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क्या कोरोना संक्रमित बीपीएल परिवारों तक पहुंच रही है 5000 रुपये की सरकारी मदद, देखिए ग्राउंड रिपोर्ट - नूंह बीपीएल परिवार कोरोना आर्थिक मदद

हरियाणा सरकार कोरोना संक्रमित बीपीएल परिवारों की मदद करने के लिए आगे आई है. सरकार ने होम क्वॉरेंटाइन में रह रहे मरीजों को 5 हजार रूपयों की आर्थिक मदद और हालत गंभीर है तो उसे प्रतिदिन 5 हजार रूपयों की राशि एक सप्ताह तक देने की योजना बनाई है.

Corona infected BPL families government help
क्या कोरोना संक्रमित बीपीएल परिवारों तक पहुंच रही है 5000 रुपये की सरकारी मदद, देखिए ग्राउंड रिपोर्ट
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Published : May 15, 2021, 10:41 PM IST

चंडीगढ़: गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों के लिए कोरोना काल में अच्छी खबर है. हरियाणा सरकार ने बीपीएल परिवार के कोरोना संक्रमित सदस्यों की आर्थिक मदद के लिए बड़ा ऐलान किया है जिसके तहत बीपीएल परिवार का कोरोना संक्रमित सदस्य अगर होम क्वॉरेंटाइन में है तो उसे 5 हजार रूपयों की आर्थिक मदद दी जाएगी. इसके अलावा अगर बीपीएल परिवार का सदस्य अस्पताल में भर्ती है और उसकी हालत गंभीर है तो उसे प्रतिदिन 5 हजार रूपयों की राशि एक सप्ताह तक सरकार द्वारा दी जाएगी.

ये भी पढ़ें: कोरोना की दूसरी लहर में आम लोगों का जीना मुहाल, जानिए अपने राज्य का हाल

राज्य सरकार ने 5 मई को इस योजना की शुरुआत की थी और इस योजना का अभी तक कितने बीपीएल परिवारों को लाभ मिला है या नहीं ये जानने के लिए ईटीवी भारत की टीम ने नूंह और फरीदाबाद का दौरा किया.

क्या कोरोना संक्रमित बीपीएल परिवारों तक पहुंच रही है 5000 रुपये की सरकारी मदद, देखिए ग्राउंड रिपोर्ट

नूंह में 350 लोग होम क्वारंटाइन

सबसे पहले बात नूंह की करते है जो कि प्रदेश का सबसे पिछड़ा जिला है और गौरतलब है की यहां गरीब परिवारों की सबसे ज्यादा संख्या है. इस योजना को लेकर हमने जिला नोडल अधिकारी और डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. बसंत दुबे से बात की तो उन्होंने बताया की स्वास्थ्य विभाग ने नूंह में कोरोना संक्रमित मरीजों के आंकड़े जुटाने शुरू कर दिए हैं और उनमें से बीपीएल परिवारों की सूची तैयार करने का अभियान शुरू कर दिया है.

डिप्टी सिविल सर्जन ने कहा कि जिले में 350 लोग होम क्वारंटाइन हैं और 50 लोगों का इलाज अल आफिया सामान्य अस्पताल मांडीखेड़ा में चल रहा है. इसके अलावा मेडिकल कॉलेज और प्राइवेट अस्पतालों में जो लोग कोरोना संक्रमित हैं और अपना इलाज करा रहे हैं .उनकी रिपोर्ट तलब की जा रही है.

दिखाने होंगे ये दस्तावेज

फरीदाबाद की बात की जाए तो स्वास्थ्य विभाग अधिकारी डॉ. अजय माम का कहना है कि सभी अस्पतालों को निर्देश दे दिए गए हैं कि वो अस्पताल में आने वाले सभी मरीजों की जानकारी स्वास्थ्य विभाग के पोर्टल पर अपलोड करें इसके साथ ही उन्होंने लोगों से भी आव्हान किया है कि जो मरीज घर पर आइसोलेट हैं और किन्हीं कारणों से अपनी जानकारी स्वास्थ्य विभाग की वेबसाइट पर अपलोड नहीं करा पाए हैं. वो अपने विभिन्न दस्तावेजों जैसे आधार कार्ड, परिवार पहचान पत्र और अन्य दस्तावेज को स्वास्थ्य विभाग अधिकारियों को दें ताकि वो वेबसाइट पर अपलोड कर सकें.

ये भी पढ़ें: हरियाणा में पांच-पांच सौ बेड के दो कोविड अस्पताल तैयार, रविवार को सीएम खट्टर करेंगे शुरुआत

डॉ. अजय माम ने ये भी बताया कि निजी अस्पताल में अपना इलाज करा रहे बीपीएल परिवार की मदद करने के अलावा सरकार द्वारा निजी अस्पतालों को भी प्रत्येक मरीज के हिसाब से 1 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी. उन्होंने बताया कि आइसोलेट कोरोना मरीज को 5 हजार रुपए और निजी अस्पतालों में ऑक्सीजन या आईसीयू, बेड पर उपचाराधीन बीपीएल परिवारों के कोरोना मरीजों के लिए प्रतिदिन प्रति मरीज 5 हजार रुपये (अधिकतम 7 दिन) यानी 35 हजार रुपये की सहायता देगी.

