पानीपत: करोना काल में सबसे बुरा प्रभाव बच्चों की शिक्षा पर पड़ा था. शिक्षा के लिए एक माध्यम निकाला गया था ऑनलाइन शिक्षा ऑनलाइन पढ़ाई के लिए बच्चों के हाथ में मोबाइल थमा दिए गए और कुछ बच्चे इन मोबाइल को अपनी शिक्षा के लिए प्रयोग करने लगे, लेकिन कुछ बच्चों पर मोबाइल का गलत प्रभाव पड़ा और कुछ गलत संगत का शिकार हो गए. अब हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद की ओर से बच्चों के लिए सरकारी स्कूलों में मनो चिकित्सक केंद्र खोले जाएंगे, जिसमें बच्चों के लिए काउंसलर भी उपलब्ध होगा.
हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद की ओर से ऐसे बच्चों की काउंसलिंग की जाएगी. वहीं शहरों में भी नुक्कड़-चौराहे पर नुक्कड़ सभा कर बच्चों को काउंसलिंग की जाएगी. बच्चों की काउंसलिंग के दौरान गुड टच और बेड टच के बारे में जानकारी दी जाएगी. बुरी और अच्छी आदतों में फर्क बताया जाएगा. बच्चों को कैसा व्यवहार करना चाहिए इसकी जानकारी दी जाएगी. बच्चों को मोबाइल का इस्तेमाल कैसे करना चाहिए ये भी बताया जाएगा.
हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद के मानद सचिव प्रवीण अत्री ने बताया कि हम धीरे-धीरे शहरों से ग्रामीण क्षेत्र में भी बच्चों को नुक्कड़ सभा के जरिए बच्चों को जागरुक करेंगे. वहीं गलत संगत की हानि के बारे में बताएंगे. वहीं जल्द ही सभी स्कूलों में एक काउंसलर की नियुक्ति होगी. उन्होंने कहा कि परिषद का उद्देश्य है कि भावी पीढ़ी में अच्छे आचरण का भाव पैदा हो.
ये पढ़ें- श्रीकृष्ण आयुष विश्वविद्यालय की परीक्षाएं स्थगित, इस वजह से लिया गया फैसला