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सूरत अग्निकांड: 20 छात्रों की मौत, 3 के खिलाफ FIR, 2 गिरफ्तार

हादसे का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है. इस बिल्डिंग में कोचिंग सेंटर चलता है, जिसमें आग लगने के कारण बच्चे नीचे कूदने लगे. इस घटना का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है.

कोचिंग सेंटर में भीषण आग
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Published : May 25, 2019, 8:19 AM IST

Updated : May 25, 2019, 9:41 AM IST

गुजरात/चंडीगढ़: सूरत के तक्षशिला कॉम्प्लेक्स में शुक्रवार को भीषण आग लगने से अब तक 20 छात्रों की मौत हो गई है. मामले में तीन लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है. पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है. हादसे का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है. इस बिल्डिंग में कोचिंग सेंटर चलता है, जिसमें आग लगने के कारण बच्चे नीचे कूदने लगे.

इस घटना का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसमें आग के डर से छात्र बिल्डिंग से कूदते दिखाई दे रहे हैं. तक्षशिला कॉम्प्लेक्स सूरत के सरथाना इलाके में स्थित है. जिस वक्त यह घटना हुई बिल्डिंग में 40 छात्र मौजूद थे.

  • Gujarat: Latest visuals from the site where a fire broke out at a coaching centre in Sarthana area of Surat yesterday. The incident claimed lives of 20 people so far. pic.twitter.com/vnBm2dnenS

    — ANI (@ANI) May 25, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

फिलहाल आग पर काबू पाया जा चुका है. लेकिन बिल्डिंग से लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने का काम जारी है. इस घटना पर पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर दुख जताया है. उन्होंने लिखा, सूरत में भीषण आग की घटना से बेहद दुखी हूं. मेरी संवेदनाएं मरने वालों के परिवारों के साथ हैं.

  • Gujarat: Latest visuals from the site where a fire broke out at a coaching centre in Sarthana area of Surat yesterday. 20 people have died in the incident. pic.twitter.com/4UlqhAP6ET

    — ANI (@ANI) May 24, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं. मैंने गुजरात सरकार को स्थानीय प्रशासन से प्रभावितों को सभी तरह की सहायता मुहैया कराने को कहा है. आग पर काबू पाने के लिए दमकल की 18 गाड़ियां लगाई गईं. गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने इस घटना के जांच के आदेश दिए हैं.

उन्होंने हादसे में मारे गए छात्रों के परिजनों को 4 लाख रुपये देने का ऐलान किया है. इससे पहले सूरत के पुलिस कमिश्नर सतीश कुमार मिश्रा ने इस घटना में 15 लोगों के मारे जाने की बात कही थी. उन्होंने कहा था कि मरने वालों की तादाद बढ़ सकती है.

  • Gujarat CM Vijay Rupani visits hospital to meet those injured in fire at coaching centre in Surat; says, "I'm told that due to fire in the staircase, several people jumped from the 4th floor of the building to escape. Have ordered enquiry". 20 people have died in the incident pic.twitter.com/h27hRa2Iav

    — ANI (@ANI) May 24, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

राहत और बचाव कार्य में स्थानीय लोगों ने भी दमकलकर्मियों का सहयोग किया. एक दमकल अधिकारी ने कहा कि तीसरी और चौथी मंजिल पर फंसे छात्र खुद को बचाने के लिए बिल्डिंग से कूदने लगे. इनमें से कई को बचाकर अस्पताल भेजा गया है.

आग बिल्डिंग में आने जाने के लिए बनाई गई सीढ़ियों के पास रखे ट्रांसफॉर्मर में लगी थी. जैसे ही आग लगी अंदर मौजूद छात्र उतरने के लिये नीचे पहुंचे. लेकिन आग की वजह से वह लौटकर चौथी मंजिल पर चले गए, जहां एक फाइबर का शेड था और अंदर जिम के लिए रखी गई रबर की चटाई और टायर के कारण आग ज्यादा फैली, जिससे बच्चे आग की चपेट में आ गई.

अहमदाबाद कम्युनिसिपल कमिश्नर विजय नेहरा ने कहा, अगर हमें हादसों से बचना है और लोगों की जिंदगियां बचानी है तो हमें कुछ कड़े फैसले लेने होंगे. मैंने अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉरपोरेशन के अफसरों को अगले आदेश तक शहर की सभी ट्यूशन क्लासेज को बंद करने का आदेश दिया है. इस घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस चीफ राहुल गांधी, गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी, सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव समेत अन्य पार्टियों के नेताओं ने शोक जताया.

