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Haryana Assembly Elections 2024: हरियाणा और राजस्थान को लेकर क्या है जेजेपी की चुनावी तैयारी, क्या कहते हैं पार्टी के हरियाणा अध्यक्ष?

Haryana Assembly Elections 2024 हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 को लेकर राजनीतिक पार्टियां जोर-शोर से चुनावी मैदान में उतरने को तैयार हैं. वहीं, आगामी चुनाव को लेकर जननायक जनता पार्टी की क्या तैयारी है, इसको लेकर जननायक जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सरदार निशान सिंह ईटीवी भारत के साथ खास बातचीत की. निशान सिंह ने इस दौरान प्रदेश में गठबंधन समेत कई मुद्दों पर बड़ा बयान दिया है. (JJP Mission 2024 Jannayak Janata Party State President Sardar Nishan Singh BJP JJP alliance)

JJP Mission 2024 Jannayak Janata Party State President Sardar Nishan Singh
हरियाणा और राजस्थान को लेकर जेजेपी की चुनावी तैयारी
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By ETV Bharat Haryana Team

Published : Oct 22, 2023, 1:52 PM IST

हरियाणा और राजस्थान को लेकर जेजेपी की चुनावी तैयारी

चंडीगढ़: हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 से पहले सियासी माहौल गरमाया हुआ है. सभी दल प्रदेश में पूरी तरह सक्रिय दिखाई दे रहे हैं. क्या बीजेपी, कांग्रेस, आईएनएलडी, आम आदमी पार्टी और क्या जेजेपी सभी दल अपनी पूरी ताकत के साथ चुनावी मैदान में उतरने के लिए तैयार है. वहीं, सभी दलों के राजनीतिक कार्यक्रम भी प्रदेश में जो शोर से चल रहे हैं. जननायक जनता पार्टी की क्या तैयारी चल रही है इसको लेकर ईटीवी भारत ने जननायक जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सरदार निशान सिंह से बातचीत की.

सवाल: हरियाणा में पार्टी के आने वाले दिनों में क्या कार्यक्रम है?

जवाब: जननायक जनता पार्टी चौधरी देवीलाल के विचारों की पार्टी है चौधरी देवीलाल सत्ता में रहे हो या विपक्ष में रहे हो हमेशा जनता के बीच रहने का संदेश देते थे. उनका खुद का स्वभाव भी ऐसा ही था उसी तर्ज पर जननायक जनता पार्टी भी काम कर रही है. जहां तक बात चुनावी साल की है तो हमने यह फैसला लिया था कि हम सभी 10 लोकसभा सीटों पर जनसभाएं करेंगे, जिनमें से तीन सीटों पर यह रैली हम कर चुके हैं. वे कहते हैं कि पांच नवंबर को कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट की शाहबाद में जनसभा होगी. हमारा लगातार लोगों के बीच जाना जारी है. इन जनसभाओं का अच्छा रिस्पॉन्स भी मिल रहा है. इसी तर्ज पर राजस्थान में भी हमने जन संकल्प के तहत रोड शो किए हैं और लोगों से मिले हैं, वहां भी अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है.

सवाल: भाजपा नेता चौधरी बीरेंद्र सिंह कहते हैं कि पार्टी को आने वाले चुनाव में जेजेपी के साथ गठबंधन नहीं करना चाहिए. आप दोनों पार्टियों के बीच में इसको लेकर किस तरह का तालमेल चल रहा है?

