्रग्स के खिलाफ लड़ाई में पंजाब के साथ खड़ी है. हम जानते हैं कि पंजाब के युवाओं को नशे से बाहर निकालना है. शाह ने कहा कि वे आश्वासन देते हैं कि पंजाब की नशे के खिलाफ जो लड़ाई है उसको भारत सरकार मजबूत सहयोग करेगी.

गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि ड्रग्स के खिलाफ लड़ाई में गृह मंत्रालय बहुआयामी अप्रोच के साथ आगे बढ़ा है. इसके लिए कई एडमिनिस्ट्रेटिव रिफॉर्म्स किए गए हैं. नई पद्धतियां भी विकसित की गई हैं. फॉरेंसिक साइंस के क्षेत्र में अत्याधुनिक लैब उपलब्ध हो इसके लिए नेश्नल फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी (National Forensic Science University) कैंपस में एक सेंटर स्थापित किया है. इसके अलावा कानून को कठोर बनाने के लिए सबके साथ चर्चाएं भी चल रही हैं.

गृह मंत्री ने कहा कि आज एन्कोर्ड पोर्टल का भी शुभारंभ हुआ (NCORD Portal) है. इस पोर्टल से देशभर की सभी एजेंसियां न केवल सूचना ले पाएंगी बल्कि यह एन्कोर्ड की बेस्ट प्रैक्टिसेज का एक्सचेंज होगा. देशभर में नारकोटिक्स के बारे में जितने भी लैंडमार्क जजमेंट आए हैं वे सभी इस पर उपलब्ध होंगे. प्रोसिक्यूशन और प्रोसिक्यूटर दोनों की ट्रेनिंग हो पाएगी. दूर दराज के पुलिस स्टेशनों तक भी आसानी से सूचना पहुंच पाएगी. उन्होंने पांचों राज्यों की पुलिस और नारकोटिक्स से संबंधित सभी एजेंसियों से इस पोर्टल के उपयोग करने का अनुरोध करते हुए कहा कि इसके उपयोग से आने वाले समय पूरे देश में एक ही तरीके से नारकोटिक्स के खिलाफ लड़ाई में मदद मिलेगी.

अमित शाह ने कहा कि राष्ट्रीय नारकोटिक्स हेल्पलाइन (National Narcotics Helpline) बनाने की आवश्यकता को देखते हुए एनसीबी ने मानस हेल्पलाइन का प्रयास शुरु किया है. आशा है कि कुछ ही दिनों में इसे जनता के सामने रख दिया जाएगा. इसके अलावा 21 राज्यों ने एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स का गठन भी (Anti Narcotics Task Force) किया है. गृह मंत्री कहा कि ड्रग्स और डार्क नेट पर लगाम लागने के लिए बहुत तेजी से काम करने की जरूरत है. डार्क वेब और क्रिप्टोकरंसी का व्यापार दोनों एक दूसरे के साथ जुड़ा हुए हैं.

गृह मंत्रालय ने हाल ही में डार्क वेब और क्रिप्टो मुद्राओं पर एक टास्क फोर्स का गठन किया है. हम प्रशिक्षण देने का भी प्रयास कर रहे हैं. मादक पदार्थों की तस्करी और क्रिप्टोकरंसी आज एक दूसरे का पर्याय बन गए हैं. हमें राज्य स्तर पर भी बहुत तेजी से इसके साथ जुड़ना पड़ेगा. बहुत सारे युवाओं और नए-नए टेक्नोलॉजी एक्सपर्ट को भी इससे जोड़ना पड़ेगा. शाह ने कहा कि नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (Narcotics Control Bureau) और नेशनल फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी के बीच एक समझौता हुआ है. इसके तहत किसी भी राज्य को मॉडर्न फॉरेंसिक लैब बनाने में नेशनल फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी और एनसीबी उन्हे पूरा गाइड करेगी. इस दिशा में एक एसओपी (SOP) भी बनाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं.

ये भी पढ़ें-अमित शाह की डिजिटल उपस्थिति में 30,000 किलोग्राम मादक पदार्थ नष्ट किए गए

चंडीगढ़: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शनिवार को एक दिवसीय दौरे पर चंडीगढ़ पहुंचे. डिजिटल माध्यम से उनकी मौजूदगी में देश के चार स्थानों पर 30,000 किलोग्राम से अधिक मादक पदार्थ नष्ट किए गए. इसके बाद गृहमंत्री ने चंडीगढ़ में ‘नशीली दवाओं की तस्करी और राष्ट्रीय सुरक्षा' पर राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित किया. इस दौरान शाह ने कहा कि ड्रग्स की तस्करी और प्रसार किसी भी समाज के लिए बहुत घातक होता है. ड्रग्स तस्करी के बाद जब उसका प्रसार समाज में होता है तो वो दीमक की तरह देश और समाज की जड़ों को खोखला करने का काम करता है.

केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि पंजाब में ड्रग्स की समस्या ज्यादा (Drug problem in Punjab) है. क्योंकि यह एक बॉर्डर का स्टेट है. इसलिए यहां प्रयास भी ज्यादा करना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि अमृतसर में भी एक फॉरेंसिक लैब बनाएंगे. इसके अलावा एनसीबी का एक छोटा सेंटर भी खोलेंगे जो ट्रेनिंग उपलब्ध करवाएगा. शाह ने कहा कि भारत सरकार ड्रग्स के खिलाफ लड़ाई में पंजाब के साथ खड़ी है. हम जानते हैं कि पंजाब के युवाओं को नशे से बाहर निकालना है. शाह ने कहा कि वे आश्वासन देते हैं कि पंजाब की नशे के खिलाफ जो लड़ाई है उसको भारत सरकार मजबूत सहयोग करेगी.

गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि ड्रग्स के खिलाफ लड़ाई में गृह मंत्रालय बहुआयामी अप्रोच के साथ आगे बढ़ा है. इसके लिए कई एडमिनिस्ट्रेटिव रिफॉर्म्स किए गए हैं. नई पद्धतियां भी विकसित की गई हैं. फॉरेंसिक साइंस के क्षेत्र में अत्याधुनिक लैब उपलब्ध हो इसके लिए नेश्नल फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी (National Forensic Science University) कैंपस में एक सेंटर स्थापित किया है. इसके अलावा कानून को कठोर बनाने के लिए सबके साथ चर्चाएं भी चल रही हैं.

गृह मंत्री ने कहा कि आज एन्कोर्ड पोर्टल का भी शुभारंभ हुआ (NCORD Portal) है. इस पोर्टल से देशभर की सभी एजेंसियां न केवल सूचना ले पाएंगी बल्कि यह एन्कोर्ड की बेस्ट प्रैक्टिसेज का एक्सचेंज होगा. देशभर में नारकोटिक्स के बारे में जितने भी लैंडमार्क जजमेंट आए हैं वे सभी इस पर उपलब्ध होंगे. प्रोसिक्यूशन और प्रोसिक्यूटर दोनों की ट्रेनिंग हो पाएगी. दूर दराज के पुलिस स्टेशनों तक भी आसानी से सूचना पहुंच पाएगी. उन्होंने पांचों राज्यों की पुलिस और नारकोटिक्स से संबंधित सभी एजेंसियों से इस पोर्टल के उपयोग करने का अनुरोध करते हुए कहा कि इसके उपयोग से आने वाले समय पूरे देश में एक ही तरीके से नारकोटिक्स के खिलाफ लड़ाई में मदद मिलेगी.

अमित शाह ने कहा कि राष्ट्रीय नारकोटिक्स हेल्पलाइन (National Narcotics Helpline) बनाने की आवश्यकता को देखते हुए एनसीबी ने मानस हेल्पलाइन का प्रयास शुरु किया है. आशा है कि कुछ ही दिनों में इसे जनता के सामने रख दिया जाएगा. इसके अलावा 21 राज्यों ने एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स का गठन भी (Anti Narcotics Task Force) किया है. गृह मंत्री कहा कि ड्रग्स और डार्क नेट पर लगाम लागने के लिए बहुत तेजी से काम करने की जरूरत है. डार्क वेब और क्रिप्टोकरंसी का व्यापार दोनों एक दूसरे के साथ जुड़ा हुए हैं.

गृह मंत्रालय ने हाल ही में डार्क वेब और क्रिप्टो मुद्राओं पर एक टास्क फोर्स का गठन किया है. हम प्रशिक्षण देने का भी प्रयास कर रहे हैं. मादक पदार्थों की तस्करी और क्रिप्टोकरंसी आज एक दूसरे का पर्याय बन गए हैं. हमें राज्य स्तर पर भी बहुत तेजी से इसके साथ जुड़ना पड़ेगा. बहुत सारे युवाओं और नए-नए टेक्नोलॉजी एक्सपर्ट को भी इससे जोड़ना पड़ेगा. शाह ने कहा कि नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (Narcotics Control Bureau) और नेशनल फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी के बीच एक समझौता हुआ है. इसके तहत किसी भी राज्य को मॉडर्न फॉरेंसिक लैब बनाने में नेशनल फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी और एनसीबी उन्हे पूरा गाइड करेगी. इस दिशा में एक एसओपी (SOP) भी बनाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं.

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