चंडीगढ़: हरियाणा में बीजेपी-जेजेपी की सरकार बनते ही एक बार फिर पुरानी पेंशन बहाली की मांग तेज हो गई है. बुधवार को चंडीगढ़ में पेंशन बहाली संघर्ष संघ के सदस्यों ने उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला से मुलाकात की और पुरानी पेंशन बहाल करने की मांग की.
पेंशन बहाली की मांग हुई तेज
संघ के सदस्यों ने डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के सामने दिल्ली और छत्तीसगढ़ राज्य का उदाहरण रखा. संघ की और से कहा गया कि इन दो राज्यों में पेंशन बहाली की जा चुकी है. जिसपर डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा कि इसका ड्राफ्ट लाकर दें, किस तरह से इसको लागू करना है. डिप्टी सीएम ने कहा कि ड्राफ्ट को स्टडी करने के बाद ही पेंशन बहाली पर विचार किया जाएगा.
दुष्यंत चौटाला से मिले सरकारी कर्मचारी
कर्मचारी नेताओं से मुलाकात के बाद उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि कर्मचारियों ने पेंशन बहाली की मांग रखी है. दिल्ली समेत दो राज्यों का उदाहरण दिया गया है. इस पर कर्मचारियों को ड्राफ्ट लेकर आने के लिए कहा गया है.
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‘2 लाख सरकारी कर्मचारियों को होगा फायदा’
वहीं पेंशन बहाली संघर्ष संघ के अध्यक्ष विजेंद्र सिंह धारीवाल ने कहा कि पेंशन बहाली से प्रदेश के 2 लाख कर्मचारियो को फायदा होगा. उन्होंने कहा कि डिप्टी सीएम से उन्हें कोई ठोस आश्वासन तो नहीं मिला है, लेकिन उन्हें ड्राफ्ट बनाने के लिए कहा गया है. वो ड्राफ्ट बनाकर एक बार फिर डिप्टी सीएम से बात करेंगे.
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बता दें कि हरियाणा में 2004 के बाद से सरकारी कर्मचारियों को पेंशन का लाभ बंद कर दिया गया है. जिसे बहाल करवाने की मांग लंबे समय से चली आ रही है. इसी को लेकर पेंशन बहाली संघर्ष संघ के सदस्यों ने डिप्टी सीएम से मुलाकात की.