चंडीगढ़: संसद की सुरक्षा में चूक के बाद से हरियाणा विधानसभा की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. 15 दिसंबर से हरियाणा विधानसभा की शीतलाकीन सत्र शुरू हो रहा है. ऐसे में विधानसभा की सुरक्षा को पहले से पुख्ता कर दिया गया है. वीरवार को हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने सुरक्षा एवं प्रहरी शाखा और विधानसभा अधिकारियों के साथ आपात बैठक की. इस दौरान उन्होंने निर्देश दिए कि शीतकालीन सत्र के दौरान सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए विशेष रूप से सतर्क रहें.
दर्शक दीर्घा में लगाए गए कैमरे: विधानसभा अध्यक्ष ने अधिकारियों से कहा कि सत्र की कार्यवाही देखने के लिए आने वाले दर्शकों के लिए प्रवेश पत्र बनाते समय समुचित नियमों व प्रक्रियाओं का पालन करें. दर्शक दीर्घा में तुरंत प्रभाव से कैमरे लगाए जाएं. देर शाम तक कैमरे लगाने की कार्रवाई जारी रही. विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता के निर्देशों के बाद तय हुआ कि सत्र की कार्यवाही देखने के लिए आने वाले दर्शकों के पास विधायकों की अनुशंसा के बाद विधान सभा सचिवालय हारट्रोन को आगंतुकों की जानकारी भेजेगा.
तीन स्थानों पर होगी चेकिंग: हारट्रोन प्रार्थी की समुचित जानकारी कंप्यूटर में फीड कर फोटोयुक्त प्रवेश पत्र तैयार करेगा. इस प्रवेश पत्र के बाद विधान सभा की सुरक्षा एवं प्रहरी शाखा हरियाणा पुलिस की मदद से निर्धारित 3 स्थानों पर प्रत्येक व्यक्ति की सुरक्षा चेकिंग करेगी. महिला दर्शकों की सुरक्षा चेकिंग के लिए अलग से केबिन स्थापित किए गए हैं.
इन चीजों के ले जाने पर प्रतिबंध: दर्शक दीर्घा में पर्स, पैन, मोबाइल फोन, पानी की बोतल, बैल्ट, काले रंग का कपड़ा, कड़ा इत्यादि कोई भी वस्तु लेकर जाने की मनाही होगी. इतना ही नहीं वहां किसी को खड़ा होने की भी अनुमति नहीं होगी. इसके लिए सुरक्षा प्रहरियों को विशेष रूप से नियुक्त किया जा रहा है.
पंजाब विधानसभा से लगते रास्ते किए बंद: सिविल सचिवालय से आने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों को भी उनके पहचान पत्र के आधार पर प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा. उन्हें विधान भवन आने के लिए विधान सभा सचिवालय की ओर से जारी प्रवेश पत्र दिखाना होगा. मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री, विधान सभा अध्यक्ष और विधान सभा उपाध्यक्ष के अलावा किसी भी मंत्री या विधायक के साथ उनके सुरक्षा कर्मचारी विधान भवन में प्रवेश नहीं करेंगे. विधान भवन में पंजाब के साथ साझा सभी 7 रास्ते भी बंद किए जा रहे हैं.