चंडीगढ़: उत्तर भारत में चंडीगढ़ पीजीआई का विशेष स्थान है. दिन प्रतिदिन चंडीगढ़ पीजीआई में मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. ऐसे में इलाज कराने आने वाले मरीजों को सुविधा देने के लिए एडवांस हीमोग्राम लैब बनाई गई है. इस लैब में होने वाली खून की जांच रिपोर्ट कुछ ही घंटों में आ जायेगी जिससे मरीजों को सहूलियत होगी.
पहले खून टेस्ट की रिपोर्ट के लिए लोगों को काफी लंबे समय का इंतजार करना पड़ता था. अब लोगों के समय को कम करने के लिए पीजीआई प्रशासन ने आधुनिक मशीनों को इंस्टॉल किया है जिसमें अब रिपोर्ट उसी दिन कुछ घंटों में सकेगी. वहीं पीजीआई में खून की जांच के लिए हीमोग्राम लैब में प्लेटलेट काउंट के लिए नई मशीन काम करेगी, जो 24 घंटों के बाद दिए जाने वाले टेस्ट की रिपोर्ट को कुछ घंटों में ही मरीज के फोन पर उपलब्ध कराई जाएगी.
इससे पहले चंडीगढ़ पीजीआई में खून की (blood testing in Chandigarh PGI) जांच रिपोर्ट 15 घंटों में दी जाती थी. वहीं आधुनिक मशीन के आ जाने के बाद खून जांच की रिपोर्ट 4 से 6 घंटे में सौंपी जाएगी. मशीन से ही स्लाइड बनेगी. इसके साथ ही इस मशीन में एक ऐसा फंक्शन है जो गंभीर बीमारियों से जुड़ी जांच के सैंपल को भी डिटेक्ट कर पाएगा. इसके लिए चंडीगढ़ पीजीआई में न्यू ओपीडी (Outpatient department treatment) बिल्डिंग में एडवांस हीमोग्राम लैब का संचालन किया गया. जिसका उद्धाटन पीजीआई के निदेशक प्रो. विवेक लाल ने किया.
पीजीआई के विशेषज्ञों द्वारा इसे और बेहतर बनाने की कोशिश की जाएगी. ऐसे में ज्यादा से ज्यादा मरीजों को इसका लाभ मिले पाएगा. इस लैब में हीमोग्लोबिन, प्लेटलेट काउंट और व्हाइट ब्लड सेल काउंट के साथ-साथ डिफरेंशियल काउंट, रेटिकुलोसाइट काउंट जैसे परीक्षण होंगे. अधिक सुविधाओं वाली नई मशीनों की मदद से फ्लोरोसेंट प्लेटलेट काउंट (dengue test in chandigarh pgi) डेंगू जांच में उपयोगी, रेटिकुलोसाइट हीमोग्लोबिन सामग्री के माध्यम से एनीमिया रोगों में आयरन की कमी का शीघ्र पता लगा पाएगें. वहीं इस मशीन में कुछ ऐसा फंक्शन भी है कि जिससे वह मरीज के शरीर में होने वाले अन्य संक्रमण और रक्त कैंसर (blood cancer)का भी वह पता लगा पाएगी
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लैब में स्थापित नई मशीनों से पहले की तुलना में एक बार में ज्यादा नमूनों की जांच हो सकेगी. इससे ज्यादा मरीजों को कम समय में बेहतर सुविधा प्राप्त हो सकेगी. हेमेटोलॉजी विभाग की प्रमुख प्रो. रीना दास ने कहा कि बुनियादी परीक्षण अक्सर सबसे महत्वपूर्ण होते हैं क्योंकि वे रोगियों की सबसे बड़ी संख्या को प्रभावित करते हैं.
क्लीनिक हेमेटोलॉजी और मेडिकल ऑन्कोलॉजी विभाग के प्रमुख प्रो. पंकज मल्होत्रा ने सही समय पर सटीक रिपोर्ट की उपलब्धता पर संतोष जताते हुए कहा कि गंभीर बीमारियों में इसकी भूमिका बेहद अहम है. वहीं इस मशीन से निकलने वाले सैंपल को सीनियर डॉक्टर द्वारा हस्ताक्षर करते हुए अप्रूव किया जाएगा. ऐसे में पीजीआई की खून जांच (blood testing in Chandigarh PGI) केंद्र में लगाने वाली भीड़ को कम किया जाएगा. साथ ही लोगों को उनके खून जांच की रिपोर्ट उनके फोन पर ही उपलब्ध कराई जाएगी. जहां इस मशीन से जुड़े कंप्यूटर से ही मरीजों को मैसेज उनके फोन में मिल जाएगा. जिससे वे इन रिपोर्ट को कहीं भी दिखा सकते हैं.
फिलहाल पीजीआई हीमोग्राम लैब के टेकनिशन ने बताया कि इन मशीन से निकलने वाले टेस्ट की रिपोर्ट मरीज के खून से जुड़ी गंभीर बीमारियों का अलग से स्लाइड बनाती है. यह एक घंटे में 100 सैंपल को टेस्ट करती है. वहीं पहले पीजीआई में एक दिन में 500 से ज्यादा सैंपल नहीं लिए जाते थे. अब यहां अधिक संख्या में सैंपल कलेक्ट किया जाएगा. ऐसे मे दूर से आने वाले लोगों को 4 से 5 घंटे में टेस्ट की रिपोर्ट मिलेगी.