चंडीगढ़: अलग-अलग क्षेत्रों में उपलब्धियां प्राप्त करने वाली महिलाओं को दिये जाने वाले हरियाणा के राज्य स्तरीय महिला पुरस्कारों के लिए 20 नवम्बर 2023 तक नामांकन आमंत्रित किये गए हैं. सरकार द्वारा राज्य स्तरीय महिला पुरस्कारों के अंतर्गत अनेक पुरस्कार प्रदान किये जाते हैं. ये पुरस्कार अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर दिये जायेंगे.
इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया गया है कि सरकार द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट उपलब्धियां प्राप्त करने वाली महिलाओं को हरियाणा राज्य स्तरीय महिला पुरस्कारों से सम्मानित किया जाता है. इन पुरस्कार विजेताओं को नकद राशि एवं प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया जाता है. राज्य स्तरीय व जिला पुरस्कारों के तहत इंदिरा गांधी महिला सशक्ति पुरस्कार के अंतर्गत 1.50 लाख रुपये की राशि एवं प्रशस्ति पत्र, कल्पना चावला शौर्य पुरस्कार के तहत एक लाख रुपये एवं प्रशस्ति पत्र. बहन शन्नो देवी पंचायतीराज पुरस्कार के तहत एक लाख रुपये एवं प्रशस्ति पत्र दिया जाता है.
ये भी पढ़ें- कोरोना काल में सविता ढिल्लो ने बच्चों को रात-रात भर दी ऑनलाइन क्लास, सरकार ने स्टेट अवॉर्ड से नवाजा
इसके अलावा लाइफ टाइम अचीवर्स अवार्ड के तहत 51 हजार रुपये एवं प्रशस्ति पत्र, एएनएम/नर्स/महिला एमपीडब्ल्यू (पुरस्कार की संख्या दो) के तहत 21 हजार रुपये और प्रशस्ति पत्र, महिला खिलाड़ी के तहत 21 हजार रुपये एवं प्रशस्ति पत्र, सरकारी कर्मचारी (पुरस्कारों की संख्या दो) के तहत 21 हजार रुपये एवं प्रशस्ति पत्र, सामाजिक कार्यकर्ता (पुरस्कारों की संख्या दो) के तहत 21 हजार रुपये एवं प्रशस्ति पत्र तथा महिला उद्यमी (पुरस्कारों की संख्या दो) के तहत 21 हजार रुपये एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जायेगा.
हरियाणा राज्य स्तरीय महिला पुरस्कार प्राप्त करने के लिए आवेदन हेतु निर्धारित योग्ताएं व शर्तें महिला एवं बाल विकास विभाग की वेबसाइट www.wcdhry.gov.in से डाउनलोड की जा सकती हैं. हरियाणा राज्य स्तरीय महिला पुरस्कार के लिए सम्पूर्ण बायोडाटा सहित महिला की उपलब्धि विस्तृत जानकारी के साथ संबंधित जिला कार्यक्रम अधिकारी के कार्यालय में 20 नवम्बर, 2023 तक भेजे जा सकते हैं. जिला स्तरीय रिकमेंडिंग कमेटी संस्तुति के साथ इन नामांकनों को महिला एवं बाल विकास विभाग के मुख्यालय को प्रेषित करेगी.
ये भी पढ़ें- हरियाणा सरकार ने संगीता को स्टेट अवॉर्ड से किया सम्मानित, संघर्ष भरी है अंग्रेजी अध्यापिका की कहानी