चंडीगढ़: हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल ने मंडियों में फसल को बारिश से बचाने को लेकर एक ऐसा बयान दे दिया है जिस पर विपक्ष को हमला करने का मौका मिल गया है. जेपी दलाल ने कहा है कि मौसम विभाग की ओर से अगले दो-तीन दिन बारिश की संभावना जताई गई है जो चिंता का विषय है. हालांकि हमारी तरफ से आदेश दे दे दिए गए हैं कि मंडियों में गेहूं को भीगने से बचाने के लिए पर्याप्त प्रबंध कर लिए जाएं लेकिन किसी भी मंडी में ऐसे प्रबंध नहीं है कि 100 फीसदी गेहूं को बचाया जा सके.
जेपी दलाल ने कहा की खरीद के सीजन में मंडी गेहूं की बोरियों से खचाखच भरी रहती है. पूरी दुनिया में किसी भी मंडी में इतना इंतजाम नहीं होता की पूरी फसल को भीगने से बचाया जा सके लेकिन हमने सभी अधिकारियों को निर्देश दे दिया है कि वो अपनी व्यवस्था पूरी कर लें. उठान को लेकर जेपी दलाल ने कहा कि सरकार ने उपायुक्तों को जल्द प्रबंध के निर्देश दे दिए हैं.
इस बार गेहूं खरीद को लेकर कृषि मंत्री जेपी दलाल का कहना है कि पिछले साल कुल 41 लाख मैट्रिक टन गेहूं की खरीद हुई थी, लेकिन इस साल यह आंकड़ा 70 लाख मैट्रिक टन से ज्यादा जा सकता है. उन्होंने कहा कि किसानों को 1900 करोड़ रुपए का भुगतान किया जा चुका है. इसके अलावा सरसों के लिए भी 4900 करोड़ का भुगतान कर दिया गया है.
उधर हरियाणा के नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा का कहना है कि सरकार गेहूं की खरीद, उठान, भुगतान और गिरदावरी में देरी करके किसानों को परेशान कर रही है. हुड्डा ने आरोप लगाया कि सरकार के कुप्रबंधन की वजह से मंडियों में अनाज की बेकदरी हो रही हैं और किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है. साथ ही वो बारिश से हुए खराबे का जल्द मुआवजा देने की मांग भी कर रहे हैं. हुड्डा का कहना है कि सरकार जानबूझकर गिरदावरी करवाने में देरी कर रही है ताकि किसानों को मुआवजा ना देना पड़े.
किसानों की गेंहू की फसल को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल कहते हैं कि बीते दिनों में बेमौसम बारिश के चलते प्रदेश में 17 लाख एकड़ से ज्यादा भूमि पर फसलों का नुकसान हुआ था, जिसमें से 15 लाख एकड़ जमीन की वेरिफिकेशन का काम पूरा हो गया है. जल्द ही बाकी बचा काम पूरा कर लिया जाएगा. सीएम कहा कहना है कि अगले महीने यानि मई में किसानों को मुआवजा दे दिया जाएगा.