चंडीगढ़: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने मंगलवार को चंडीगढ़ में लर्निंग फ्रॉम द सेकेंड नेशनल सीएस कॉन्फ्रेंस की अध्यक्षता की. कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कई सारे विकास के मुद्दों पर चर्चा की. कार्यक्रम के दौरान मुख्य सचिव संजीव कौशल भी मौजूद रहे. कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए सीएम मनोहर लाल ने कहा कि सभी विभाग विभिन्न विकासात्मक क्षेत्रों में व्यापक स्तर पर प्रोग्रेसिव प्लान बनाकर कार्य करें ताकि वर्ष 2047 तक अग्रणी, आधुनिक, आत्मनिर्भर व पूर्ण रूप से विकसित हरियाणा बनाने की दिशा में कारगर कदम उठाए जा सकें.
बता दें कि चंडीगढ़ में नेशनल सीएस कॉन्फ्रेंस कार्यक्रम के दौरान कॉन्फ्रेंस में वरिष्ठ अधिकारियों की सुक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों पर बल देने, इन्फ्रास्ट्रक्चर एण्ड इन्वेस्टमेंट, विनियामक अनुपालन को कम करने, जीएसटी, समावेशी मानव विकास, न्यूट्रीशन एण्ड मैटरनल, चाइल्ड एण्ड एडोलसेंट हेल्थ, महिला सशक्तिकरण, स्किल डिवेलेपमेंट, कौशल परिस्थिति तन्त्र का विस्तार, वोकल फाॅर लोकल, मोटे अनाज का उपयोग वर्ष 2030, विश्व स्तरीय भौगोलिक चुनौतियां आदि विषय पर प्रस्तुतिकरण दी गई.
मुख्य सचिव संजीव कौशल ने जनवरी माह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ राज्यों के मुख्य सचिवों की आयोजित वर्चुअल कॉन्फ्रेंस की रिपोर्ट भी प्रस्तुत की. इस दौरान हरियाणा की मिनी क्लस्टर योजना पर लघु फिल्म दिखाई गई. मुख्यमंत्री ने कहा कि हर विभाग ऐसी योजनाएं बनाकर उनकी हर माह समीक्षा करे और उनका सही क्रियान्वयन करें, जिससे हर व्यक्ति को उनका भरपूर लाभ मिल सके.
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सीएम ने कहा कि राज्य के नागरिकों का हर प्रकार की बीमारी का उपचार करने के लिए एक पोर्टल बनाया जाए और इसे परिवार पहचान पत्र के साथ जोड़ा जाए. मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन और वाणिज्य एवं उद्योग विभाग खण्ड स्तर पर क्लस्टर विकसित करे और रोजगार के अवसर पैदार करने पर फोकस करें. इसी के साथ गुरुग्राम में वर्ल्ड स्किल सेंटर बनाए जाने की बात सीएम मनोहर ने कही. साथ ही G-20 को लेकर सीएम ने कॉन्फ्रेंस के दौरान तैयारियों की चर्चा की.