चंडीगढ़: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नए संसद भवन का उद्घाटन कार्यक्रम करने को लेकर देश की सियासत गरमाई हुई है. इस मुद्दे पर कांग्रेस और भाजपा नेता आमने-सामने हैं. दोनों एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं. इसी कड़ी में हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ने भी कांग्रेस पर जुबानी हमला बोलते हुए उन्हें कांग्रेस शासनकाल के इतिहास में हुए उद्घाटनों के बारे में याद दिलाया है. जहां कांग्रेस और विपक्षी दल इस मुद्दे को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साध रहे हैं. वहीं तमाम विपक्षी दल संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति के हाथों करवाने की मांग कर रहे हैं. इस मांग को लेकर देश की 19 विपक्षी पार्टियों ने इस कार्यक्रम का बायकाट किया है.
विपक्षी दलों के इस निर्णय पर हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि लोकसभा और विधानसभा लोकतंत्र के मंदिर हैं. कांग्रेस नई संसद भवन कार्यक्रम का बहिष्कार करके लोकतंत्र का अपमान कर रही है. उनको अपने किए हुए कार्य की पृष्टभूमि को नहीं भूलना चाहिए. उन्होंने कहा कि जिस समय सोनिया गांधी और राहुल गांधी सांसद थे, उस समय उन्होंने छत्तीसगढ़ की विधानसभा का उद्घाटन किया था.
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पंजाब की विधानसभा का उद्घाटन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने किया था. कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं है, इसलिए कांग्रेस जनता का ध्यान भटकाना चाहती है. उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस ने हमेशा लोकतंत्र की हत्या की है. जिस प्रकार इंदिरा गांधी ने इमरजेंसी लगाकर लोकतंत्र की हत्या की थी. उन्होंने कहा कि सरकार का अपमान करना भी लोकतंत्र का अपमान है, जो कांग्रेस ने किया है.
विदेशों के प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सम्मान करते हैं. कांग्रेस को इस कार्यक्रम में शामिल होना चाहिए. पीएम मोदी ने लोकसभा की नई बिलिं्डग बनाने को लेकर सोचा था और उन्होंने यह सराहनीय काम पूरा किया है. कांग्रेस द्वारा सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाए जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि इस तरह कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट के समय की बर्बादी की है. दरअसल, कांग्रेस आज के हालात में बुरी तरह से बौखलाई हुई है. कांग्रेस को ये बात हजम नहीं हो रही है कि पीएम मोदी से इसका उद्घाटन करवाया जा रहा है.