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हरियाणा में 5 दिन में दो गुनी हो रही मौतों और संक्रमितों की संख्या, 10 सबसे ज्यादा प्रभावित राज्यों में शामिल - हरियाणा लॉकडाउन के बाद

हरियाणा में कोरोना वायरस ने कोहराम मचा दिया है. रोजाना प्रदेश से सैकड़ों नए संक्रमित मरीज सामने आ रहे हैं. वहीं पिछले 10 दिनों में 76 मरीजों ने अपनी जान गवां दी है.

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हरियाणा में 5 दिन में दो गुनी हो रही मौतों और संक्रमितों की संख्या
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Published : Jun 16, 2020, 7:00 AM IST

Updated : Jun 16, 2020, 12:15 PM IST

चंडीगढ़: हरियाणा में कोरोना वायरस के नए मामले मिलने की रफ्तार कम होती नहीं दिख रही है. प्रदेश में हर रोज तीन सौ से ज्यादा कोरोना मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है. हालात ये हैं कि प्रदेश में कुल कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या सात हजार पार हो चुकी है. संक्रमितों की संख्या के मामले में हरियाणा अब आंध्र प्रदेश और कर्नाटक से आगे निकलकर टॉप-10 राज्यों की सूची में पहुंच गया है.

आंकड़ों पर नजर डालें तो 1 जून तक हरियाणा में कोरोना के 2,356 केस थे, लेकिन 10 जून तक कोरोना का ये आंकड़ा सीधे दोगना से भी ज्यादा होकर 5,579 तक पहुंच गया. 10 जून के बाद प्रदेश में संक्रमण और तेजी से बढ़ा और केवल पांच दिन में ही संक्रमितों की संख्या लगभग दोगुनी हो गई. 15 जून तक प्रदेश में कोरोना संक्रमण के कुल 7 हजार से ज्यादा मामले हो चुके हैं.

हरियाणा सरकार पर दबाव

हरियाणा में संक्रमण दर लगातार बढ़ने की वजह से सरकार पर काफी दबाव है. केंद्र के गाइडलाइन के पालन करते हुए प्रदेश में लॉकडाउन में छूट दे दी गई है. यही वजह है कि गुरुग्राम, फरीदाबाद में बढ़ता संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है. खुद सीएम मनोहर लाल खट्टर रोजाना प्रदेश के एक-एक अपडेट पर नजर रखते हैं.

कोरोना संक्रमण को लेकर व्यवस्था बनाए रखने के लिए सीएम मनोहर लाल खट्टर चंडीगढ़ में रोजाना समीक्षा बैठक कर रहे हैं. इस बैठक में हरियाणा की मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा, सीएम के प्रधान सचिव राजेश खुल्लर, पुलिस अधिकारी, स्थानीय निकाय के अधिकारी भी शामिल होते.

होम आइसोलेटेड लोगों के लिए हेल्पलाइन जारी

हरियाणा स्वास्थ्य विभाग ने विभिन्न टेलीफोन कॉल करके होम आइसोलेशन में रह रहे मामलों में फीडबैक लेने की पहल शुरू की है. जैसे कि उनको नियमित स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता, होम आइसोलेशन के दौरान उनको दिए गए सभी दिशा निर्देशों की पालना की जा रही है. किस प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.

अब तक स्वास्थ्य और गैर-स्वास्थ्य से संबधित कुल 149843 से ज्यादा कॉल्स काल सेंटर के 1075 नम्बर पर रिसीव की गई. जिनमें से 1,21,752 कोरोना संबंधित कॉल और 28,091 टेलीमेडिसिन के लिए कॉल की गई. टेली परामर्श के लिए 1000 चिकित्सक विशेषज्ञों की सेवाओं को कॉल सेंटर के माध्यम से उपलब्ध करवाया गया.

10 दिन में 3666 नए मामले

  • 15 जून- 514
  • 14 जून- 459
  • 13 जून- 415
  • 12 जून- 366
  • 11 जून- 389
  • 10 जून- 370
  • 09 जून- 355
  • 08 जून- 406
  • 7 जून- 230
  • 6 जून- 355
  • 5 जून- 316

हरियाणा में 5 जून को 3661 कुल संक्रमण के केस थे जो 15 जून को 7722 हो चुके थे. ऐसे में सरकार पर लगातार दबाव बढ़ता जा रहा है.

