चंडीगढ़: गुरुवार को सीएम मनोहर लाल की अध्यक्षता में कैबिनेट की अनौपचारिक बैठक का आयोजन किया गया. बैठक उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के आवास पर की गई. बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि बैठक में कई विषयों पर चर्चा की गई. बैठक में किसान आंदोलन को लेकर भी बात की गई.
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि किसानों को सरकार की ओर से राहत की खबर आई है कि सरकार किसानों की कई मुख्य मांगों को मानने के के लिए तैयार है. उन्होंने कहा कि उनकी किसानों से अपील है कि किसानों को सरकार की इस बार की पहल को स्वीकार करना चाहिए और इस आंदोलन को समाप्त करना चाहिए.
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सीएम ने कहा कि सरकार किसानों की सभी चिंताओं को दूर कर रही है. इस बार सभी फसलों की अच्छी खरीद हुई है. दूसरे राज्यों से आने वाली फसल को भी हरियाणा में खरीदा जा रहा है. सभी फसलें हमेशा एमएससी पर खरीदी जाएंगी और भविष्य में मंडियों की संख्या में को भी बढ़ाया जाएगा. किसानों पर मुकदमे दर्ज किए गए हैं. उसे भी सुलझा लिया जाएगा. ये कोई बड़ी बात नहीं है. किसान हमारे भाई हैं और उन्हें कोई परेशानी नहीं आने दी जाएगी.
'कांग्रेस किस मुंह से कृषि कानूनों का विरोध कर रही'
कांग्रेस कृषि कानूनों के बारे में नहीं बोल सकती, क्योंकि कांग्रेस राज में कांग्रेस खुद इस तरह के प्रस्ताव लेकर आई थी. पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार ने ये बातें कही थी. यहां तक कि भूपेंद्र हुड्डा भी ये सभी बातें कह चुके हैं. फिर वो आज किस मुंह से इन कानूनों का विरोध कर रहे हैं. कांग्रेसी किसानों के कंधे पर बंदूक रखकर अपनी राजनीतिक रोटियां सेक रहे हैं, लेकिन कांग्रेस की इस मंशा को जनता भली भांति जान चुकी है.
'गठंबधन सरकार मजबूत है'
उपमुख्यमंत्री के आवास पर बैठक करने के बाद सीएम ने कहा कि विपक्ष के आरोप निराधार हैं. दोनों दलों के बीच में कोई नाराजगी नहीं है. हरियाणा की गठबंधन की सरकार मजबूत है और अगले 4 सालों तक सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी.