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डेंगू के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकारी अस्पतालों में फीवर कॉर्नर स्थापित किए जाएंगे- अनिल विज

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By ETV Bharat Haryana Team

Published : Aug 23, 2023, 7:49 PM IST

हरियाणा में डेंगू के बढ़ते मामलों को देखते हुए हरियाणा के गृह और स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ अहम बैठक की. अनिल विज ने बैठक के दौरान सभी अधिकारियों को डेंगू की रोकथाम करने के लिए उचित प्रावधान करने के निर्देश दिए हैं.

health minister anil Vij
हरियाणा स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज बैठक

चंडीगढ़: हरियाणा में इन दिनों डेंगू अपने पैर पसार रहा है. जिसके चलते स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है. बुधवार को स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि राज्य में बढ़ते डेंगू के मामलों को देखते हुए सरकारी अस्पतालों में फीवर कॉर्नर स्थापित किए जा रहे हैं. ताकि वेक्टर जनित बीमारियों की रोकथाम की जा सके. विज ने कहा कि बीमारियों की रोकथाम के लिए राज्य के प्रत्येक गांव और शहरी क्षेत्र में भई प्रत्येक वार्ड हेतु एक-एक फॉगिंग मशीन दी जाएगी. विज ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि राज्य में जहां-जहां भी पानी खड़ा है, वहां पर कीटनाशक और तेल का छिड़काव किया जाना चाहिए ताकि लार्वा पनप न सके.

ये भी पढ़ें: गुरुग्राम में डेंगू की दस्तक, 10 हुई एक्टिव मरीजों की संख्या, स्वास्थ्य विभाग ने करीब 3 हजार घरों को जारी किए नोटिस

बता दें कि बुधवार को स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, विकास एवं पंचायत विभाग और शहरी स्थानीय निकाय के अलावा अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ वेक्टर जनित बीमारियों के संबंध में एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे. विज ने सख्त निर्देश देते हुए कहा कि सिविल सर्जन अधिकारियों को टीम बनाकर समय-समय पर इन निजी अस्पतालों और निजी प्रयोगशालाओं को चेक करना होगा. क्योंकि यह एक नोटिफाई बीमारी है. उन्होंने कहा कि जो अस्पताल और प्रयोगशाला इन केसों की रिपोर्ट नहीं करेगी, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

स्वास्थ्य मंत्री विज ने कहा कि घरों में लार्वा पाया जाता है, तो उन्हें नोटिस और चालान भी जारी किए जाएं. विभाग के अधिकारियों ने विज को बताया कि अभी तक 65 हजार 711 घरों को नोटिस दिया जा चुका है. विज ने कहा कि राज्य में जितने भी जलाशय है उसमें गैंबुसिया मछली को छोड़ा जाए. ताकि बाहर लार्वा पनपने न दे. अधिकारियों ने बताया कि अब तक 8050 चिन्हित जलाशयों में गैंबुसिया मछली को छोड़ा गया है.

ये भी पढ़ें: हरियाणा में बाढ़ के बाद डेंगू का प्रकोप, करनाल में अब तक मिले 38 मरीज, घर में लार्वा मिलने पर स्वास्थ्य विभाग भेज रहा नोटिस

बैठक के दौरान अधिकारियों ने बताया कि राज्य में चिकनगुनिया के अब तक 43 मामले सामने आए हैं. जबकि मलेरिया के 35 मामले आए हैं. इसी प्रकार, अब तक डेंगू के 772 मामले सामने आए हैं. स्वास्थ्य मंत्री को अवगत कराया गया कि राज्य के सरकारी अस्पतालों में अब तक 23128 डेंगू के सैंपल लिए गए हैं, जिनमें से 630 पॉजिटिव पाए गए हैं. जबकि निजी अस्पतालों में 4578 सैंपल लिए गए हैं. जिनमें से 142 पॉजिटिव पाए गए.

बैठक के दौरान स्वास्थ्य मंत्री को बताया गया कि राज्य में 27 डेंगू की टेस्टिंग लैब संचालित हैं और सभी सिविल अस्पतालों, सीएचसी और पीएचसी में सैंपल लिए जा रहे हैं. मंत्री को अवगत कराया गया कि डेंगू का टेस्ट 600 रुपए में निर्धारित किया गया है. इसके अलावा, सिंगल डोनर प्लेटलेट्स की सुविधा राज्य के गुरुग्राम, करनाल, पंचकूला, रोहतक, सोनीपत, फरीदाबाद और हिसार पर मुहैया करवाई जा रही है.

बैठक में यह भी बताया गया कि सरकारी अस्पतालों में अब तक 853 बिस्तर डेंगू के मरीजों के लिए रिजर्व किए जा चुके हैं और 560 डोमेस्टिक ब्रीडिंग चेकर्स को मच्छर ब्रीडिंग को समाप्त करने के लिए तैनात किया गया है. राज्य में 5606 हैंड ऑपरेटेड और 43 व्हीकल माउंटेन फॉगिंग मशीन है, जो फॉगिंग कर रही है. बैठक में बताया गया कि हालांकि अभी तक पंजाब, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली जैसे राज्यों से हरियाणा में डेंगू के मरीजों की संख्या कम है. बैठक के दौरान विज ने रोहतक, यमुनानगर, रेवाड़ी और गुरुग्राम में बढ़ते मामलों की जानकारी भी ली और आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए.