10 दिन में 76 मौतें

  • 6 जून तक- 24 मौत
  • 10 जून तक- 52 मौत
  • 15 जून तक- 100 मौत

गुरुग्राम बना हरियाणा का वुहान?

हरियाणा में सबसे ज्यादा संक्रमण के मामले गुरुग्राम से सामने आ रहे हैं. राज्य सरकार और जिला स्वास्थ्य अधिकारी का कहना है कि गुरुग्राम दिल्ली से नजदीक है, इसलिए यहां कोरोना संक्रमण का विस्फोट हुआ है. आजादपुर मंडी में संक्रमण का असर भी गुरुग्राम में हुआ. वहीं लॉकडाउन में ढील देने की वजह से भी गुरुग्राम में लगातार मामले आने लगे. यही वजह है कि पिछले 15 दिनों में जिला गुरुग्राम में तीन गुना नए मामले सामने आए.

1 जून तक गुरुग्राम में जहां कोरोना के 903 केस थे, जो 10 जून तक ये आंकड़ा तकरीबन 3 गुना बढ़कर 2,546 तक पहुंच गया. वहीं 15 जून तक 3362 केस हो चुके हैं.

गुरुग्राम सीएमओ पर गिरी गाज

गुरुग्राम में इन बढ़ते मामलों को लेकर सिविल सर्जन डॉ. जसवंत सिंह पूनिया पर भी गाज गिरी. 10 जून को नूंह के सीएमओ वीरेंद्र यादव को गुरुग्राम के सीएमओ का कार्यभार सौंपा गया है. वहीं डॉ. जसवंत सिंह पूनिया को नूंह का सीएमओ बनाया गया है.

माना जा रहा है कि गुरुग्राम में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ने ये फैसला लिया है. बता दें कि, लगभग एक साल पहले जुलाई 2019 में डॉ. जसवंत सिंह पूनिया ने गुरुग्राम के सिविल सर्जन का पद पदभार संभाला था.

यहां दिन प्रतिदिन कोरोना के मामले रिकॉर्ड तोड़ रहे हैं, और इन बढ़ते मामलों की गाज गिरी है गुरुग्राम के सीएमओ डॉ. जसवंत सिंह पूनिया, जिनका तबादला कर दिया गया है.

पड़ोसी राज्य भी बढ़ा रहे मदद का हाथ

राजस्थान सरकार ने कोरोना के बढ़ते मामलों पर काबू करने के बाद अब पड़ोसी राज्यों की मदद करने का ऐलान किया है. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने यह कहा है. उन्होंने अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक के बाद कहा कि राजस्थान अब पड़ोसी राज्यों को भी प्रतिदिन पांच हजार तक कोरोना जांच की सुविधा उपलब्ध कराने जा रहा है.

उन्होंने कहा, "जरूरत पड़ने पर दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, मध्य प्रदेश और गुजरात को भी कोरोना जांच की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी."

  • कोविड-19 महामारी के इस विकट समय में लोगों का जीवन बचाना ही हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। ऎसे में राजस्थान आवश्यकता होने पर पड़ोसी राज्यों उत्तर प्रदेश, दिल्ली, मध्यप्रदेश, पंजाब, हरियाणा एवं गुजरात को 5 हजार टेस्ट प्रतिदिन तक राज्य में करवाने की सुविधा उपलब्ध करवाएगा।
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    — Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) June 14, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

सिर्फ 1 लाख 87 हजार सैंपल लिए गए

अभी प्रदेश में 33 से ज्यादा लोग गंभीर बीमार हैं उनकी सांसें ऑक्सीजन के सहारे चल रही हैं तो 14 वेंटिलटर पर जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं. पिछले 24 घंटों में 578 नए मामलों से संक्रमितों का आंकड़ा 7327 पर पहुंच गया है. हालांकि राहत की बात यह है अब ठीक होने वालों की संख्या 3003 पर पहुंच गई है.

प्रदेश में अब तक 1 लाख 87 हजार 817 से अधिक लोगों के सैंपल लिए जा चुके हैं. जिनमें से 1 लाख 74 हजार 552 लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है. जबकि 5 हजार 938 लोगों की रिपोर्ट आनी बाकी है. वहीं प्रदेश में रिकवरी रेट 40.99% हो गया है जो कि मई के आखिरी हफ्तों तक 60 फीसदी से ज्यादा था. वहीं कोरोना पॉजिटिव रेट 4.03% हो गया है.

