चंडीगढ़: हरियाणा विधानसभा बजट सत्र के तीसरे दिन मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रदेश के चौकीदारों का वेतन बढ़ाने की घोषणा की है. इसके साथ ही उन्होंने सदन को बताया कि चौकीदारों को हरियाणा कौशल रोजगार निगम में जोड़ने का काम जारी है. इस कार्य के पूरा होने के बाद चौकीदारों की सेलरी 14 हजार रुपए हो जाएगी. गुरुवार को मुख्यमंत्री एवं वित्त मंत्री सरकार का चौथा बजट पेश करेंगे.
सदन में राज्यपाल के अभिभाषण पर हुई बहस का जवाब देते हुए सदन के नेता और मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि विपक्ष के लोगों ने आलोचना की है. वे स्वच्छ आलोचना के पक्षधर हैं. इस दौरान सीएम मनोहर ने कहा, 'वो बोले इतना कि अखबार में छप गये, समय बिता तो रद्दी में बिक गए'. इस पर हुड्डा ने भी शेर से ही जवाब दिया. उन्होंने कहा, 'रद्दी तोली जाती है तराजू में बिकने से पहले, तुम्हे कोई परख रहा है, तो हर्ज क्या है'.
इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि बजट में अच्छे सुझावों को रखा जाएगा. इस दौरान कुछ डिमांड भी आई हैं. अधिकारियों ने इन्हें नोट किया है. इस पर हुड्डा ने कहा कि आपकी 8 साल की घोषणाएं हैं, उन्हें पूरी करवा लो. सीएम ने कहा कि कुछ कार्या में सुस्ती आई है, तो हम उसमें आगे बढ़ेंगे. सदन में सीएम ने पंचायतों में ई टेंडरिंग के मुद्दे पर कहा कि कुछ व्यवस्थाएं पहले से चल रही है, लेकिन समय-समय पर व्यवस्थाओं में परिवर्तन अच्छी चीजों के लिए होता है.
भ्रष्टाचार की बीमारी नीचे तक है. इसमें राजनेता और अधिकारी-कर्मचारी भी शामिल होते हैं. इसलिए इसमें हमने चेकर भी बनाए हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार का काम लोगों तक बजट पहुंचाना होता है. पंचायतों को स्टाम्प ड्यूटी और ठेके से भी कमाई होती है. पंचायत समिति और जिला परिषद साल के कामों की लिस्ट बनाकर पोर्टल पर अपलोड करें. इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने 1100 करोड़ पंचायत के एसएनए अकाउंट में जमा करवा दिए हैं.
पंचायतें 2 लाख तक के काम किसी से भी करवा सकती हैं. 2 हजार 890 काम सरपंचों ने करवाने शुरू करवा दिए हैं. वहीं 3 हजार 254 पंचायतों ने काम शुरू करवा दिए हैं और 3 हजार 257 काम मिल चुके हैं. जिसका एडमिस्ट्रेटिव अप्रूवल पंचायतें देगी. इन कार्यो के लिए 600 कॉन्ट्रेक्टर ने खुद को रजिस्टर कर लिया है. सदन में मुख्यमंत्री ने कहा कि यह प्रचार किया जा रहा है कि जेई किसी को भी काम दे देंगे.
लेकिन किसी की मर्जी नहीं चलेगी, जो ठीक क्वालिटी का काम करेगा, उसको काम मिलेगा. सीएम ने कहा बहुत से लोग कहते हैं कि पंचायत चुनाव में बहुत पैसा खर्च दिया है. उन्हें पता होता तो ज्यादा पैसा खर्च नहीं करते. सीएम ने कहा कि इसका अर्थ समझ लें कि वो चाहते हैं कि उनके हाथों में पैसा दिया जाए. मुख्यमंत्री ने कहा कि वे किसी की भी जेबां में पैसा नहीं जाने देंगे. वहीं हुड्डा ने कहा कि इलेक्टेड पंचायत पर विश्वास रखो और उन्हें काम करने दो. वे चुने हुए प्रतिनिधि हैं.
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सदन में बोलते हुए हुड्डा ने कहा कि कभी कोई पोर्टल बंद हो जाता है, कभी कोई चल नहीं रहा होता है. सीएम ने सदन में साफ कर दिया कि पंचायतें जिस काम के लिए कहेंगी वहीं काम होगा. 2 लाख से नीचे के कार्यों में पूरा अधिकार दिया गया है. किसी का हस्तक्षेप नही हैं, लेकिन 2 लाख से 25 लाख तक के कार्य ई टेंडरिंग के माध्यम से होंगे. सीएम ने कहा अगर इसमें कुछ गलत है, तो हमें बताएं. कहां गलत है.
सीएम ने कहा कि क्वालिटी की जहां तक बात है, उसके लिए क्वालिटी इश्योरेंस अथॉरिटी बनाई है. कार्यों को अथॉरिटी चेक करेगी, उसके बाद ही पेमेंट किया जाएगा. इस दौरान सीएम ने संस्कृत टीचर के मुद्दे पर जवाब देते हुए कहा कि 714 पीजीटी संस्कृत के साथ कुल 7 हजार 74 पीजीटी की भर्ती हुई है. इसमें 100 उर्दू टीचर की भर्ती विज्ञापित हुई है. सीएम ने खिलाड़ियों के कोटे को लेकर कहा कि केवल चार विभागों में ही ग्रुप सी में भर्ती देंगे, ये गलतफहमी हो गई है. सीएम ने कहा कि खिलाड़ियों को चार विभागों में ही कोटा इसलिए देंगे क्योंकि उसकी योग्यता स्पोर्टस की है. इसके अलावा भी जो विभाग खेलो में आगे बढ़ने के लिए टीम बनाएंगे, उसमें भी खिलाड़ियों का कोटा जोड़ा जाएगा. सीएम ने कहा कि ग्रुप सी के कुल पदों का 3 प्रतिशत ही स्पोर्ट्स कोटा रहेगा.