चंडीगढ़: हरियाणा में धड़ल्ले से हो रहे अवैध खनन को रोकने के लिए सरकार की क्या रणनीति है. इस पर ETV भारत से खास बातचीत करते हुए हरियाणा के परिवहन और खनन मंत्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि अगर अवैध खनन होता तो हरियाणा सरकार को रेवेन्यू में मुनाफा ना होता. उन्होंने बताया कि हरियाणा सरकार को वर्ष 2019 और 20 में 333 करोड़ रुपए का मुनाफा 6 महीने में हरियाणा सरकार को हुआ.
उन्होंने यह भी बताया कि लॉकडाउन के दौरान 338 करोड रुपए खनन के द्वारा मिले. परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा ने यह भी कहा कि हरियाणा में अवैध माइनिंग नहीं हो रही, बल्कि जितनी अवैध माइनिंग हो रही थी वह कांग्रेस के समय में हो रही थी. मूलचंद शर्मा ने कहा कि पहले की सरकारों में इतना रेवेन्यू इकट्ठा नहीं हुआ, जितना अबकी सरकार में हुआ है. मूलचंद शर्मा ने यह भी दावा किया कि वर्तमान समय में हरियाणा में माइनिंग ई प्रक्रिया के अंतर्गत हो रही है. मूलचंद शर्मा ने कहीं ना कहीं यह भी कहा कि हरियाणा में खनन का बहुत बड़ा व्यापार है और हरियाणा में कई ऐसे जिले हैं जहां पर कर्मचारी एवं अधिकारियों की कमी है.
'माइनिंग लाइसेंस पूरे भारत में वैध होना चाहिए'
खनन विभाग में आईएएस की जगह आईपीएस ऑफिसर की नियुक्ति को लेकर मूलचंद शर्मा ने कहा कि यह मुख्यमंत्री का अधिकार है. वह किस अफसर को कहां लगाते हैं यह उनका फैसला है. हरियाणा प्रदेश के साथ लगती सीमा के प्रदेशों से माइनिंग की वजह से रिश्तो को लेकर कोई टकराव की स्थिति है या नहीं मूलचंद शर्मा ने कहा कि ऐसी कोई भी स्थिति नहीं है. कोई भी माइनिंग लाइसेंस होल्डर व्यक्ति पूरे भारत में कहीं भी कर सकता है, लेकिन उसका तरीका वैद्य होना चाहिए.
दूसरे प्रदेशों में रोडवेज की सेवा शुरू करने को लेकर मूलचंद शर्मा ने कहा कि अभी लॉकडाउन के चलते कुछ ऐसे प्रदेश हैं. जिन्होंने अभी दूसरी राज्यों को की बसों को अपने राज्य में दाखिल होने की अनुमति नहीं दी है. जैसे ही राज्यों से अनुमति आ जाएगी बस सेवा दूसरे राज्यों में दोबारा शुरू हो जाएगी. उन्होंने यह भी कहा कि बस सेवा बंद रहने से गरीब आदमी को ज्यादा परेशानी हो रही है जिसका किराया बस में 10 रुपये लगता है वह प्राइवेट टैक्सी में एक हजार रपए देकर सफर कर रहा है.
'रोडवेज में निजीकरण करना होता तो भर्तियां ना करते'
मूलचंद शर्मा ने कहा कि उनकी दिल्ली परिवहन विभाग के मंत्री से बातचीत हुई है और दिल्ली के परिवहन मंत्री ने यह कहा है कि इस पर बैठक करके जल्द ही कोई फैसला लिया जाएगा. हरियाणा रोडवेज के हुए नुकसान की भरपाई किराए वृद्धि करके पूरी करने को लेकर मूलचंद शर्मा ने कहा कि हरियाणा सरकार को बहुत बड़ा घाटा हुआ है जो कि किराया वृद्धि से पूरा नहीं हो सकता, उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार का नुकसान है और हरियाणा सरकार ही इस नुकसान को झेलेगी.
मूलचंद शर्मा ने कहा कि हरियाणा में हर टोल टैक्स पर एक रोडवेज का आरटीओ एवं रोडवेज के इंस्पेक्टर की टीम गठित की जाएगी. हरियाणा रोडवेज की महकमें में निजीकरण को लेकर मूलचंद शर्मा ने कहा कि रोडवेज में 5200 कर्मचारियों की भर्ती की गई है. अगर हमने निजीकरण करना होता तो हम यह भर्तियां ना करते, साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अगर लॉकडाउन ना होता तो हरियाणा सड़कों पर 867 नई सरकारी बसें दौड़ती नजर आती. उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार के निजीकरण करने की कोई भी कल्पना या सोच नहीं है.