ये भी पढ़ें- सोमवार को अंबाला में कोरोना के चार नए मामले आए सामने, 10 मरीज हुए ठीक

चंडीगढ़: हरियाणा में कोरोना वायरस के नए मामले मिलने की रफ्तार कम होती नहीं दिख रही है. प्रदेश में हर रोज तीन सौ से ज्यादा कोरोना मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है. हालात ये हैं कि प्रदेश में कुल कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या सात हजार पार हो चुकी है. संक्रमितों की संख्या के मामले में हरियाणा अब आंध्र प्रदेश और कर्नाटक से आगे निकलकर टॉप-10 राज्यों की सूची में पहुंच गया है.

आंकड़ों पर नजर डालें तो 1 जून तक हरियाणा में कोरोना के 2,356 केस थे, लेकिन 10 जून तक कोरोना का ये आंकड़ा सीधे दोगना से भी ज्यादा होकर 5,579 तक पहुंच गया. 10 जून के बाद प्रदेश में संक्रमण और तेजी से बढ़ा और केवल पांच दिन में ही संक्रमितों की संख्या लगभग दोगुनी हो गई. 15 जून तक प्रदेश में कोरोना संक्रमण के कुल 7 हजार से ज्यादा मामले हो चुके हैं.

हरियाणा सरकार पर दबाव

हरियाणा में संक्रमण दर लगातार बढ़ने की वजह से सरकार पर काफी दबाव है. केंद्र के गाइडलाइन के पालन करते हुए प्रदेश में लॉकडाउन में छूट दे दी गई है. यही वजह है कि गुरुग्राम, फरीदाबाद में बढ़ता संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है. खुद सीएम मनोहर लाल खट्टर रोजाना प्रदेश के एक-एक अपडेट पर नजर रखते हैं.

कोरोना संक्रमण को लेकर व्यवस्था बनाए रखने के लिए सीएम मनोहर लाल खट्टर चंडीगढ़ में रोजाना समीक्षा बैठक कर रहे हैं. इस बैठक में हरियाणा की मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा, सीएम के प्रधान सचिव राजेश खुल्लर, पुलिस अधिकारी, स्थानीय निकाय के अधिकारी भी शामिल होते.

होम आइसोलेटेड लोगों के लिए हेल्पलाइन जारी

हरियाणा स्वास्थ्य विभाग ने विभिन्न टेलीफोन कॉल करके होम आइसोलेशन में रह रहे मामलों में फीडबैक लेने की पहल शुरू की है. जैसे कि उनको नियमित स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता, होम आइसोलेशन के दौरान उनको दिए गए सभी दिशा निर्देशों की पालना की जा रही है. किस प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.

अब तक स्वास्थ्य और गैर-स्वास्थ्य से संबधित कुल 149843 से ज्यादा कॉल्स काल सेंटर के 1075 नम्बर पर रिसीव की गई. जिनमें से 1,21,752 कोरोना संबंधित कॉल और 28,091 टेलीमेडिसिन के लिए कॉल की गई. टेली परामर्श के लिए 1000 चिकित्सक विशेषज्ञों की सेवाओं को कॉल सेंटर के माध्यम से उपलब्ध करवाया गया.

10 दिन में 3666 नए मामले

  • 15 जून- 514
  • 14 जून- 459
  • 13 जून- 415
  • 12 जून- 366
  • 11 जून- 389
  • 10 जून- 370
  • 09 जून- 355
  • 08 जून- 406
  • 7 जून- 230
  • 6 जून- 355
  • 5 जून- 316

हरियाणा में 5 जून को 3661 कुल संक्रमण के केस थे जो 15 जून को 7722 हो चुके थे. ऐसे में सरकार पर लगातार दबाव बढ़ता जा रहा है.

10 दिन में 76 मौतें

  • 6 जून तक- 24 मौत
  • 10 जून तक- 52 मौत
  • 15 जून तक- 100 मौत

गुरुग्राम बना हरियाणा का वुहान?

