चंडीगढ़/नई दिल्ली: हरियाणा के पूर्व कांग्रेस विधायक कुलदीप बिश्नोई बीजेपी में शामिल हो गए (kuldeep bishnoi joins bjp) हैं. इसके साथ ही कुलदीप बिश्नोई की पत्नी रेणुका बिश्नोई भी बीजेपी में शामिल हुई. आज दिल्ली में उन्होंने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल की मौजूदगी में बीजेपी में शामिल हुए. इस दौरान हरियाणा के बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत भी मौजूद रहे.
बीजेपी में शामिल होने के बाद कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि वो बिना किसी शर्त के पार्टी में शामिल हो रहे हैं. उन्हें बस मान सम्मान की चाहत है. उन्होंने पीएम मोदी की नीतियों की तारीफ की और कहा कि हरियाणा में बीजेपी को आगे बढ़ाने के लिए पूरी मेहनत करेंगे. इस दौरान केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत भी मौजूद रहे, बिश्नोई ने कहा कि गजेंद्र शेखावत वो नेता हैं जिन्होंने मुझे बीजेपी में शामिल होने के लिए सबसे ज्यादा प्रेरित किया. इस दौरान बिश्नोई ने बीजेपी के साथ गठबंधन के दिनों को भी याद किया.
गौरतलब है कि भजन लाल की बनाई गई हरियाणा जनहित कांग्रेस (Haryana Janhit Congress) और बीजेपी ने मिलकर हरियाणा में 2014 का लोकसभा चुनाव लड़ा था. हालांकि इसके बाद दोनों के रास्ते अलग-अलग हो गए थे.
हरियाणा के सीएम मनोहर लाल ने कहा कि मैं कुलदीप बिश्नोई और रेणुका बिश्नोई का स्वागत करता हूं. कुलदीप बिश्नोई भाजपा की नीतियों से प्रभावित हुए और अब हमारे साथ हैं. मनोहर लाल ने कहा कि कुलदीप बिश्नोई बिना शर्त बीजेपी में शामिल हुए (kuldeep bishnoi joins bjp) हैं.
कल विधायकी से दिया इस्तीफा- गौरतलब है कि बुधवार को कुलदीप बिश्नोई ने विधायकी के पद से इस्तीफा दे दिया (Kuldeep Bishnoi Resign Mla Post) था. उन्होंने अपने इस्तीफा विधानसभा स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता को सौंपा था. उनके इस इस्तीफे को बुधवार शाम मंजूर कर लिया गया था. इससे पहले उन्होंने मंगलवार को एक शायराना अंदाज में ट्वीट कर बीजेपी में शामिल होने की बात कही थी. कुलदीप बिश्नोई ट्वीट किया है कि घायल तो यहां हर परिंदा है, मगर जो फिर से उड़ सका वहीं जिंदा है.
राज्यसभा चुनाव में बिश्नोई ने की थी क्रॉस वोटिंग- बता दें कि हरियाणा कांग्रेस ने विधायक कुलदीप बिश्नोई को बीते 11 जून को सभी पदों से हटा दिया (haryana congress removes Kuldeep bishnoi) था. राज्यसभा के लिए हुई वोटिंग के दौरान कुलदीप बिश्नोई ने निर्दलीय उम्मीदवार रहे कार्तिकेय शर्मा के पक्ष में मतदान किया था. राहुल गांधी के करीबी माने जाने वाले कुलदीप बिश्नोई का बगावती तेवर कांग्रेस को ऐसा भारी पड़ा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री रह चुके अजय माकन चुनाव हार गए. इस चुनाव में बीजेपी और जेजेपी ने कार्तिकेय शर्मा को समर्थन दिया था.
प्रदेश अध्यक्ष ना बनाए जाने से थे नाराज- इससे पहले बीते दिनों हरियाणा कांग्रेस में हुए बदलाव से पहले कुलदीप बिश्नोई प्रदेश अध्यक्ष की रेस में शामिल थे. उन्हें इस पद का प्रबल दावेदार भी माना जा रहा था, लेकिन आलाकमान ने पूर्व विधायक उदय भान को प्रदेश कांग्रेस की कमान सौंप दी और श्रुति चौधरी, राम किशन गुर्जर, जितेंद्र भारद्वाज और सुरेश गुप्ता के रूप में चार कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त कर दिए. कुलदीप बिश्नोई के अरमान धरे के धरे रह गए और सियासी जानकार इसकी वजह हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा की लॉबिंग को मानते हैं. फिलहाल बिश्नोई ने विधायक पद से इस्तीफा नहीं दिया है अगर वह इस्तीफा देते हैं तो उपचुनाव होना तय है.