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चंडीगढ़ में 'तीसरी आंख' से बचना होगा मुश्किल, लगाए जा रहे हाईटेक सीसीटीवी कैमरे

चंडीगढ़ में हाईटेक सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं ताकि चंडीगढ़ निवासी सुरक्षित माहौल में महफूज रह सकें और गुनाहगार 'तीसरी आंख' के खौफ में किसी वारदात को अंजाम देने से पहले सौ बार सोचे.

high tech cameras to be installed in chandigarh
सावधान... CCTV की नजर में होगा चंडीगढ़ का हर कोना
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Published : Oct 22, 2020, 7:40 PM IST

Updated : Oct 22, 2020, 7:49 PM IST

चंडीगढ़: 'द सिटी ब्यूटी फुल' धीरे-धीरे स्मार्ट सिटी बन रही है. ऐसे में यहां बढ़ रहे अपराध को रोकना चंडीगढ़ प्रशासन के लिए बढ़ी चुनौती है. जिससे निपटने के लिए तकनीक का सहारा लिया जा रहा है. तकनीक के बिना किसी भी बड़े शहर में कानून व्यवस्था बनाए रखना संभव नहीं है. इस तकनीकों में सबसे आगे सीसीटीवी कैमरे आते हैं. जिनकी मदद से प्रशासन पूरे शहर पर नजर रख सकता है.

चंडीगढ़ में लगभग हर लाइट प्वाइंट और चौराहों, बाजारों पर करीब 15 हजार सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. जिनसे शहर में होने वाली हर गतिविधि पर नजर रखी जा सकती है.

चंडीगढ़ में 'तीसरी आंख' से बचना होगा मुश्किल, लगाए जा रहे हाईटेक सीसीटीवी कैमरे

'तीसरी आंख' से बचना होगा मुश्किल

नगर निगम के कमिश्नर केके यादव ने बताया कि चंडीगढ़ पुलिस और चंडीगढ़ प्रशासन सीसीटीवी कैमरों की कई तरह से मदद ले रहे हैं. इसके अलावा अब चंडीगढ़ में नए हाईटेक कैमरे भी लगाने शुरू कर दिए गए हैं, जिन्हें भारत इलेक्ट्रिकल लिमिटेड की मदद से लगाया जा रहा है. इन कैमरों की मदद से कई काम किए जा सकते हैं.

अपराधियों को आसानी से पकड़ा जा सकेगा: हाईटेक होने की वजह से अपराधियों के चेहरे इन कैमरों में कैद हो जाएंगे.

कैमरे वाहनों के नंबर प्लेट आटो रीड करेंगे: ये कैमरे इतने आधुनिक हैं कि ये हर गुजरने वाले वाहन पर नजर रखेंगे. यातायात नियमों का उल्लंघन करने पर वाहन की नंबर प्लेट कैमरे कैद करे लेंगे. जिसकी फोटो खींचकर कंट्रोल रूम भेजी जाएगी.

चोर के व्हीकल को डिटेक्ट करेंगे: यह कैमरे रात के वक्त भी वाहनों पर पूरी नजर रखते हैं इसके अलावा इन कैमरों की मदद से वाहन चालक की पहचान भी की जा सकती है.

ऑटोमैटिक चालान कटेंगे: अगर वाहन रफ्तार से चल रहा है तो ये कैमरे उसकी रफ्तार को रिकॉर्ड कर लेते हैं. जिसके बाद वाहन चालक का ऑटोमैटिक चालान काटा जाता है.

अपराधियों की पहचान होगी आसान: अगर इन कैमरों के सॉफ्टवेयर में किसी वाहन का नंबर डाला जाए तो ये तुरंत बता सकते हैं कि इस नंबर का वाहन किस जगह से कितने बजे गुजरा था और उसे कौन चला रहा था.

अब अपराधियों की खैर नहीं!

केके यादव ने बताया कि ये हाईटैक कैमरे फिलहाल पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर लगाए गए हैं. उन्होंने बताया कि अभी कुछ संवेदनशील जगहों पर इन कैमरों को लगा दिया गया है, लेकिन जल्द ही इन्हें अन्य जगहों पर भी लगा दिया जाएगा. इनके लिए चंडीगढ़ में 250 किलोमीटर लंबी ओएफसी लाइन बिछाई जाएगी. जिसके जरिए ये सभी कैमरे आपस में कनेक्ट रहेंगे.

ये भी पढ़िए: कैसे पूरा होगा हर सिर छत का सपना? 5 साल से धूल फांक रहे पीएम आवास योजना के फ्लैट

आज के दौर में जब अपराधी हाईटेक होते जा रहे हैं तो उन्हें रोकने के लिए पुलिस को भी उतने ही हाईटेक तरीकों की जरूरत पड़ रही. ना सिर्फ अपराध रोकने बल्कि एक स्मार्ट सिटी को सही ढंग से चलाने के लिए सीसीटीवी कैमरे बहुत जरूरी है. यही वजह है कि चंडीगढ़ में हाईटेक सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं ताकि चंडीगढ़ निवासी सुरक्षित माहौल में महफूज रह सकें और गुनाहगार तीसरी आंख के खौफ में किसी वारदात को अंजाम देने से पहले सौ बार सोचे.