ये भी पढ़ें: ये धार्मिक संस्था कोरोना मरीजों को घर-घर पहुंचा रही फ्री खाना, सदस्य फोन पर सुनाते हैं श्रीमद्भगवद् गीता

फिलहाल स्वास्थ्य विभाग ने ऐसे बीपीएल परिवारों का आंकड़ा जुटाना शुरू कर दिया है जो की कोरोना संक्रमित होने के बाद आइसोलेशन में है या अस्पतालों में अपना इलाज करा रहे हैं. अगर गरीब परिवारों को इस योजना का लाभ उठाना है तो उन्हें परिवार पहचान पत्र, आधार कार्ड यानी मरीज का रजिस्ट्रेशन आईडी जो बैंक अकाउंट से लिंक हो उसे दिखाना जरूरी होगा, क्योंकि उसे लेकर स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी पोर्टल पर ऑनलाइन करेंगे.

चंडीगढ़: गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों के लिए कोरोना काल में अच्छी खबर है. हरियाणा सरकार ने बीपीएल परिवार के कोरोना संक्रमित सदस्यों की आर्थिक मदद के लिए बड़ा ऐलान किया है जिसके तहत बीपीएल परिवार का कोरोना संक्रमित सदस्य अगर होम क्वॉरेंटाइन में है तो उसे 5 हजार रूपयों की आर्थिक मदद दी जाएगी. इसके अलावा अगर बीपीएल परिवार का सदस्य अस्पताल में भर्ती है और उसकी हालत गंभीर है तो उसे प्रतिदिन 5 हजार रूपयों की राशि एक सप्ताह तक सरकार द्वारा दी जाएगी.

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राज्य सरकार ने 5 मई को इस योजना की शुरुआत की थी और इस योजना का अभी तक कितने बीपीएल परिवारों को लाभ मिला है या नहीं ये जानने के लिए ईटीवी भारत की टीम ने नूंह और फरीदाबाद का दौरा किया.

क्या कोरोना संक्रमित बीपीएल परिवारों तक पहुंच रही है 5000 रुपये की सरकारी मदद, देखिए ग्राउंड रिपोर्ट

नूंह में 350 लोग होम क्वारंटाइन

सबसे पहले बात नूंह की करते है जो कि प्रदेश का सबसे पिछड़ा जिला है और गौरतलब है की यहां गरीब परिवारों की सबसे ज्यादा संख्या है. इस योजना को लेकर हमने जिला नोडल अधिकारी और डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. बसंत दुबे से बात की तो उन्होंने बताया की स्वास्थ्य विभाग ने नूंह में कोरोना संक्रमित मरीजों के आंकड़े जुटाने शुरू कर दिए हैं और उनमें से बीपीएल परिवारों की सूची तैयार करने का अभियान शुरू कर दिया है.

डिप्टी सिविल सर्जन ने कहा कि जिले में 350 लोग होम क्वारंटाइन हैं और 50 लोगों का इलाज अल आफिया सामान्य अस्पताल मांडीखेड़ा में चल रहा है. इसके अलावा मेडिकल कॉलेज और प्राइवेट अस्पतालों में जो लोग कोरोना संक्रमित हैं और अपना इलाज करा रहे हैं .उनकी रिपोर्ट तलब की जा रही है.

दिखाने होंगे ये दस्तावेज

फरीदाबाद की बात की जाए तो स्वास्थ्य विभाग अधिकारी डॉ. अजय माम का कहना है कि सभी अस्पतालों को निर्देश दे दिए गए हैं कि वो अस्पताल में आने वाले सभी मरीजों की जानकारी स्वास्थ्य विभाग के पोर्टल पर अपलोड करें इसके साथ ही उन्होंने लोगों से भी आव्हान किया है कि जो मरीज घर पर आइसोलेट हैं और किन्हीं कारणों से अपनी जानकारी स्वास्थ्य विभाग की वेबसाइट पर अपलोड नहीं करा पाए हैं. वो अपने विभिन्न दस्तावेजों जैसे आधार कार्ड, परिवार पहचान पत्र और अन्य दस्तावेज को स्वास्थ्य विभाग अधिकारियों को दें ताकि वो वेबसाइट पर अपलोड कर सकें.

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डॉ. अजय माम ने ये भी बताया कि निजी अस्पताल में अपना इलाज करा रहे बीपीएल परिवार की मदद करने के अलावा सरकार द्वारा निजी अस्पतालों को भी प्रत्येक मरीज के हिसाब से 1 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी. उन्होंने बताया कि आइसोलेट कोरोना मरीज को 5 हजार रुपए और निजी अस्पतालों में ऑक्सीजन या आईसीयू, बेड पर उपचाराधीन बीपीएल परिवारों के कोरोना मरीजों के लिए प्रतिदिन प्रति मरीज 5 हजार रुपये (अधिकतम 7 दिन) यानी 35 हजार रुपये की सहायता देगी.

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फिलहाल स्वास्थ्य विभाग ने ऐसे बीपीएल परिवारों का आंकड़ा जुटाना शुरू कर दिया है जो की कोरोना संक्रमित होने के बाद आइसोलेशन में है या अस्पतालों में अपना इलाज करा रहे हैं. अगर गरीब परिवारों को इस योजना का लाभ उठाना है तो उन्हें परिवार पहचान पत्र, आधार कार्ड यानी मरीज का रजिस्ट्रेशन आईडी जो बैंक अकाउंट से लिंक हो उसे दिखाना जरूरी होगा, क्योंकि उसे लेकर स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी पोर्टल पर ऑनलाइन करेंगे.

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