चंडीगढ़: 2 मार्च से हरियाणा विधानसभा बजट सत्र (Haryana assembly budget session) शुरू हो रहा है. इसको लेकर गुरुवार को नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने विधायक दल की बैठक बुलाई. जिसमें बजट सत्र को लेकर मुख्य मुद्दों पर चर्चा की. बैठक के बाद पूर्व शिक्षा मंत्री और झज्जर से कांग्रेस विधायक गीता भुक्कल (geeta bhukkal congress mla jhajjar) ने कहा कि बजट सत्र को लेकर कांग्रेस ने रणनीति तय की है.
उन्होंने कहा कि हमारा प्रमुख मुद्दा बेरोजगारी का है. प्रदेश के युवा बेरोजगार घूम रहे हैं और सरकार को ही युवाओं की फिक्र ही नहीं है. हरियाणा बेरोजगारी (unemployment in Haryana) के मामले में देश में नंबर वन राज्य बन चुका है. वहीं सरकार अपनी जेब भरने में लगी हुई है. पहले तो कोई भर्ती निकाली ही नहीं जाती और अगर कोई भर्ती निकाली जाती है तो वो घोटालों की भेंट चढ़ जाती है. जिससे प्रदेश का युवा नौकरी के सपने को टूटता हुआ देखता है.
प्रदेश कांग्रेस सदन में सरकार से भर्ती वालों को लेकर कड़े सवाल पूछेगी. इसके अलावा प्रदेश में किसानों की हालत दयनीय होती जा रही है. बारिश की वजह से फसलें खराब हो चुकी हैं. जो फसलें पहले खराब हुई थी सरकार ने अभी तक उनका मुआवजा किसानों को नहीं दिया है. अब गेहूं की फसल भी बारिश की भेंट चढ़ गई. जिससे किसानों को काफी नुकसान हुआ, लेकिन सरकार को किसानों का नुकसान दिखाई नहीं देता. हरियाणा शिक्षा के मामले में पिछड़ चुका है.
एक तरफ सरकार तो बच्चों को डिजिटल शिक्षा देने की बात करती है. दूसरी ओर बच्चों को अभी तक मोबाइल टेबलेट या लैपटॉप मुहैया नहीं करवाए गए हैं. जबकि सरकार घोषणा कई महीने पहले ही कर चुकी थी. अभी तक इसके लिए सिलेबस भी तैयार नहीं करवाया है. स्कूलों के अध्यापक असमंजस में है कि आखिर बच्चों को पढ़ाएं तो क्या पढ़ाएं. प्रदेश सरकार से आम आदमी त्रस्त हो चुका है. सरकार लगातार लोगों पर आर्थिक बोझ बढ़ाती जा रही है. हम आम आदमी से जुड़े हर मुद्दे को सदन में उठाएंगे.
हरियाणा में पंचायत चुनाव पर गीता भुक्कल ने कहा कि बीजेपी ने तीन काले कानून लाकर किसानों के साथ धोखा किया था. एक तरफ हरियाणा के मुख्यमंत्री ये कहते रहे कि कानून किसी भी सूरत में वापस नहीं होंगे और दूसरी और प्रधानमंत्री ने बिना किसी से चर्चा करें अचानक कानून वापस ले लिए. आज देश का किसान भाजपा के खिलाफ हो चुका है और इसी डर के कारण भाजपा पंचायत चुनाव कराने से डर रही है.
गीता भुक्कल ने 75 प्रतिशत आरक्षण पर हाई कोर्ट के रोक को लेकर कहा कि 75% आरक्षण वास्तव में प्रदेश के युवाओं के साथ धोखा था क्योंकि किसी भी व्यक्ति को गैर हरियाणा राज्य का निवासी बनना है तो उसके लिए डोमिसाइल 15 साल के बाद जारी होता है, लेकिन सरकार ने इस अवधि को घटाकर 5 साल कर दिया या नहीं प्रदेश में रहने वाला दूसरे राज्य के व्यक्ति 5 साल बाद हरियाणा का निवासी बन जाएगा और वो इस कानून के तहत नौकरी देने का हकदार होगा. ये प्रदेश के युवाओं के साथ धोखा है, क्योंकि जो नौकरियां उन्हें मिलनी चाहिए वो दूसरे राज्य के लोग ले जाएंगे.
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