चंडीगढ़: गुरुवार का दिन भावी शिक्षकों के लिए खुशियों भरा दिन है. शिक्षक बनने का सपना देखने वाले लोगों के लिए आज केंद्र और राज्य सरकारों ने बड़ा फैसला सुनाया है. केंद्र सरकार ने शिक्षक पात्रता परीक्षा यानी TET (Teachers Eligibility Test ) और हरियाणा सरकार ने HTET (Haryana Teachers Eligibility Test) के योग्यता प्रमाण पत्र की वैधता को 7 साल से बढ़ाकर ताउम्र कर दिया है.
2011 से प्रभावी होगा फैसला
बता दें कि टीईटी और एचटेट दोनों प्रमाण पत्र की वैधता फिलहाल 7 वर्ष है, लेकिन अब साल 2011 के बाद टीईटी और एचटेट पास करने वाले आवेदक पूरी जिंदगी इन प्रमाण पत्रों के जरिए अपनी शिक्षक बनने की योग्यता रखेंगे.
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रोजगार के अवसर बढ़ेंगे
शिक्षा मंत्रालय के बयान के अनुसार, निशंक ने कहा कि टीईटी के योग्यता प्रमाणपत्र की वैधता अवधि को वर्तमान सात वर्ष से बढ़ाकर आजीवन करने का निर्णय किया गया है. उन्होंने कहा कि इस कदम से शिक्षण के क्षेत्र में अपना करियर बनाने को इच्छुक उम्मीदवारों के लिये रोजगार के अवसर बढ़ेंगे.
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शिक्षक बनने के लिए जरूरी होता है प्रमाण पत्र
उल्लेखनीय है कि स्कूलों में शिक्षक के रूप में नियुक्ति के लिये किसी व्यक्ति की पात्रता के संबंध में शिक्षक पात्रता परीक्षा का योग्यता प्रमाणपत्र एक जरूरी पात्रता है. राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद (National Council for Teacher Education) के 11 फरवरी 2011 के दिशानिर्देशों में कहा गया है कि राज्य सरकार टीईटी का आयोजन करेंगी और टीईटी योग्यता प्रमाणपत्र की वैधता की अवधि परीक्षा पास होने की तिथि से सात वर्ष तक होगी. जिसे अब सरकार ने ताउम्र के लिए मान्यता दे दी है.