चंडीगढ़: हरियाणा कांग्रेस प्रभारी विवेक बंसल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर किसान आंदोलन के मुद्दे पर प्रदेश सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन चरम पर पहुंच गया है, लेकिन सरकार की हठधर्मिता खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. ये रवैया सरकार को शोभा नहीं देता.
एक तरफ जहां देश का अन्नदाता अपने भविष्य की चिंता करते हुए आंदोलन कर रहा है. वहीं सरकार हिटलर शाही सोच पर बनी हुई है. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में जन भावना का सम्मान सबसे अहम होता है. अगर लंबे समय से गतिरोध बना हुआ है, तो सरकार का नैतिक धर्म बनता है कि वो गतिरोध को खत्म करवाएं.
बंसल ने कहा कि किसान आंदोलन के दौरान 200 से ज्यादा किसान मारे गए हैं, लेकिन कृषि मंत्री, प्रधानमंत्री या अन्य किसी बड़े नेता की तरफ से इनकी संवेदना में एक शब्द भी नहीं बोले गए. किसान भी देश के नागरिक हैं, लेकिन सरकार की असंवेदनशीलता लोकतंत्र के खिलाफ है. हरियाणा विधानसभा में कांग्रेस के प्रस्ताव के गिरने पर प्रतिक्रिया देते हुए विवेक बंसल ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव के जरिए उन लोगों की पोल खुल गई है. जो लोग किसान हितैषी होने का दावा करते थे.
उन्होंने कहा कि बीजेपी और जेजेपी गठबंधन सरकार ने एंटी डिफेक्शन कानून का फायदा उठाते हुए सरकार को बचा लिया है. अविश्वास पर चर्चा के दौरान जेजेपी के विधायकों को बार-बार कहने के बाद भी बोलने का मौका नहीं दिया गया. हरियाणा में कांग्रेस संगठन के विस्तार पर बोलते हुए बंसल ने कहा कि कार्रवाई जारी है. सभी से मंत्रणा करने के बाद जल्द ही संगठन की घोषणा कर दी जाएगी.
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समालखा विधानसभा से कांग्रेस विधायक धर्मपाल छौकर के घर पर प्रवर्तन निदेशालय और आयकर विभाग ने छापामारी की. इसको बंसल ने गलत बताया. उन्होंने कहा कि जो भी सरकार के खिलाफ आवाज उठाता है. उन पर छापेमारी करवा दी जाती है. बीजेपी सरकार ने देश में अघोषित इमरजेंसी लगा दी है. जिस कारण आज देश के लोकतंत्र की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रैंकिंग में गिरावट आई है. हरियाणा कांग्रेस के प्रभारी और वरिष्ठ कांग्रेस नेता विवेक बंसल ने कहा है कि पार्टी के बागी ग्रुप G-23 खत्म हो गया है. अब मात्र दो या तीन लोग ही इसमें बचे हैं.