चंडीगढ़: हरियाणा में कबूतरबाजी और धोखाधड़ी के जरिए लोगों को विदेश भेजने के नाम पर ठगने वाले सरकार के निशाने पर आ गए हैं. अब हरियाणा सरकार की ओर से वेबसाइट पर ऐसे एजेंट की लिस्ट जारी की गई है जो वैध तरीके से लोगों को विदेश भेते हैं. इस बात की जानकारी कबूतरबाजी पर नकेल कसने के लिए गठित एसआईटी प्रमुख भारती अरोड़ा ने दी है.
एसआईटी प्रमुख भारती अरोड़ा ने बताया कि केंद्र और प्रदेश सरकार की वेबसाइट पर विदेश भेजने वाले वैध एजेंट्स की लिस्ट जारी की गई है. राज्य का कोई भी इच्छुक व्यक्ति विदेश जाने के लिए इनकी सहायता ले सकता है. अरोड़ा ने कहा कि सरकार की ओर से गठित एसआईटी शुरू से राज्य के लोगों की सुरक्षा के लिए कबूतरबाजों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है. गृहमंत्री आनिल विज की अनुशंसा पर इस कमेटी में 6 अन्य एसपी स्तर के अधिकारियों को शामिल किया गया है.
इन वेबसाइट पर मिलेगी वैध एजेंट्स की लिस्ट
उन्होंने बताया कि कोई भी व्यक्ति भारत सरकार की वेबसाईट https://emigrate.gov.in और प्रदेश सरकार की वेबसाइट https://haryana.gov.in/list-of-authorized-agents-for-sending-people-abroad-in-haryana पर विदेश भेजने वाले वैध एजेंट्स के बारे में जानकारी जुटा सकते हैं.
एसआईटी प्रमुख ने बताया कि वेबसाइटस पर वैध एजेंट की लिस्ट हर रोज अपडेट की जाती है, इसलिए जो भी व्यक्ति विदेश जाने के इच्छुक हैं, वो वेबसाइट देखकर वैध एजेंट से संपर्क कर सकते हैं. साथ ही वो वेबसाइट पर जाकर नियमों को अच्छे पढ़ भी सकते हैं ताकि वो किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी से बच सके.
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उन्होंने बताया कि वेबसाइट पर 15 एजेंट्स के नाम और पते दिए गए हैं जोकि राज्य के अनेक जिलों से संबंधित हैं. इनमें भिवानी, गुरूग्राम, फरीदाबाद, हिसार, करनाल, सिरसा और कुरुक्षेत्र के एजेंट के नाम शामिल हैं.
कब और क्यों शुरू हुआ कबूतरबाजी के खिलाफ अभियान?
साल 2018-19 में कुछ एजेंट्स ने हरियाणा के कई युवकों को अवैध रूप से अमेरिका भेजा था. उन्हें अच्छी नौकरी और वेतन का लालच दिया था. युवक अमेरिका तो पहुंच गए लेकिन पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया और जेल में डाल दिया. इन्हें काफी समय तक जेल में रखने के बाद अमेरिकी सरकार ने वापस भारत भेजा. जिसके बाद युवकों ने ठगे जाने की शिकायत की. इस पर हरियाणा सरकार की ओर से अवैध रूप से विदेश भेजने के धंधे में संलिप्त लोगों पर नकेल कसने के लिए एसआईटी (विशेष जांच दल) का गठन किया गया. एसआईटी ने प्रदेशभर में कई लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है और कई मामलों की जांच कर रही है.