चंडीगढ़: कोरोना महामारी के बीच पीएम केयर्स फंड से सभी राज्यों में कोरोना मरीजों के लिए वेंटिलेटर भेजे गए थे. इन राज्यों में हरियाणा भी शामिल है. हालांकि हरियाणा सरकार की तरफ से ये डाटा जारी नहीं किया गया है कि आखिर पीएम केयर्स फंड से प्रदेश को कितने वेंटिलेटर उपलब्ध हुए हैं और कितने वेंटिलेटर्स का इस्तेमाल हो रहा है.
ऐसे में ईटीवी भारत ने हरियाणा के अलग-अलग जिलों के सीएमओ और दूसरे स्वास्थ्य अधिकारियों से बात की और पीएम केयर्स फंड से मिले वेंटिलेटर्स के आंकड़े जुटाने की कोशिश की. इस दौरान सामने आया कि पीएम केयर्स फंड से मिले वेंटिलेटर कहीं धूल फांक रहे हैं तो कहीं इन्हें चलाने के लिए टेक्नीशियन ही नहीं है. जिस वजह से ये वेंटिलेटर ठीक होने के बाद भी किसी 'कबाड़' से कम नहीं पड़े हैं.
जिलावार पीएम केयर से भेजे गए वेंटिलेटर की स्थिति
- चंडीगढ़: पीएम केयर फंड से जुलाई 2020 में 20 वेंटिलेटर चंडीगढ़ भेजे गए थे, जिसमें से 10 वेंटिलेटर जीएमसीएच-32 और 10 वेंटिलेटर पीजीआई को दिए गए थे. डॉक्टरों ने पाया कि वेंटिलेटर्स में कुछ खराबी है और वो ठीक से काम नहीं कर रहे हैं, इसलिए इन वेंटिलेटर्स को डॉक्टरों ने इस्तेमाल नहीं किया.
- करनाल: सीएम सिटी करनाल में 69 वेंटिलेंटर पीएम केयर्स फंड से आए हैं, जिनमें से सिर्फ 12 इस्तेमाल किए जा रहे हैं. बाकी 57 रिजर्व रखे गए हैं. वहीं रिजर्व में रखे गए 57 वेंटिलेटर में से 2 खराब हो चुके हैं.
- पानीपत: पीएम केयर्स फंड से पानीपत जिले को 5 वेंटिलेटर मिले हैं और इनमें से अभी एक को भी शुरू नहीं किया गया है. प्रशासन का कहना है अभी टेक्नीशियन नहीं मिल पा रहे हैं. ये वेंटिलेटर 8 मई 2021 को ही पानीपत आए हैं.
- चरखी दादरी: पीएम केयर्स फंड से चरखी दादरी को पिछले साल 11 वेंटिलेटर मिले. सभी ठीक हैं, लेकिन उनके लिए ऑपरेटर नहीं है.
- फरीदाबाद: हरियाणा के सबसे कोरोना संक्रमित जिलों में फरीदाबाद जिले का नाम शामिल है. जहां लोगों का सही इलाज तक नहीं मिल रहा है, लेकिन हैरानी की बात ये है कि फरीदाबाद में पीएम केयर्स फंड से कोई भी वेंटिलेटर नहीं आया है.
- गुरुग्राम: साइबर सिटी गुरुग्राम हरियाणा ही नहीं बल्कि देश के सबसे संक्रमित शहरों में से एक है. यहां भी पीएम केयर्स फंड से कोई वेंटिलेटर नहीं आया है. वैसे सिविल हॉस्पिटल में 5 वेंटिलेटर हैं, जिसमें से 4 कोविड वार्ड में और 1 का इस्तेमाल इमरजेंसी वार्ड में जरूर हो रहा है.
- फतेहाबाद: पीएम केयर्स फंड से जिले को 3 वेंटिलेटर मिले हैं. वहीं जिले में कुल 12 वेंटिलेटर हैं और सभी इस्तेमाल किए जा रहे हैं.
- सिरसा: पीएम केयर्स फंड से जिले को 6 वेंटिलेटर मिले हैं. 2 सिरसा , 2 डबवाली, 2 ऐलनाबाद भेजे गए हैं. ये वेंटिलेटर 24 नवंबर 2020 को भेजे गए थे और सभी इस्तेमाल में हैं.
