ETV Bharat / state

सोनीपत शराब घोटाला: मुख्य आरोपी के भाई की अग्रिम जमानत पर HC में हुई सुनवाई

सोनीपत शराब घोटाले में मुख्य आरोपी के भाई जितेंद्र की अग्रिम जमानत पर पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट में सुनवाई. हाई कोर्ट ने जितेंद्र के खिलाफ चल रहे सभी आपराधिक मामलों की स्टेटस रिपोर्ट मांगी है.

highcourt
highcourt
author img

By

Published : Jul 9, 2020, 10:49 PM IST

चंडीगढ़: सोनीपत शराब घोटाले के मुख्य आरोपी भूपेंद्र सिंह के भाई जितेंद्र की अग्रिम जमानत को लेकर हाई कोर्ट में याचिका दायर की गई थी. याचिका पर गुरुवार को पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट में सुनवाई हुई. मामले में हाईकोर्ट ने याचिकाकर्ता के भाई और मुख्य आरोपी भूपेंद्र सिंह की स्टेटमेंट मांगी है.

पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट में पिछली सुनवाई यानी कि 3 जुलाई को हरियाणा सरकार ने अपना जवाब दाखिल किया था. सरकार ने बताया था कि मुख्य आरोपी भूपेंद्र सिंह ने अपने बयान में अपने भाई का भी नाम लिया था. इसके साथ ही जितेंद्र का नाम एफआईआर में भी शामिल है.

कोर्ट को ये भी बताया गया कि जितेंद्र के खिलाफ विभिन्न आपराधिक गतिविधियों के तहत 14 मामले दर्ज हैं जो कि अभी भी विचाराधीन है. जिसके बाद हाई कोर्ट ने भूपेंद्र सिंह के बयान को ऑन रिकॉर्ड लाने के लिए कहा है. साथ ही जो मामले जितेंद्र के खिलाफ चल रहे हैं उनकी भी स्टेटस रिपोर्ट देने के आदेश दिए हैं.

ये मामला सामने आने के बाद पुलिस ने भूपेंद्र सिंह, जितेंद्र, सतीश, संदीप के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी. भूपेंद्र के खिलाफ शराब तस्करी के 11, जितेंद्र के खिलाफ 6 और सतीश के खिलाफ 8 मामले पहले से ही दर्ज हैं.

क्या है शराब घोटाला?

सोनीपत के खरखौदा में एक गोदाम से लॉकडाउन के दौरान लाखों रुपये की शराब गायब हुई थी. इस गोदाम में करीब 14 मामलों में पुलिस द्वारा जब्त की गई शराब रखी गई थी, लेकिन मुकदमों के तहत सील करके रखी गई शराब में से 5500 पेटियां लॉकडाउन के दौरान ही गायब हो गई. इस गोदाम में पुलिस ने सीज की हुई शराब भी रखी थी. भूपेंद्र इस गोदाम का ठेकेदार है.

कैसे हुई तस्करी?

खरखौदा में बाइपास पर शराब तस्करी के करीब 15 मामलों में नामजद भूपेंद्र का शराब गोदाम है. यह गोदाम भूपेंद्र ने अपनी मां कमला देवी के नाम पर काफी वक्त से किराए पर ले रखा है. आबकारी विभाग और पुलिस ने साल 2019 के फरवरी और मार्च में छापामारी की कार्रवाई करते हुए गोदाम में बड़े स्तर पर अवैध शराब पकड़ी थी. इसके साथ ही सात ट्रकों में पकड़ी गई शराब भी इस गोदाम में रखी गई थी.

ये भी पढ़ें- गुरुग्राम में कोरोना के इलाज में कमी को लेकर HC में लगाई गई याचिका पर सरकार ने दिया जवाब

चंडीगढ़: सोनीपत शराब घोटाले के मुख्य आरोपी भूपेंद्र सिंह के भाई जितेंद्र की अग्रिम जमानत को लेकर हाई कोर्ट में याचिका दायर की गई थी. याचिका पर गुरुवार को पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट में सुनवाई हुई. मामले में हाईकोर्ट ने याचिकाकर्ता के भाई और मुख्य आरोपी भूपेंद्र सिंह की स्टेटमेंट मांगी है.

पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट में पिछली सुनवाई यानी कि 3 जुलाई को हरियाणा सरकार ने अपना जवाब दाखिल किया था. सरकार ने बताया था कि मुख्य आरोपी भूपेंद्र सिंह ने अपने बयान में अपने भाई का भी नाम लिया था. इसके साथ ही जितेंद्र का नाम एफआईआर में भी शामिल है.

कोर्ट को ये भी बताया गया कि जितेंद्र के खिलाफ विभिन्न आपराधिक गतिविधियों के तहत 14 मामले दर्ज हैं जो कि अभी भी विचाराधीन है. जिसके बाद हाई कोर्ट ने भूपेंद्र सिंह के बयान को ऑन रिकॉर्ड लाने के लिए कहा है. साथ ही जो मामले जितेंद्र के खिलाफ चल रहे हैं उनकी भी स्टेटस रिपोर्ट देने के आदेश दिए हैं.

ये मामला सामने आने के बाद पुलिस ने भूपेंद्र सिंह, जितेंद्र, सतीश, संदीप के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी. भूपेंद्र के खिलाफ शराब तस्करी के 11, जितेंद्र के खिलाफ 6 और सतीश के खिलाफ 8 मामले पहले से ही दर्ज हैं.

क्या है शराब घोटाला?

सोनीपत के खरखौदा में एक गोदाम से लॉकडाउन के दौरान लाखों रुपये की शराब गायब हुई थी. इस गोदाम में करीब 14 मामलों में पुलिस द्वारा जब्त की गई शराब रखी गई थी, लेकिन मुकदमों के तहत सील करके रखी गई शराब में से 5500 पेटियां लॉकडाउन के दौरान ही गायब हो गई. इस गोदाम में पुलिस ने सीज की हुई शराब भी रखी थी. भूपेंद्र इस गोदाम का ठेकेदार है.

कैसे हुई तस्करी?

खरखौदा में बाइपास पर शराब तस्करी के करीब 15 मामलों में नामजद भूपेंद्र का शराब गोदाम है. यह गोदाम भूपेंद्र ने अपनी मां कमला देवी के नाम पर काफी वक्त से किराए पर ले रखा है. आबकारी विभाग और पुलिस ने साल 2019 के फरवरी और मार्च में छापामारी की कार्रवाई करते हुए गोदाम में बड़े स्तर पर अवैध शराब पकड़ी थी. इसके साथ ही सात ट्रकों में पकड़ी गई शराब भी इस गोदाम में रखी गई थी.

ये भी पढ़ें- गुरुग्राम में कोरोना के इलाज में कमी को लेकर HC में लगाई गई याचिका पर सरकार ने दिया जवाब

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.