नई दिल्ली/चंडीगढ़: शुक्रवार को बॉन्ड पॉलिसी के मुद्दे पर हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज और मुख्यमंत्री मनोहर लाल के बीच बातचीत हुई. अनिल विज (anil vij on bond policy) ने कहा कि इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खुद संज्ञान ले रहे हैं. मेरी आज भी मुख्यमंत्री से बात हुई है. मुझे लगता है कि इस मुद्दे का हल एक-दो दिन में निकल जाएगा. इस दौरान अनिल विज ने हड़ताल कर रहे डॉक्टर्स से अपील की. अनिल विज ने कहा कि मैं तमाम उन डॉक्टर्स से अपील करना चाहता हूं जो आंदोलन कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि आप आंदोलन करें, आंदोलन करने का अधिकार सभी को है. मुझे उस पर एतराज नहीं है, लेकिन इस आंदोलन की वजह से मरीजों का नुकसान नहीं होना चाहिए. मानवता के आधार पर डॉक्टर्स को मरीजों के बारे में जरूर विचार करना चाहिए. अनिल विज (haryana home minister anil vij) ने कहा कि कॉमन कैडर के मुद्दे पर ये पहले ही तय हो चुका है कि पीजीआई डॉक्टरों को ऑप्शन दिया जाएगा कि वो पीजीआई कैडर में रहना चाहते हैं, या कॉमन कैडर में जाना चाहते हैं, ये बात पीजीआई डॉक्टरों के प्रतिनिधियों से पहले ही बातचीत में तय हो चुकी है.
चंडीगढ़ के मुद्दे पर अनिल विज ने कहा कि चंडीगढ़ पर हरियाणा और पंजाब का बराबर हक है. जब तक हमें पानी और हिंदी भाषी क्षेत्र नहीं मिल जाता, अंगद के पैर के तौर पर हम चंडीगढ़ में डटे हुए हैं. हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने दिल्ली नगर निगम चुनाव और गुजरात चुनाव को लेकर प्रतिक्रिया दी. इस दौरान अनिल विज ने आम आदमी पार्टी पर निशाना साधा. अनिल विज ने कहा कि आम आदमी पार्टी की उत्तर प्रदेश, गोवा और उत्तराखंड में जो पिटाई हुई है. अब ऐसे ही पिटाई गुजरात, हिमाचल और दिल्ली नगर निगम में होने जा रही है. उन्होंने कहा कि यहां पिटाई से मतलब फिजिकल फाइट नहीं. बल्कि राजनीतिक पिटाई है.
विज ने कहा कि आम आदमी पार्टी वाले डिप्रेशन का शिकार हो गए हैं और इनको अपने साए से भी डर लगता है. आम आदमी पार्टी के लिए एक परमानेंट मनोवैज्ञानिक रख लेना लेना चाहिए. इसके अलावा अनिल विज ने हरियाणा में स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर प्रतिक्रिया दी. अनिल विज ने कहा कि 29 नवंबर को प्रदेश में स्वास्थ्य सर्वेक्षण योजना की शुरुआत की जाएगी, इस योजना की शुरुआत करने वाला हरियाणा देश का इकलौता राज्य होगा. उन्होंने कहा कि हम हर प्रदेशवासी का मेडिकल कार्ड बनाने जा रहे हैं, ताकि एक ही कार्ड पर सारी जानकारी आ जाए. पहले अंत्योदय परिवारों का. इसके बाद फिर फेज के हिसाब से पूरे प्रदेश में योजना लागू की जाएगी.