  • Extremely anguished by the fire tragedy in Surat. My thoughts are with bereaved families. May the injured recover quickly. Have asked the Gujarat Government and local authorities to provide all possible assistance to those affected.

    — Narendra Modi (@narendramodi) May 24, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

सीएम रुपाणी ने इस घटना के जांच के आदेश दे दिए हैं. उन्होंने शहरी विकास विभाग के प्रधान सचिव मुकेश पुरी को घटनास्थल पर पहुंचने का आदेश दिया. देर शाम सीएम ने अस्पताल जाकर घायलों से मुलाकात की. इसके बाद उन्होंने कहा, सीढ़ियों के पास लगी आग के कारण कई लोग बिल्डिंग की चौथी मंजिल से कूद गए. सीएम ने मरने वालों के परिवारवालों को 4 लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया है.

गुजरात/चंडीगढ़: सूरत के तक्षशिला कॉम्प्लेक्स में शुक्रवार को भीषण आग लगने से अब तक 20 छात्रों की मौत हो गई है. मामले में तीन लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है. पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है. हादसे का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है. इस बिल्डिंग में कोचिंग सेंटर चलता है, जिसमें आग लगने के कारण बच्चे नीचे कूदने लगे.

इस घटना का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसमें आग के डर से छात्र बिल्डिंग से कूदते दिखाई दे रहे हैं. तक्षशिला कॉम्प्लेक्स सूरत के सरथाना इलाके में स्थित है. जिस वक्त यह घटना हुई बिल्डिंग में 40 छात्र मौजूद थे.

  • Gujarat: Latest visuals from the site where a fire broke out at a coaching centre in Sarthana area of Surat yesterday. The incident claimed lives of 20 people so far. pic.twitter.com/vnBm2dnenS

    — ANI (@ANI) May 25, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

फिलहाल आग पर काबू पाया जा चुका है. लेकिन बिल्डिंग से लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने का काम जारी है. इस घटना पर पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर दुख जताया है. उन्होंने लिखा, सूरत में भीषण आग की घटना से बेहद दुखी हूं. मेरी संवेदनाएं मरने वालों के परिवारों के साथ हैं.

  • Gujarat: Latest visuals from the site where a fire broke out at a coaching centre in Sarthana area of Surat yesterday. 20 people have died in the incident. pic.twitter.com/4UlqhAP6ET

    — ANI (@ANI) May 24, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं. मैंने गुजरात सरकार को स्थानीय प्रशासन से प्रभावितों को सभी तरह की सहायता मुहैया कराने को कहा है. आग पर काबू पाने के लिए दमकल की 18 गाड़ियां लगाई गईं. गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने इस घटना के जांच के आदेश दिए हैं.

उन्होंने हादसे में मारे गए छात्रों के परिजनों को 4 लाख रुपये देने का ऐलान किया है. इससे पहले सूरत के पुलिस कमिश्नर सतीश कुमार मिश्रा ने इस घटना में 15 लोगों के मारे जाने की बात कही थी. उन्होंने कहा था कि मरने वालों की तादाद बढ़ सकती है.

  • Gujarat CM Vijay Rupani visits hospital to meet those injured in fire at coaching centre in Surat; says, "I'm told that due to fire in the staircase, several people jumped from the 4th floor of the building to escape. Have ordered enquiry". 20 people have died in the incident pic.twitter.com/h27hRa2Iav

    — ANI (@ANI) May 24, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

राहत और बचाव कार्य में स्थानीय लोगों ने भी दमकलकर्मियों का सहयोग किया. एक दमकल अधिकारी ने कहा कि तीसरी और चौथी मंजिल पर फंसे छात्र खुद को बचाने के लिए बिल्डिंग से कूदने लगे. इनमें से कई को बचाकर अस्पताल भेजा गया है.

आग बिल्डिंग में आने जाने के लिए बनाई गई सीढ़ियों के पास रखे ट्रांसफॉर्मर में लगी थी. जैसे ही आग लगी अंदर मौजूद छात्र उतरने के लिये नीचे पहुंचे. लेकिन आग की वजह से वह लौटकर चौथी मंजिल पर चले गए, जहां एक फाइबर का शेड था और अंदर जिम के लिए रखी गई रबर की चटाई और टायर के कारण आग ज्यादा फैली, जिससे बच्चे आग की चपेट में आ गई.