चंडीगढ़: 'द सिटी ब्यूटी फुल' धीरे-धीरे स्मार्ट सिटी बन रही है. ऐसे में यहां बढ़ रहे अपराध को रोकना चंडीगढ़ प्रशासन के लिए बढ़ी चुनौती है. जिससे निपटने के लिए तकनीक का सहारा लिया जा रहा है. तकनीक के बिना किसी भी बड़े शहर में कानून व्यवस्था बनाए रखना संभव नहीं है. इस तकनीकों में सबसे आगे सीसीटीवी कैमरे आते हैं. जिनकी मदद से प्रशासन पूरे शहर पर नजर रख सकता है.

चंडीगढ़ में लगभग हर लाइट प्वाइंट और चौराहों, बाजारों पर करीब 15 हजार सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. जिनसे शहर में होने वाली हर गतिविधि पर नजर रखी जा सकती है.

चंडीगढ़ में 'तीसरी आंख' से बचना होगा मुश्किल, लगाए जा रहे हाईटेक सीसीटीवी कैमरे

'तीसरी आंख' से बचना होगा मुश्किल

नगर निगम के कमिश्नर केके यादव ने बताया कि चंडीगढ़ पुलिस और चंडीगढ़ प्रशासन सीसीटीवी कैमरों की कई तरह से मदद ले रहे हैं. इसके अलावा अब चंडीगढ़ में नए हाईटेक कैमरे भी लगाने शुरू कर दिए गए हैं, जिन्हें भारत इलेक्ट्रिकल लिमिटेड की मदद से लगाया जा रहा है. इन कैमरों की मदद से कई काम किए जा सकते हैं.

अपराधियों को आसानी से पकड़ा जा सकेगा: हाईटेक होने की वजह से अपराधियों के चेहरे इन कैमरों में कैद हो जाएंगे.

कैमरे वाहनों के नंबर प्लेट आटो रीड करेंगे: ये कैमरे इतने आधुनिक हैं कि ये हर गुजरने वाले वाहन पर नजर रखेंगे. यातायात नियमों का उल्लंघन करने पर वाहन की नंबर प्लेट कैमरे कैद करे लेंगे. जिसकी फोटो खींचकर कंट्रोल रूम भेजी जाएगी.

चोर के व्हीकल को डिटेक्ट करेंगे: यह कैमरे रात के वक्त भी वाहनों पर पूरी नजर रखते हैं इसके अलावा इन कैमरों की मदद से वाहन चालक की पहचान भी की जा सकती है.

ऑटोमैटिक चालान कटेंगे: अगर वाहन रफ्तार से चल रहा है तो ये कैमरे उसकी रफ्तार को रिकॉर्ड कर लेते हैं. जिसके बाद वाहन चालक का ऑटोमैटिक चालान काटा जाता है.

अपराधियों की पहचान होगी आसान: अगर इन कैमरों के सॉफ्टवेयर में किसी वाहन का नंबर डाला जाए तो ये तुरंत बता सकते हैं कि इस नंबर का वाहन किस जगह से कितने बजे गुजरा था और उसे कौन चला रहा था.

अब अपराधियों की खैर नहीं!

केके यादव ने बताया कि ये हाईटैक कैमरे फिलहाल पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर लगाए गए हैं. उन्होंने बताया कि अभी कुछ संवेदनशील जगहों पर इन कैमरों को लगा दिया गया है, लेकिन जल्द ही इन्हें अन्य जगहों पर भी लगा दिया जाएगा. इनके लिए चंडीगढ़ में 250 किलोमीटर लंबी ओएफसी लाइन बिछाई जाएगी. जिसके जरिए ये सभी कैमरे आपस में कनेक्ट रहेंगे.

ये भी पढ़िए: कैसे पूरा होगा हर सिर छत का सपना? 5 साल से धूल फांक रहे पीएम आवास योजना के फ्लैट

आज के दौर में जब अपराधी हाईटेक होते जा रहे हैं तो उन्हें रोकने के लिए पुलिस को भी उतने ही हाईटेक तरीकों की जरूरत पड़ रही. ना सिर्फ अपराध रोकने बल्कि एक स्मार्ट सिटी को सही ढंग से चलाने के लिए सीसीटीवी कैमरे बहुत जरूरी है. यही वजह है कि चंडीगढ़ में हाईटेक सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं ताकि चंडीगढ़ निवासी सुरक्षित माहौल में महफूज रह सकें और गुनाहगार तीसरी आंख के खौफ में किसी वारदात को अंजाम देने से पहले सौ बार सोचे.

Last Updated : Oct 22, 2020, 7:49 PM IST
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