चंडीगढ़: वीरवार को नेशनल एथलिट और जूनियर कोच ने हरियाणा के खेल मंत्री संदीप सिंह पर छेड़छाड़ के आरोप (Sandeep Singh accused of molestation) लगाए हैं. इसको लेकर जूनियर कोच ने इनेलो ऑफिस (Junior coach accused of molestation) में वीरवार को प्रेसवार्ता भी की. वहीं खेल मंत्री संदीप सिंह ने इन आरोपों को निराधार बताया है. संदीप सिंह ने कहा कि कोई खिलाड़ी मुझे मिलता है तो यदि उन्हें मुझसे कोई भी काम या सहायता मिलती है तो मैंने तुरंत प्रभाव से उनकी मदद की है.
जूनियर कोच खिलाड़ी के तौर पर उन्हें मुझसे मिलने की अप्वाइंटमेंट चाहिए थी जो कि उनको मिली भी थी. नेशनल गेम खेलने के लिए उन्हें सर्टिफिकेट चाहिए थे. वह भी उन्हें मुहैया करवाये गए. उसके बाद उनकी नौकरी भी लग गई. बहुत से खिलाड़ियों का कहना था कि उन्हें होम जिले में ट्रांसफर दिया जाए. उसके बाद सभी खिलाड़ियों को होम पोस्टिंग दी गयी. (Junior coach accuses minister of molestation)
जूनियर कोच ने कई जगह से मुझसे मिलने के लिए मुझे फ़ोन करवाये. बुधवार को वो मेरे कैंप ऑफिस में मुझसे मिलने भी आई थी. संदीप सिंह ने कहा कि जूनियर कोच ने उनसे कहा कि जितने भी खिलाड़ी किसी और जिले में प्रैक्टिस करना चाहते हैं तो उन्हें उस जिले में ट्रांसफर किया जाए.
पंचकूला ना करके झज्जर उनकी ट्रांसफर की गई उसके बाद ही यह बात (Junior coach accused of molestation) सामने आई. मुझे लगता है कि इनकी पुरानी जिंदगी की भी जांच करवाई जाए. जूनियर कोच की एक एप्लीकेशन आयी. जिसमें, जूनियर कोच ने लिखा था कि बाहर यानी आउट ऑफ इंडिया ट्रेनिंग करने जाना है. एक कोर ग्रुप होता है जो ट्रेनिंग करने के लिए विदेश भेजता है, जिसकी इनके पास अनुमति नहीं थी.
फेडरेशन की तरफ से जिसके बाद उन्हें बाहर नही भेजा गया. सोशल मीडिया पर बातचीत की है बस उसका कोई तथ्य नहीं है. जो भी हमारे कर्मचारी हैं, कोच हैं उनके व्यूज जरूर लें. सभी ने लिखित में इनकी शिकायत जूनियर कोच के खिलाफ दी है. 5 से 6 महीने से मेरे संज्ञान में उनका मामला सामने आया था.
अगर उन्हें मुझसे कोई आपत्ति थी तो वह ऑनलाइन एफआईआर करवा सकती थी. मेरे कैम्प आफिस में कैमरे लगे हुए हैं मैंने काफी समय से उन्हें चेक नही करवाया. पुलिस उसकी जांच कर लें. संदीप सिंह ने कहा कि जहां तक इस मामले को मैं समझ पा रहा हूं, की यह ट्रांसफर का मामला लगता है.
उन्होंने कहा कि मामले में विपक्ष भी इन्वॉल्व लगता है. प्रेसवार्ता के दौैरान संदीप सिंह ने कहा कि इस मामले की जांच निष्पक्ष तरीके से होनी चाहिए. इसके लिए मैं खुद मुख्यमंत्री से भी गुहार लगाउंगा. क्योंकि सभी आरोप झूठे हैं निराधार है. इस मामले में जो भी कार्रवाई हो वो तुरंत प्रभाव से की जाए.
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ये है पूरा मामला: नेशनल एथलीट का कहना है कि, 'खेल मंत्री संदीप सिंह ने उसको कहा कि मेरी बात मानने पर सभी सुविधाएं और मनचाही जगह पोस्टिंग मिलेगी. जब मैंने मंत्री संदीप सिंह की बात नहीं मानी उसके बाद मेरा तबादला कर दिया गया और ट्रेंनिग तक रोक दी गई. मैंने घटना की शिकायत के लिए डीजीपी कार्यालय, सीएम हाउस और गृह मंत्री अनिल विज हर स्तर पर प्रयास किया, लेकिन सुनवाई नहीं हुई. मेरी किसी ने सुनवाई नहीं की इसलिए आज इनेलो नेता अभय चौटाला से मिली हूं.' (Haryana Sports Minister Sandeep Singh)
शिकायतकर्ता एथलीट ने कहा है कि, अभय चौटाला ने हिम्मत देकर मीडिया के सामने आने के लिए कहा है. उसने कहा कि, 'मुझे किसी कहीं से कोई मदद नहीं मिली इसलिए अब मीडिया के सामने आई हूं. शोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए मुझसे बात की, लेकिन एक ऐसा सॉफ्टवेयर इस्तेमाल किया है, जिस पर चैट का रिकॉर्ड नहीं मिल सकता.' उसने कहा कई दूसरी महिला खिलाड़ियों के साथ भी इस तरह की हरकत की है, लेकिन वो सामने नहीं आई हैं. (Haryana Sports Minister Sandeep Singh accused of molestation)
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