अहमदाबाद कम्युनिसिपल कमिश्नर विजय नेहरा ने कहा, अगर हमें हादसों से बचना है और लोगों की जिंदगियां बचानी है तो हमें कुछ कड़े फैसले लेने होंगे. मैंने अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉरपोरेशन के अफसरों को अगले आदेश तक शहर की सभी ट्यूशन क्लासेज को बंद करने का आदेश दिया है. इस घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस चीफ राहुल गांधी, गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी, सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव समेत अन्य पार्टियों के नेताओं ने शोक जताया.

  • Extremely anguished by the fire tragedy in Surat. My thoughts are with bereaved families. May the injured recover quickly. Have asked the Gujarat Government and local authorities to provide all possible assistance to those affected.

    — Narendra Modi (@narendramodi) May 24, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

सीएम रुपाणी ने इस घटना के जांच के आदेश दे दिए हैं. उन्होंने शहरी विकास विभाग के प्रधान सचिव मुकेश पुरी को घटनास्थल पर पहुंचने का आदेश दिया. देर शाम सीएम ने अस्पताल जाकर घायलों से मुलाकात की. इसके बाद उन्होंने कहा, सीढ़ियों के पास लगी आग के कारण कई लोग बिल्डिंग की चौथी मंजिल से कूद गए. सीएम ने मरने वालों के परिवारवालों को 4 लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया है.

