चंडीगढ़: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भारी संख्या में प्रवासी मजदूरों की मूवमेंट के दृष्टिगत सभी इंटर स्टेट और अंतर-जिला सीमाएं सील करने के निर्देश दिए हैं. सीएम ने कहा है कि जो जहां है, उसे वहीं रोक कर रखा जाए और जाने की अनुमति हरगिज न दी जाए.
मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सम्बंधित जिला उपायुक्तों और पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिए कि ऐसे लोगों के लिए वहीं पर रिलीफ़ कैंप स्थापित करके उनके खाने-पीने और रहने की व्यवस्था की जाए. अगर फिर भी कोई जबरदस्ती करता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए.
सीएम ने कहा कि इन रिलीफ कैंपों के लिए नोडल अधिकारी भी नियुक्त किए जाएं जो इनके खाने-पीने और स्वास्थ्य का ध्यान रखेंगे. इन कैंपों में सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ध्यान रखा जाए. इसके अलावा, जिला स्तर पर कॉल सेंटर भी स्थापित किए जाएं.
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मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि आपदा के इस समय के दौरान सहायता के लिए विभिन्न समाजसेवी संस्थाओं को भी जोड़ा जाए. वहीं, हरियाणा की मुख्य सचिव केशनी आनन्द अरोड़ा ने कहा कि प्रदेश सरकार ने प्रवासी मजदूरों के भोजन और आवास के लिए व्यापक प्रबंध किए हैं.
मुख्य सचिव ने कहा कि प्रदेशभर में जिला प्रशासन द्वारा जिलों में 129 रिलीफ और शेल्टर होम बनाए गए हैं और इनमें रूके हुए 29328 श्रमिकों को भोजन दिया जा रहा है. इसके साथ ही, मुख्यमंत्री मनोहर लाल के निर्देशानुसार अंतरराज्यीय सीमाओं पर नाकाबंदी को और सख्त किया जाएगा ताकि प्रवासी मजदूरों की आवाजाही पर पूरी तरह से रोक लगाई जा सके.
मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि अपने संबंधित जिलों में स्टेडियमों को अस्थायी जेलों में परिवर्तित करना पड़े तो वो भी किया जाए, ताकि पैदल चलने वाले इन मजदूरों को वहां रखा जा सके और खाने-पीने की संपूर्ण व्यवस्था सुनिश्चित की जाए.