हरियाणा में सबसे ज्यादा संक्रमण के मामले गुरुग्राम से सामने आ रहे हैं. राज्य सरकार और जिला स्वास्थ्य अधिकारी का कहना है कि गुरुग्राम दिल्ली से नजदीक है, इसलिए यहां कोरोना संक्रमण का विस्फोट हुआ है. आजादपुर मंडी में संक्रमण का असर भी गुरुग्राम में हुआ. वहीं लॉकडाउन में ढील देने की वजह से भी गुरुग्राम में लगातार मामले आने लगे. यही वजह है कि पिछले 15 दिनों में जिला गुरुग्राम में तीन गुना नए मामले सामने आए.

1 जून तक गुरुग्राम में जहां कोरोना के 903 केस थे, जो 10 जून तक ये आंकड़ा तकरीबन 3 गुना बढ़कर 2,546 तक पहुंच गया. वहीं 15 जून तक 3362 केस हो चुके हैं.

गुरुग्राम सीएमओ पर गिरी गाज

गुरुग्राम में इन बढ़ते मामलों को लेकर सिविल सर्जन डॉ. जसवंत सिंह पूनिया पर भी गाज गिरी. 10 जून को नूंह के सीएमओ वीरेंद्र यादव को गुरुग्राम के सीएमओ का कार्यभार सौंपा गया है. वहीं डॉ. जसवंत सिंह पूनिया को नूंह का सीएमओ बनाया गया है.

माना जा रहा है कि गुरुग्राम में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ने ये फैसला लिया है. बता दें कि, लगभग एक साल पहले जुलाई 2019 में डॉ. जसवंत सिंह पूनिया ने गुरुग्राम के सिविल सर्जन का पद पदभार संभाला था.

यहां दिन प्रतिदिन कोरोना के मामले रिकॉर्ड तोड़ रहे हैं, और इन बढ़ते मामलों की गाज गिरी है गुरुग्राम के सीएमओ डॉ. जसवंत सिंह पूनिया, जिनका तबादला कर दिया गया है.

पड़ोसी राज्य भी बढ़ा रहे मदद का हाथ

राजस्थान सरकार ने कोरोना के बढ़ते मामलों पर काबू करने के बाद अब पड़ोसी राज्यों की मदद करने का ऐलान किया है. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने यह कहा है. उन्होंने अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक के बाद कहा कि राजस्थान अब पड़ोसी राज्यों को भी प्रतिदिन पांच हजार तक कोरोना जांच की सुविधा उपलब्ध कराने जा रहा है.

उन्होंने कहा, "जरूरत पड़ने पर दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, मध्य प्रदेश और गुजरात को भी कोरोना जांच की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी."

  • कोविड-19 महामारी के इस विकट समय में लोगों का जीवन बचाना ही हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। ऎसे में राजस्थान आवश्यकता होने पर पड़ोसी राज्यों उत्तर प्रदेश, दिल्ली, मध्यप्रदेश, पंजाब, हरियाणा एवं गुजरात को 5 हजार टेस्ट प्रतिदिन तक राज्य में करवाने की सुविधा उपलब्ध करवाएगा।
    1/ pic.twitter.com/Ckn14uWnRw

    — Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) June 14, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

सिर्फ 1 लाख 87 हजार सैंपल लिए गए

अभी प्रदेश में 33 से ज्यादा लोग गंभीर बीमार हैं उनकी सांसें ऑक्सीजन के सहारे चल रही हैं तो 14 वेंटिलटर पर जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं. पिछले 24 घंटों में 578 नए मामलों से संक्रमितों का आंकड़ा 7327 पर पहुंच गया है. हालांकि राहत की बात यह है अब ठीक होने वालों की संख्या 3003 पर पहुंच गई है.

प्रदेश में अब तक 1 लाख 87 हजार 817 से अधिक लोगों के सैंपल लिए जा चुके हैं. जिनमें से 1 लाख 74 हजार 552 लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है. जबकि 5 हजार 938 लोगों की रिपोर्ट आनी बाकी है. वहीं प्रदेश में रिकवरी रेट 40.99% हो गया है जो कि मई के आखिरी हफ्तों तक 60 फीसदी से ज्यादा था. वहीं कोरोना पॉजिटिव रेट 4.03% हो गया है.

ये भी पढ़ें- सोमवार को अंबाला में कोरोना के चार नए मामले आए सामने, 10 मरीज हुए ठीक

Last Updated : Jun 16, 2020, 12:15 PM IST
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