चंडीगढ़: हरियाणा में एक बार मौसम करवट ले सकता है. प्रदेश के कई हिस्सों में 9 से 11 अगस्त तक बारिश हो सकती है. चौधरी चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विभाग ने बारिश को लेकर पूर्वानुमान जारी किया है.
वैज्ञानिकों के मुताबिक बंगाल की खाड़ी में एक और कम दबाब का क्षेत्र बनने की संभावना से 8 अगस्त से मानसून हवाओं की फिर से मैदानी क्षेत्रों की ओर सक्रियता बढ़ने की संभावना है, जिससे 9 अगस्त से 11 अगस्त के बीच प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्रों में अच्छी बारिश हो सकती है.
चौधरी चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि जारी मौसम पूर्वानुमान के अनुसार मानसूनी हवाओं का टर्फ अब हिसार के अलावा उत्तरप्रदेश के बदायूं, गौंडा, आजमगढ़, गया, जमशेदपुर, डिगा होते हुए बंगाल की खाड़ी तक गुजर रहा है, इसके निचले और दक्षिण की तरफ शिफ्ट होने की संभावना हैं और बंगाल की खाड़ी में बनने वाले एक निम्न दबाब के क्षेत्र से मानसूनी हवाओं की सक्रियता मध्य और दक्षिण पश्चिमी भारत में ज्यादा रहने की संभावना है.
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उन्होंने कहा कि इसी कारण हरियाणा की तरफ आने वाली कमजोर मानसूनी हवाओं से 8 अगस्त तक राज्य में मौसम आमतौर पर परिवर्तनशील रहने, बीच-बीच में बादलवाई आने और तापमान में हल्की बढ़ोतरी होने की संभावना है. इस दौरान वातावरण में नमी अधिक होने और तापमान में हल्की बढ़ोतरी होने से कहीं-कहीं गरज-चमक वाले बादल बनने से कुछेक स्थानों पर हवाओं के साथ हल्की बारिश भी संभावित है.
धान की फसलों में करें आवश्यकतानुसार सिंचाई
उन्होंने किसानों को सलाह दी है कि अगले चार दिन मौसम आमतौर पर परिवर्तनशील रहने की संभावना को देखते हुए धान की फसलों में आवश्यकतानुसार सिंचाई करें. इसके अलावा बाजरा, ग्वार आदि खरीफ फसलों में निराई- गुड़ाई कर खरपतवार निकालें, नमी को संचित करें और नरमा-कपास, बाजरा आदि फसलों में आवश्यकतानुसार हल्की सिंचाई करें.