जवाब: दोनों पार्टियों में कोई मतभेद नहीं है. किसी भी तरह का कोई डिफरेंस नहीं है. हम मिलकर काम कर रहे हैं और एक एजेंट पर काम कर रहे हैं. चौधरी बीरेंद्र सिंह जी एक व्यक्ति वह क्या चाहते हैं उसका तो वही जवाब दे सकते हैं या फिर भारतीय जनता पार्टी उसका जवाब दे सकती है. वे तो खुद की पार्टी को भी चैलेंज कर देते हैं. या फिर हमारे बारे में ही फैसला कर देते हैं कि इस तारीख तक गठबंधन टूट जाएगा. मैं समझता हूं कि गठबंधन जब होते हैं तो वह पार्टी का शीर्ष नेतृत्व तय करता है. वह व्यक्ति विशेष की मर्जी से नहीं होता. ना व्यक्ति विशेष के कहने से गठबंधन टूटता है ना ही बनता है. वे बड़े सुलझी शख्सियत है उन्हें वैसी बात करनी चाहिए. ऐसी बात नहीं करनी चाहिए जिसे जनता गंभीरता से ना ले, कि लोग कहे कि यह तो बोलते ही रहते हैं. उन्होंने कई बार नॉन बीजेपी नॉन कांग्रेस संगठन बनाने की बात कही. विरोधी पक्ष के लोगों से मिलकर कई कमिटमेंट की, पूरी कोई भी नहीं होती. मुझे लगता है की गंभीरता से लेने की कोई बात नहीं.

सवाल: तो क्या चौधरी बीरेंद्र सिंह का उचाना सीट को लेकर बार-बार दर्द सामने आ रहा है?

जवाब: उसका दर्द है तो उसे दर्द को कौन मिटा सकता है जनता का फैसला है उन्होंने उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला को बड़े अच्छे मार्जिन से जिताया. उन्हें जनता ने जो दाएं तो सोप है उसे उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला बखूबी निभा भी रहे हैं तो मैं समझता हूं कि उसे पीड़ा को कौन मिटा सकता है वह पीड़ा तो रहेगी ही.

सवाल: आने वाले चुनाव में भी दुष्यंत चौटाला उचाना सीट से लड़ेंगे?

जवाब: वह उनकी मर्जी है कि वह कहां से चुनाव लड़े. हमें और मां के चलते हैं कि जहां से कोई जीता है तो वह सीट उसके नाम की रहती है. क्योंकि वे उसे सीट के लोगों को रिप्रेजेंट करते हैं. वे दोबारा भी इस सीट पर लोगों के बीच जाने का प्रयास करते हैं. अब चौधरी बीरेंद्र सिंह क्या चाहते हैं वे तो वही बता सकते हैं.

सवाल: राजस्थान में पार्टी मैदान में उतर रही है आपको क्या लगता है कितनी कामयाबी पार्टी को मिलेगी?

जवाब: जहां तक कामयाबी की बात है यह तो जनता ने बताना है लेकिन जो हमारा राजस्थान से नाता है, हमारे नेता चौधरी देवीलाल जी का वहां से संबंध रहा है. उन्होंने वहां से देश को भी रिप्रेजेंट किया जब वे उप प्रधानमंत्री रहे तो वह सीकर सीट से सांसद थे. इसी तरह से हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष अजय चौटाला भी दो बार वहां विधायक रहे. अभी पार्टी वहां पर अपनी प्रसेंस दे रही है. डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला वहां रोड शो भी कर चुके हैं और लोगों से भी मिलते हैं. राजस्थान के लोगों से अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है. मैं मानता हूं कि 25 से 30 सीट जो पार्टी वहां लड़ना चाहती है उसे पर हमें अच्छा रिस्पॉन्स मिलना चाहिए.

ये भी पढ़ें: हरियाणा जेजेपी संगठन में बड़ा बदलाव, इन नेताओं को मिली बड़ी जिम्मेदारी

सवाल: बीजेपी ने राजस्थान में उम्मीदवारों की दूसरी सूची भी जारी कर दी है, ऐसे में मैदान में आप गठबंधन के साथ जाना चाहेंगे या उतरना ही है अकेले ही चुनाव लड़ेंगे?

जवाब: हम तो राजस्थान में 25 से 30 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी में लगे हुए हैं बाकी आने वाला वक्त बताएगा.