Intro:संवाददाता नूंह मेवात।
स्टोरी :- रमजान माह में रोज़ा इफ्तारी का है खास महत्व।
अल्लाह की इबादत का महीना माहे रमजान महीना चल रहा है इस महीने में अल्लाह के बंदे रोजे रखते हैं। माहे रमजान के महीने में रोजा रखने की शुरुआत सुबह सेहरी से की जाती है. सेहरी मतलब दिन निकलने से पहले रोजे रखने वाला इंसान अपनी इच्छा के अनुसार कुछ खा-पीकर दुआ पढ़ता है और उसका रोजा शुरु हो जाता है. वहीं इफ्तार शाम के समय की जाती है जिसका मतलब होता है व्रत खोलना है। रोजे रखने वाले लोग सुबह 4:00 बजे सेहरी कर लेते हैं। और पूरे दिन अल्लाह की इबादत में रोजा रखा जाता है । शाम को इफ्तार के समय मुस्लिम रोजेदार लोग एक साथ बैठकर खजूर और पानी से अपना रोजा खोलते हैं. ऐसा होता है कि रमजान के इस पाक महीने में सहरी और इफ्तार का समय हर रोज कुछ मिनट आगे पीछे होता. साथ ही रमजान के इस पाक महीने में मुस्लिम समुदाय के लोग सच्चे दिल से रोजा रखकर अल्लाह की इबादत करते हैं. पांच समय की नमाज अदा करते हैं. इसके साथ ही रमजान के इस पाक महीने में कुरान शरीफ पढ़ने का काफी महत्व माना जाता है। इसलिए मुस्लिम समुदाय के लोग रमजान माह में पाक किताब कुरान को पढ़ते हैं. बता दें कि रमजान के पवित्र महीने में मस्जिदों में रात में होने वाली ईशा की नमाज के तुरंत बाद तरावीह नमाज का आयोजन किया जाता है. जैसे कई मस्जिदों में 3 दिन में कुरान शरीफ पूरा किया जाता है तो कई मस्जिदों में कुरान पूरा करने के लिए 27 दिनों का समय लिया जाता है. कुरान पूरी होने के बाद खुशी में इस पाक ग्रंथ सुनाने वाले मस्जिद के पेश इमाम को खूब सारे तोहफे और धन दिया जाता है.
बाइट :- मौलाना इस्लाम खान।
संवाददाता कासिम खान नूंह मेवात।
Body:संवाददाता नूंह मेवात।
स्टोरी :- रमजान माह में रोज़ा इफ्तारी का है खास महत्व।
अल्लाह की इबादत का महीना माहे रमजान महीना चल रहा है इस महीने में अल्लाह के बंदे रोजे रखते हैं। माहे रमजान के महीने में रोजा रखने की शुरुआत सुबह सेहरी से की जाती है. सेहरी मतलब दिन निकलने से पहले रोजे रखने वाला इंसान अपनी इच्छा के अनुसार कुछ खा-पीकर दुआ पढ़ता है और उसका रोजा शुरु हो जाता है. वहीं इफ्तार शाम के समय की जाती है जिसका मतलब होता है व्रत खोलना है। रोजे रखने वाले लोग सुबह 4:00 बजे सेहरी कर लेते हैं। और पूरे दिन अल्लाह की इबादत में रोजा रखा जाता है । शाम को इफ्तार के समय मुस्लिम रोजेदार लोग एक साथ बैठकर खजूर और पानी से अपना रोजा खोलते हैं. ऐसा होता है कि रमजान के इस पाक महीने में सहरी और इफ्तार का समय हर रोज कुछ मिनट आगे पीछे होता. साथ ही रमजान के इस पाक महीने में मुस्लिम समुदाय के लोग सच्चे दिल से रोजा रखकर अल्लाह की इबादत करते हैं. पांच समय की नमाज अदा करते हैं. इसके साथ ही रमजान के इस पाक महीने में कुरान शरीफ पढ़ने का काफी महत्व माना जाता है। इसलिए मुस्लिम समुदाय के लोग रमजान माह में पाक किताब कुरान को पढ़ते हैं. बता दें कि रमजान के पवित्र महीने में मस्जिदों में रात में होने वाली ईशा की नमाज के तुरंत बाद तरावीह नमाज का आयोजन किया जाता है. जैसे कई मस्जिदों में 3 दिन में कुरान शरीफ पूरा किया जाता है तो कई मस्जिदों में कुरान पूरा करने के लिए 27 दिनों का समय लिया जाता है. कुरान पूरी होने के बाद खुशी में इस पाक ग्रंथ सुनाने वाले मस्जिद के पेश इमाम को खूब सारे तोहफे और धन दिया जाता है.
बाइट :- मौलाना इस्लाम खान।
संवाददाता कासिम खान नूंह मेवात।
Conclusion:संवाददाता नूंह मेवात।
स्टोरी :- रमजान माह में रोज़ा इफ्तारी का है खास महत्व।
अल्लाह की इबादत का महीना माहे रमजान महीना चल रहा है इस महीने में अल्लाह के बंदे रोजे रखते हैं। माहे रमजान के महीने में रोजा रखने की शुरुआत सुबह सेहरी से की जाती है. सेहरी मतलब दिन निकलने से पहले रोजे रखने वाला इंसान अपनी इच्छा के अनुसार कुछ खा-पीकर दुआ पढ़ता है और उसका रोजा शुरु हो जाता है. वहीं इफ्तार शाम के समय की जाती है जिसका मतलब होता है व्रत खोलना है। रोजे रखने वाले लोग सुबह 4:00 बजे सेहरी कर लेते हैं। और पूरे दिन अल्लाह की इबादत में रोजा रखा जाता है । शाम को इफ्तार के समय मुस्लिम रोजेदार लोग एक साथ बैठकर खजूर और पानी से अपना रोजा खोलते हैं. ऐसा होता है कि रमजान के इस पाक महीने में सहरी और इफ्तार का समय हर रोज कुछ मिनट आगे पीछे होता. साथ ही रमजान के इस पाक महीने में मुस्लिम समुदाय के लोग सच्चे दिल से रोजा रखकर अल्लाह की इबादत करते हैं. पांच समय की नमाज अदा करते हैं. इसके साथ ही रमजान के इस पाक महीने में कुरान शरीफ पढ़ने का काफी महत्व माना जाता है। इसलिए मुस्लिम समुदाय के लोग रमजान माह में पाक किताब कुरान को पढ़ते हैं. बता दें कि रमजान के पवित्र महीने में मस्जिदों में रात में होने वाली ईशा की नमाज के तुरंत बाद तरावीह नमाज का आयोजन किया जाता है. जैसे कई मस्जिदों में 3 दिन में कुरान शरीफ पूरा किया जाता है तो कई मस्जिदों में कुरान पूरा करने के लिए 27 दिनों का समय लिया जाता है. कुरान पूरी होने के बाद खुशी में इस पाक ग्रंथ सुनाने वाले मस्जिद के पेश इमाम को खूब सारे तोहफे और धन दिया जाता है.
बाइट :- मौलाना इस्लाम खान।
संवाददाता कासिम खान नूंह मेवात।
Last Updated : May 25, 2019, 9:41 AM IST
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