चंडीगढ़: हरियाणा में मनरेगा योजना के तहत कोविड-19 दौरान पिछले साल के मुकाबले सरकार ने ज्यादा खर्च किया है. वहीं दो लाख से ज्यादा लोगों को काम इस साल गया दिया गया. 2018-19 में जहां हरियाणा में 388 करोड रुपए खर्च कर 3. 64 लाख वर्कर्स को काम दिया गया था. वहीं 2020-21 में 621 करोड रुपए खर्च कर 5.62 लाख लोगों को काम दिया जा चुका है.
साल 2019 के मुकाबले जहां दो लाख से ज्यादा लोगों को काम दिया गया. वहीं सभी राज्यों के डाटा manrega.nic.in पर भी उपलब्ध करवाया गया है. हरियाणा में जिले वार किन जिलों में कितना खर्च अप्रैल से लेकर दिसंबर महीने में किया गया है इसका भी डाटा साझा किया गया है.
जिला | अप्रैल | मई | जून | जुलाई | अगस्त | सितंबर | अक्टूबर | नवंबर | दिसंबर |
अंबाला | 2.81 | 39.70 | 75.74 | 117.62 | 74.89 | 70.22 | 61.53 | 68.30 | 94.96 |
भिवानी | 9.95 | 222.53 | 329 | 315 | 247 | 225 | 220 | 224 | 300 |
चरखी दादरी | 11.82 | 46.30 | 52.91 | 49.8 | 43.26 | 32.11 | 34.43 | 29.73 | 38.29 |
फरीदाबाद | 6.55 | 19.18 | 33.14 | 35.67 | 26.40 | 25.70 | 15.87 | 13.17 | 14.55 |
फतेहाबाद | 48.16 | 541 | 756 | 636 | 651 | 837 | 368 | 215 | 316 |
गुरुग्राम | 3.51 | 41.75 | 50.51 | 61.33 | 44.67 | 36.14 | 35.99 | 40.36 | 28.71 |
हिसार | 68.61 | 448 | 744 | 543 | 311 | 494 | 291 | 342 | 453 |
झज्जर | 0.49 | 85.77 | 133 | 187 | 111 | 66.65 | 45.77 | 58.88 | 137.63 |
जींद | 12.48 | 274 | 490 | 336 | 191 | 207 | 226 | 253 | 383 |
कैथल | 15.13 | 148 | 392 | 312 | 210 | 118 | 147 | 154 | 210 |
करनाल | 9.3 | 300 | 626 | 776 | 464 | 365 | 229 | 199 | 257 |
कुरुक्षेत्र | 3.90 | 245 | 291 | 201 | 69 | 61 | 77 | 67 | 79 |
महेंद्रगढ़ | 6.4 | 128 | 202 | 217 | 160 | 107 | 69 | 70 | 94 |
मेवात | 57.65 | 398 | 750 | 1289 | 1248 | 1208 | 1436 | 1922 | 2284 |
पलवल | 18.07 | 94.74 | 111 | 169 | 121 | 169.55 | 153 | 214 | 162 |
पंचकूला | 11.45 | 68.91 | 66.44 | 63.20 | 30.79 | 31 | 40.94 | 39 | 30.23 |
पानीपत | 2.05 | 199.26 | 305 | 390 | 234 | 153 | 153 | 89 | 176 |
रेवाड़ी | 7.19 | 28.35 | 50.47 | 34.28 | 15.43 | 11.51 | 16.58 | 18.14 | 29.44 |
रोहतक | 13.12 | 187.64 | 251 | 277 | 147.94 | 158 | 150 | 196 | 221 |
सिरसा | 23.38 | 268 | 432 | 399 | 272 | 236 | 246 | 199 | 171 |
सोनीपत | 13.99 | 130 | 200 | 210 | 99.76 | 100.13 | 85 | 33.48 | 117 |
यमुनानगर | 8.27 | 102.90 | 220 | 290.50 | 163.55 | 109 | 104.98 | 105.93 | 127.52 |
कुल | 352.91 | 4036.76 | 6558.31 | 6916 | 4943.19 | 4826.83 | 4213.38 | 4555.16 | 5732.29 |
इन आंकडों से पता चलता है कि कोविड-19 के दौरान मनरेगा योजना में केंद्र सरकार ने काफी धनराशि खर्च की है. जब लोगों का रोजगार छिन गया था, तो गांवों में ही मनरेगा योजना के तहत बेरोजगार लोगों को रोजगार मिल सका. ग्राम पंचायतों में पीने के पानी, स्कूल, विकास के लिए निर्माण कार्य इत्यादि इस योजना के तहत बनवाए ताकि भविष्य में इनका इस्तेमाल किया जा सके.
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लॉकडाउन के दौरान हरियाणा में मजदूरों ने मनरेगा योजना का भरपूर लाभ उठाया, लेकिन जब जून-जुलाई में दोबारा उद्योग-धंधे और बाकी कारोबार पटरी पर आए तो मनरेगा के तहत काम करने वाले मजदूरों की संख्या तो घटी, लेकिन भारी संख्या में मजदूरों ने अपने गृह क्षेत्र में काम करना ही पसंद किया, जिसका असर है कि अभी भी मनरेगा के तहत मजदूरी करने वालों मजदूरों की संख्या लॉकडाउन से पहले की तुलना में कई गुना ज्यादा है.