ये भी पढ़ें: हरियाणा सरकार ने क्लर्कों के पे ग्रेड को लेकर बनाई कमेटी, 3 महीने के भीतर सरकार को सौंपेगी रिपोर्ट

चंडीगढ़: हरियाणा में इन दिनों डेंगू अपने पैर पसार रहा है. जिसके चलते स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है. बुधवार को स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि राज्य में बढ़ते डेंगू के मामलों को देखते हुए सरकारी अस्पतालों में फीवर कॉर्नर स्थापित किए जा रहे हैं. ताकि वेक्टर जनित बीमारियों की रोकथाम की जा सके. विज ने कहा कि बीमारियों की रोकथाम के लिए राज्य के प्रत्येक गांव और शहरी क्षेत्र में भई प्रत्येक वार्ड हेतु एक-एक फॉगिंग मशीन दी जाएगी. विज ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि राज्य में जहां-जहां भी पानी खड़ा है, वहां पर कीटनाशक और तेल का छिड़काव किया जाना चाहिए ताकि लार्वा पनप न सके.

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बता दें कि बुधवार को स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, विकास एवं पंचायत विभाग और शहरी स्थानीय निकाय के अलावा अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ वेक्टर जनित बीमारियों के संबंध में एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे. विज ने सख्त निर्देश देते हुए कहा कि सिविल सर्जन अधिकारियों को टीम बनाकर समय-समय पर इन निजी अस्पतालों और निजी प्रयोगशालाओं को चेक करना होगा. क्योंकि यह एक नोटिफाई बीमारी है. उन्होंने कहा कि जो अस्पताल और प्रयोगशाला इन केसों की रिपोर्ट नहीं करेगी, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

स्वास्थ्य मंत्री विज ने कहा कि घरों में लार्वा पाया जाता है, तो उन्हें नोटिस और चालान भी जारी किए जाएं. विभाग के अधिकारियों ने विज को बताया कि अभी तक 65 हजार 711 घरों को नोटिस दिया जा चुका है. विज ने कहा कि राज्य में जितने भी जलाशय है उसमें गैंबुसिया मछली को छोड़ा जाए. ताकि बाहर लार्वा पनपने न दे. अधिकारियों ने बताया कि अब तक 8050 चिन्हित जलाशयों में गैंबुसिया मछली को छोड़ा गया है.

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बैठक के दौरान अधिकारियों ने बताया कि राज्य में चिकनगुनिया के अब तक 43 मामले सामने आए हैं. जबकि मलेरिया के 35 मामले आए हैं. इसी प्रकार, अब तक डेंगू के 772 मामले सामने आए हैं. स्वास्थ्य मंत्री को अवगत कराया गया कि राज्य के सरकारी अस्पतालों में अब तक 23128 डेंगू के सैंपल लिए गए हैं, जिनमें से 630 पॉजिटिव पाए गए हैं. जबकि निजी अस्पतालों में 4578 सैंपल लिए गए हैं. जिनमें से 142 पॉजिटिव पाए गए.

बैठक के दौरान स्वास्थ्य मंत्री को बताया गया कि राज्य में 27 डेंगू की टेस्टिंग लैब संचालित हैं और सभी सिविल अस्पतालों, सीएचसी और पीएचसी में सैंपल लिए जा रहे हैं. मंत्री को अवगत कराया गया कि डेंगू का टेस्ट 600 रुपए में निर्धारित किया गया है. इसके अलावा, सिंगल डोनर प्लेटलेट्स की सुविधा राज्य के गुरुग्राम, करनाल, पंचकूला, रोहतक, सोनीपत, फरीदाबाद और हिसार पर मुहैया करवाई जा रही है.

बैठक में यह भी बताया गया कि सरकारी अस्पतालों में अब तक 853 बिस्तर डेंगू के मरीजों के लिए रिजर्व किए जा चुके हैं और 560 डोमेस्टिक ब्रीडिंग चेकर्स को मच्छर ब्रीडिंग को समाप्त करने के लिए तैनात किया गया है. राज्य में 5606 हैंड ऑपरेटेड और 43 व्हीकल माउंटेन फॉगिंग मशीन है, जो फॉगिंग कर रही है. बैठक में बताया गया कि हालांकि अभी तक पंजाब, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली जैसे राज्यों से हरियाणा में डेंगू के मरीजों की संख्या कम है. बैठक के दौरान विज ने रोहतक, यमुनानगर, रेवाड़ी और गुरुग्राम में बढ़ते मामलों की जानकारी भी ली और आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए.

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