  • जननायक जनता पार्टी की नीतियों में विश्वास जताते हुए राजस्थान में भारत नवनिर्माण पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री दीनदयाल जाखड़ जी ने अपने पूरे संगठन के साथ अपनी पार्टी का विलय हमारी पार्टी में करने का निर्णय लिया है। सभी का हार्दिक अभिनंदन और स्वागत है ... pic.twitter.com/ogEvLLdRgv

    — Dushyant Chautala (@Dchautala) October 21, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

सवाल: नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा चार उपमुख्यमंत्री बनाने की बात कर रहे हैं. वह भी जातीय आधारित, इसे आप कैसे देखते हैं. वे ऐसे बयान क्यों दे रहे हैं?

जवाब: इस पर हमारा कहने की कोई बात नहीं है. उनकी पार्टी के ही नेताओं ने उनकी उस बात को नकारा है. यह भी कहां है कि ऐसी कोई बात हमारे केंद्रीय नेतृत्व में नहीं कही है. उनकी इस बात का जवाब तो उनकी पार्टी के नेताओं ने ही दे दिया है. मैं मानता हूं कि जैसे भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि जाट मुख्यमंत्री नहीं बनेगा, उपमुख्यमंत्री तो बनेगा ही. उनकी बातों में जो अनिश्चितता नजर आई, तो इस पर वही बता सकते हैं.

सवाल: क्या उन्होंने जाट उपमुख्यमंत्री की बात इसलिए कहीं कि उन्हें लग रहा है पार्टी के अंदर जो गुटबाजी है. उसकी वजह से कहीं ना कहीं उनकी उम्मीद है पूरी होना मुश्किल है?

जवाब: ऐसा बयान, इतने परिपक्व नेता की जुबान से आना लोगों को अटपटा तो लगा ही, अब अंदर की बात क्या है इस पर तो वहीं अपनी बात कह सकते हैं.

सवाल: तो मान के चले आने वाले चुनाव में जेजेपी और बीजेपी एक साथ चुनावी मैदान में उतरेंगे?

जवाब: हां इसमें कोई शक की बात नहीं है हमारी ओर से तो हम हमेशा मिलकर ही चलते हैं. पिछले 4 सालों में हमने जो गठबंधन धर्म निभाया है. कोई भी ऐसी बात सामने नहीं आई जिससे इस पर सवाल उठाते हो. मुझे लगता है कि हमारा गठबंधन आगे भी अच्छे से चलेगा.

ये भी पढ़ें: Haryana Assembly Election: क्या 2024 में BJP और JJP के अलग-अलग या साथ चुनाव लड़ने से पड़ेगा कोई असर?

हरियाणा और राजस्थान को लेकर जेजेपी की चुनावी तैयारी

चंडीगढ़: हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 से पहले सियासी माहौल गरमाया हुआ है. सभी दल प्रदेश में पूरी तरह सक्रिय दिखाई दे रहे हैं. क्या बीजेपी, कांग्रेस, आईएनएलडी, आम आदमी पार्टी और क्या जेजेपी सभी दल अपनी पूरी ताकत के साथ चुनावी मैदान में उतरने के लिए तैयार है. वहीं, सभी दलों के राजनीतिक कार्यक्रम भी प्रदेश में जो शोर से चल रहे हैं. जननायक जनता पार्टी की क्या तैयारी चल रही है इसको लेकर ईटीवी भारत ने जननायक जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सरदार निशान सिंह से बातचीत की.

सवाल: हरियाणा में पार्टी के आने वाले दिनों में क्या कार्यक्रम है?