- हिसार: पीएम केयर्स फंड से 48 वेंटिलेटर हिसार भेजे गए. 8 वेंटिलेटर सिविल हॉस्पिटल, 40 वेंटिलेटर महाराजा अग्रसेन मेडिकल कॉलेज को दिए गए. सभी इस्तेमाल हो रहे हैं. ये वेंटिलेटर अक्टूबर 2020 को मिले थे.
- महेंद्रगढ़: जिले में केंद्र से 5 वेंटिलेटर पहुंचे हैं. सिविल सर्जन अशोक कुमार ने कहा है कि ये किस फंड के माध्यम से आए हैं. इस बारे में जानकारी नहीं है.
- सोनीपत: पीएम केयर्स फंड से कोई भी वेंटिलेटर नहीं मिला है. सोनीपत सिविल अस्पताल में 10 पुराने वेंटिलेटर हैं. सभी चालू हालात में हैं.यमुनानगर: पीएम केयर्स फंड से यमुनानगर को 4 वेंटिलेटर मिले हैं. सभी ट्रॉमा सेंटर में इस्तेमाल किए जा रहे हैं. ये वेंटिलेटर जिले को पिछले साल ही मिल गए थे.
- अंबाला: हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के गृह जिले अंबाला को 11 वेंटिलेटर्स पीएम केयर्स फंड से मिले हैं. यहां सभी वेंटिलेटर इस्तेमाल में लाए जा रहे हैं.
- नूंह: हरियाणा के नूंह जिले को भी पीएम केयर्स फंड से कोई वेंटिलेटर नहीं मिला है.
- रोहतक: रोहतक में भी पीएम केयर्स फंड से कोई वेंटिलेटर नहीं आया है.
- कुरुक्षेत्र: धर्मनगरी कुरुक्षेत्र को भी पीएम केयर्स फंड से एक भी वेंटिलेटर नहीं दिया गया है. हालांकि जिले में पहले से ही लगभग 15 वेंटिलेटर हैं, जिनमें से कुछ ऐसे हैं जो काम नहीं कर रहे हैं.
हरियाणा सरकार की तरफ से पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट में दिए गए एक हलफनामे के तहत बताया गया है कि प्रदेश में कुल 1209 वेंटिलेटर मौजूद हैं. इसके दूसरी तरफ हरियाणा सरकार को पीएम केयर्स फंड की तरफ से दिए गए वेंटीलेटर्स का डाटा स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जा रही नहीं किया जा रहा है
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हरियाणा की डीजी वीना सिंह के अनुसार पीएम केयर्स फंड से आए वेंटिलेटर्स की जानकारी केवल हरियाणा मेडिकल सर्विस कॉरपोरेशन (एचएमएससीएल) की तरफ से दी जा सकती है. हालांकि डिपार्टमेंट के अधिकारी उच्च अधिकारियों पर और विभाग के उच्च अधिकारी पीएमओ के कर्मचारियों पर जानकारी होने की बात कहकर पल्ला झाड़ते नजर आ रहे हैं.
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वहीं जब इस बारे में हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज से बात की गई और ईटीवी भारत के संवाददाता ने जब पीएम केयर फंड से आए वेंटिलेटर्स के बारे में जानकारी चाही तो मंत्री महोदय गर्दन हिलाने के सिवाए कोई जवाब नहीं दे पाए.
क्या है पीएम केयर्स फंड?
कोरोना की मुश्किल घड़ी में आपात स्थितियों से निपटने के लिए प्रधानमंत्री नागरिक सहायता और राहत कोष (पीएम केयर्स फंड)’ के नाम से एक सार्वजनिक धर्मार्थ ट्रस्ट बनाया गया था. इस कोष में दान करने के लिए देश-विदेश में रह रहे भारतीयों से अपील की गई. ये कोष प्राकृतिक आपदा या किसी अन्य संकट की स्थिति के दौरान प्रभावित लोगों की आर्थिक मदद के लिए बनाया गया था. बता दें कि पीएम केयर्स फंड के पदेन अध्यक्ष देश के प्रधानमंत्री हैं. वहीं भारत सरकार के रक्षा मंत्री, गृह मंत्री और वित्त मंत्री निधि के पदेन ट्रस्टी हैं.