चंडीगढ़: हरियाणा विधानसभा के बजच सत्र और प्री-बजट परामर्श की सफलता के बाद आज मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने चंडीगढ़ में कई विभागों के प्रशासनिक सचिवों के साथ पहली पोस्ट-बजट बैठक की. इस दौरान सीएम ने अधिकारियों को बजट में आवंटित की गई धनराशि के अनुसार अपने सबंधित विभाग की कई योजनाओं का क्रियान्वयन और निरीक्षण का कार्य शुरु करने के निर्देश दिए.
सीएम ने कहा कि बजट के दौरान शुरू किए जाने वाले कार्यों को अंतिन रूप देकर मार्च, 2020 से शुरू किया जाए. साथ ही उन्होंने कहा कि राज्य राजस्व को बढ़ाने के लिए रिसोर्स मोबिलाईजेशन टीम का भी गठन किया गया है. इसके अतिरिक्त, विभागों को अपनी ऐसी परिसंपत्तियों का निपटान करने के भी निर्देश दिए गए हैं, जो बेकार पड़ी हैं.
बेकार पड़ी परिसंपत्तियों के निपटान के आदेश
मुख्यमंत्री ने प्रशाशनिक सचिवों के साथ बैठक में कहा कि बजट में योजनावार धन का आवंटन किया गया है और विभाग को अपनी कार्य योजना इस प्रकार तैयार करनी चाहिए कि जिन योजनाओं से लोगों को अधिक लाभ हो, उन्हें शीघ्रातिशीघ्र कार्यान्वित किया जाए. ये आश्वासन देते हुए कि राज्य सरकार के पास विकास कार्यों के लिए धन की कोई कमी नहीं है.
सीएमकहा कि विभाग उनके द्वारा निर्धारित समय सीमा का कड़ाई से पालन करें ताकि कार्य को समयबद्घ रूप से क्रियान्यित किया जा सके. मुख्यमंत्री घोषणा का जिक्र करते हुए उन्होंने निर्देश दिए कि वर्ष 2019-20 की घोषणाएं, जो संभाव्य है, को प्राथमिकता के आधार पर पूरा किया जाए.
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बता दें कि बैठक में मुख्य सचिव केशनी आनन्द अरोड़ा, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव वी ऊमाशंकर, मुख्यमंत्री की उप-प्रधान सचिव आशिमा बराड़, प्रधान ओएसडी नीरज दफ्तुआर, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव संजीव कौशल सहित कई विभागों के अधिकारी शामिल हुए.