जवाब: जननायक जनता पार्टी चौधरी देवीलाल के विचारों की पार्टी है चौधरी देवीलाल सत्ता में रहे हो या विपक्ष में रहे हो हमेशा जनता के बीच रहने का संदेश देते थे. उनका खुद का स्वभाव भी ऐसा ही था उसी तर्ज पर जननायक जनता पार्टी भी काम कर रही है. जहां तक बात चुनावी साल की है तो हमने यह फैसला लिया था कि हम सभी 10 लोकसभा सीटों पर जनसभाएं करेंगे, जिनमें से तीन सीटों पर यह रैली हम कर चुके हैं. वे कहते हैं कि पांच नवंबर को कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट की शाहबाद में जनसभा होगी. हमारा लगातार लोगों के बीच जाना जारी है. इन जनसभाओं का अच्छा रिस्पॉन्स भी मिल रहा है. इसी तर्ज पर राजस्थान में भी हमने जन संकल्प के तहत रोड शो किए हैं और लोगों से मिले हैं, वहां भी अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है.

सवाल: भाजपा नेता चौधरी बीरेंद्र सिंह कहते हैं कि पार्टी को आने वाले चुनाव में जेजेपी के साथ गठबंधन नहीं करना चाहिए. आप दोनों पार्टियों के बीच में इसको लेकर किस तरह का तालमेल चल रहा है?

जवाब: दोनों पार्टियों में कोई मतभेद नहीं है. किसी भी तरह का कोई डिफरेंस नहीं है. हम मिलकर काम कर रहे हैं और एक एजेंट पर काम कर रहे हैं. चौधरी बीरेंद्र सिंह जी एक व्यक्ति वह क्या चाहते हैं उसका तो वही जवाब दे सकते हैं या फिर भारतीय जनता पार्टी उसका जवाब दे सकती है. वे तो खुद की पार्टी को भी चैलेंज कर देते हैं. या फिर हमारे बारे में ही फैसला कर देते हैं कि इस तारीख तक गठबंधन टूट जाएगा. मैं समझता हूं कि गठबंधन जब होते हैं तो वह पार्टी का शीर्ष नेतृत्व तय करता है. वह व्यक्ति विशेष की मर्जी से नहीं होता. ना व्यक्ति विशेष के कहने से गठबंधन टूटता है ना ही बनता है. वे बड़े सुलझी शख्सियत है उन्हें वैसी बात करनी चाहिए. ऐसी बात नहीं करनी चाहिए जिसे जनता गंभीरता से ना ले, कि लोग कहे कि यह तो बोलते ही रहते हैं. उन्होंने कई बार नॉन बीजेपी नॉन कांग्रेस संगठन बनाने की बात कही. विरोधी पक्ष के लोगों से मिलकर कई कमिटमेंट की, पूरी कोई भी नहीं होती. मुझे लगता है की गंभीरता से लेने की कोई बात नहीं.

सवाल: तो क्या चौधरी बीरेंद्र सिंह का उचाना सीट को लेकर बार-बार दर्द सामने आ रहा है?

जवाब: उसका दर्द है तो उसे दर्द को कौन मिटा सकता है जनता का फैसला है उन्होंने उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला को बड़े अच्छे मार्जिन से जिताया. उन्हें जनता ने जो दाएं तो सोप है उसे उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला बखूबी निभा भी रहे हैं तो मैं समझता हूं कि उसे पीड़ा को कौन मिटा सकता है वह पीड़ा तो रहेगी ही.

सवाल: आने वाले चुनाव में भी दुष्यंत चौटाला उचाना सीट से लड़ेंगे?

जवाब: वह उनकी मर्जी है कि वह कहां से चुनाव लड़े. हमें और मां के चलते हैं कि जहां से कोई जीता है तो वह सीट उसके नाम की रहती है. क्योंकि वे उसे सीट के लोगों को रिप्रेजेंट करते हैं. वे दोबारा भी इस सीट पर लोगों के बीच जाने का प्रयास करते हैं. अब चौधरी बीरेंद्र सिंह क्या चाहते हैं वे तो वही बता सकते हैं.

सवाल: राजस्थान में पार्टी मैदान में उतर रही है आपको क्या लगता है कितनी कामयाबी पार्टी को मिलेगी?

