चंडीगढ़: पूर्व शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल ने बजट सत्र का दूसरा दिन पूरा होने के बाद ईटीवी भारत हरियाणा से बातचीत की. गीता भुक्कल ने कहा कि राज्यपाल का अभिभाषण पूरी तरीके से निरस्त था. क्योंकि इसमें कृषि कानूनों की बात नहीं की गई थी और किसानों को लेकर कोई बात नहीं रखी गई.
सदन में राई स्पोर्ट्स स्कूल को स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी का दर्जा दिए जाने का मुद्दा भी उठा. जिसमें चांसलर और वाइस चांसलर की नियुक्ति भी सरकार ने कर दी थी. मगर इस फैसले को सरकार ने वापस ले लिया. इसपर गीता भुक्कल ने कहा कि सरकार ने इस फैसले के माध्यम से खिलाड़ियों को मायूस करने का काम किया है.
वहीं गीता भुक्कल ने किसान के मुद्दे पर कहा कि किसान आंदोलन के चलते कितनी ही महिलाएं विधवा हो गई हैं, कितनी ही महिलाओं ने अपने पति को खोया है, कई बच्चों के सिर से उनके पिता का साया उठ गया, कई मां बाप ने अपने बेटे को खो दिया. ऐसे में सरकार को गंभीर होना चाहिए.
गीता भुक्कल ने कहा कि कानून व्यवस्था, नकली शराब, शिक्षा के गिरते स्तर समेत कई अहम मुद्दों को लेकर प्रस्ताव सदन में दिए गए थे. जिनमें से बहुत से प्रस्तावों को खारिज कर दिया है. इसको लेकर आगामी समय में सरकार से जवाब मांगा जाएगा. उन्होंने कहा कि सदन के पटल पर इन सभी मुद्दों को कांग्रेस मजबूती से उठाने का काम करेगी.