'सबसे ज्यादा रोजगार पीएम और सीएम ने दिए'
हरियाणा में बेरोजगारी के सवाल को लेकर मूलचंद शर्मा ने कहा कि विपक्ष का कहना है के प्रदेश और देश में बेरोजगारी है, लेकिन उन्होंने यह साफ कर दिया कि प्रदेश और देश में सबसे ज्यादा रोजगार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने दिए. मंत्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि हम हरियाणा के युवा को सक्षम बनाना चाहते हैं ताकि वह किसी के अंतर्गत कामना कर कर अपना खुद का व्यवसाय खड़ा करें. मूलचंद शर्मा ने कहा कि हरियाणा सरकार सबको तो नौकरी नहीं दे सकती ज्यादा से ज्यादा 20000 लोग या 30000 लोगों को नौकरी दे देगी, लेकिन सरकार का फोकस युवाओं को सक्षम बनाने में है.
'कांग्रेस ने की कृषि कानूनों को सिरे चढ़ाया'
किसानों के तीन अध्यादेश को लेकर मूलचंद शर्मा ने कहा कि अगर यह बिल खराब था, तो इसकी शुरुआत तो कांग्रेस ने ही की है, उन्होंने बताया कि जो कांग्रेस के घटिया काम थे. हमने उन्हें नकारा है और जो उनके बढ़िया काम से हमने उन्हें सिरे चढ़ाया है, साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने किसानों के हित में काम करें हैं. यह तीन अध्यादेश भी किसान के लिए बहुत ही लाभकारी हैं. तीन अन्य देशों के साथ एक और अध्यादेश को जोड़ने को लेकर मूलचंद शर्मा ने कहा कि विपक्ष आज हंगामा कर रहा है जब यह बिल बनाया था उसके साथ ही यह चौथा बिल भी बना देते.
उन्होंने कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह किसानों की ज्यादा ठेकेदारी ना करें मोदी किसानों के और किसान मोदी के दर्द को समझते हैं. उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री गरीब और किसान का बेटा है. उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल भी किसान के बेटे हैं और उन्होंने अपने भाइयों के साथ मिलकर किसानी भी की है.
'राहुल गांधी का देश में कोई प्रभाव नहीं है'
हरियाणा में राहुल गांधी के आगमन के उपलक्ष्य में ट्रैक्टर रैली निकाली गई, जिस पर मूलचंद शर्मा ने कहा कि राहुल गांधी का देश में कोई प्रभाव नहीं है और हरियाणा प्रदेश में भी इस ट्रैक्टर अली का कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. उन्होंने राहुल गांधी से यह भी सवाल पूछा कि पहले राहुल गांधी यह बताएं कि ट्रैक्टर से खेत में जुताई कौन से गियर में होती है. उन्होंने यह भी कहा कि राहुल गांधी को तो यह भी नहीं पता कि ट्रेक्टर चलता कैसे हैं. साथ ही उन्होंने यह भी नसीहत राहुल गांधी को दे डाली कि ऐसी बचकानी हरकतें ना करें, हरियाणा सब जानता है.
'हमने किसानों को सबसे ज्यादा मुआवजा दिया'
मूलचंद शर्मा ने कहा कि 2014 से 19 की सरकार हरियाणा में बीजेपी की थी और उस दौरान बारह सौ करोड़ रुपये ओलावृष्टि का सरकार ने मुआवजा दिया, 900 करोड़ रुपया सफेद मक्खी के नाम पर दिया ,साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस बता दें कि ओलावृष्टि और सफेद मक्खी के नाम पर कांग्रेस ने अपने शासन के कार्यकाल के दौरान हरियाणा को कितना मुआवजा दिया, उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस का राज था तब किसान कहां था जब इन का राज नहीं होता तब यह किसानों की बात करते हैं और जब इन का राज आ जाता है तो यह किसानों को भूल जाते हैं. उन्होंने कहा कि यह सारा ड्रामा सत्ता में वापस आने के लिए कांग्रेस कर रही है.
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