जवाब: जहां तक कामयाबी की बात है यह तो जनता ने बताना है लेकिन जो हमारा राजस्थान से नाता है, हमारे नेता चौधरी देवीलाल जी का वहां से संबंध रहा है. उन्होंने वहां से देश को भी रिप्रेजेंट किया जब वे उप प्रधानमंत्री रहे तो वह सीकर सीट से सांसद थे. इसी तरह से हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष अजय चौटाला भी दो बार वहां विधायक रहे. अभी पार्टी वहां पर अपनी प्रसेंस दे रही है. डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला वहां रोड शो भी कर चुके हैं और लोगों से भी मिलते हैं. राजस्थान के लोगों से अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है. मैं मानता हूं कि 25 से 30 सीट जो पार्टी वहां लड़ना चाहती है उसे पर हमें अच्छा रिस्पॉन्स मिलना चाहिए.

ये भी पढ़ें: हरियाणा जेजेपी संगठन में बड़ा बदलाव, इन नेताओं को मिली बड़ी जिम्मेदारी

सवाल: बीजेपी ने राजस्थान में उम्मीदवारों की दूसरी सूची भी जारी कर दी है, ऐसे में मैदान में आप गठबंधन के साथ जाना चाहेंगे या उतरना ही है अकेले ही चुनाव लड़ेंगे?

जवाब: हम तो राजस्थान में 25 से 30 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी में लगे हुए हैं बाकी आने वाला वक्त बताएगा.

  • जननायक जनता पार्टी की नीतियों में विश्वास जताते हुए राजस्थान में भारत नवनिर्माण पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री दीनदयाल जाखड़ जी ने अपने पूरे संगठन के साथ अपनी पार्टी का विलय हमारी पार्टी में करने का निर्णय लिया है। सभी का हार्दिक अभिनंदन और स्वागत है ... pic.twitter.com/ogEvLLdRgv

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सवाल: नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा चार उपमुख्यमंत्री बनाने की बात कर रहे हैं. वह भी जातीय आधारित, इसे आप कैसे देखते हैं. वे ऐसे बयान क्यों दे रहे हैं?

जवाब: इस पर हमारा कहने की कोई बात नहीं है. उनकी पार्टी के ही नेताओं ने उनकी उस बात को नकारा है. यह भी कहां है कि ऐसी कोई बात हमारे केंद्रीय नेतृत्व में नहीं कही है. उनकी इस बात का जवाब तो उनकी पार्टी के नेताओं ने ही दे दिया है. मैं मानता हूं कि जैसे भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि जाट मुख्यमंत्री नहीं बनेगा, उपमुख्यमंत्री तो बनेगा ही. उनकी बातों में जो अनिश्चितता नजर आई, तो इस पर वही बता सकते हैं.

सवाल: क्या उन्होंने जाट उपमुख्यमंत्री की बात इसलिए कहीं कि उन्हें लग रहा है पार्टी के अंदर जो गुटबाजी है. उसकी वजह से कहीं ना कहीं उनकी उम्मीद है पूरी होना मुश्किल है?

जवाब: ऐसा बयान, इतने परिपक्व नेता की जुबान से आना लोगों को अटपटा तो लगा ही, अब अंदर की बात क्या है इस पर तो वहीं अपनी बात कह सकते हैं.

सवाल: तो मान के चले आने वाले चुनाव में जेजेपी और बीजेपी एक साथ चुनावी मैदान में उतरेंगे?

जवाब: हां इसमें कोई शक की बात नहीं है हमारी ओर से तो हम हमेशा मिलकर ही चलते हैं. पिछले 4 सालों में हमने जो गठबंधन धर्म निभाया है. कोई भी ऐसी बात सामने नहीं आई जिससे इस पर सवाल उठाते हो. मुझे लगता है कि हमारा गठबंधन आगे भी अच्छे से चलेगा.

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