चंडीगढ़: हरियाणा बाल विकास कल्याण के पूर्व मानद महासचिव कृष्ण ढुल ने चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपने 3 साल के कार्यकाल का लेखा-जोखा रखा. इस दौरान कृष्ण ढुल ने बताया कि उनके मानद महासचिव बनने के समय हरियाणा बाल विकास परिषद का बजट 8 करोड़ था जो बढ़कर 25 करोड़ हो गया है.
वहीं कोरोना के चलते 15 करोड़ का बजट नहीं मिला था जो अब पास हो चुका है और अब एक साथ 40 करोड़ रुपये बाल विकास परिषद के खाते में पहुंचेंगे. कृष्ण ढुल ने बताया कि जब उन्होंने परिषद के मानद महासचिव का कार्यभार संभाला तो परिषद के हालात खराब थे. करीब डेढ़ साल से स्टाफ को वेतन नहीं मिला था.
कृष्ण ढुल ने बताया कि उनके समय में 12 नए बाल भवन बने हैं. जब उन्होंने कार्यभार संभाला तो 46 बाल भवन थे. गुरुग्राम में देश का सबसे बड़ा बाल भवन बना है. उसके अलावा रोहतक, फिरोजपुर झिरका, नरवाना, नूंह समेत कई जगह भवन तैयार हुए. साथ ही 116 चाइल्ड गाइडेंस सेंटर शुरू कर चुके हैं जिसमे 1 लाख से अधिक बच्चों की काउंसलिंग हो चुकी है.
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उन्होंने बताया कि मोरल एजुकेशन के लिए हमने काम किया, 50 हजार बच्चों को लाभार्थी बनाया. 45 कौशल विकास केंद्र स्थापित किये हैं जिसमें 2000 से ज्यादा महिलाओं व ग्रामीण लड़कियों को स्वालम्बी बनाने का काम किया है. लावारिस बच्चों के लिए बहुत से केंद्र हैं जिसमें अभी तक 554 बच्चों को गोद दिया जा चुका है जिनमें 179 लड़के और 368 लड़कियां हैं.
वहीं एक्सटेंशन नहीं दिए जाने पर कृष्ण ढुल ने कहा कि ये राज्यपाल के क्षेत्राधिकार में आता है. अगर संगठन कहीं और जिम्मेदारी लगाएगा तो उसके लिए तैयार हैं. सीएम खट्टर का जो आदेश होगा उसको पूरा किया जाएगा.
गौरतलब है कि 4 अप्रैल तक कृष्ण ढुल का कार्यकाल था. शुक्रवार को बाल विकास परिषद के नए चैयरमेन की नियुक्ति के आदेश जारी किए गए हैं जिसमें प्रवीन अत्रे को मानद महासचिव जिम्मेदारी सौंपी गई है.
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