चंडीगढ़: आज चंडीगढ़ में हरियाणा के किसान संगठनों (Haryana Kisan Sangathan) की एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया है. प्रेस कॉन्फ्रेंस मंगलवार की दोपहर को प्रस्तावित की गई है. प्रेस वार्ता के दौरान किसान अपनी प्रमुख मांगों को मीडिया के सामने रखेंगे. कुछ मुद्दे ऐसे हैं जिसे किसान लगातार उठाते आए हैं.
आज उस पर फोकस करेंगे. किसानों के प्रमुख मुद्दों में लखीमपुर खीरी का मुद्दा शामिल है, जिसमें गवाह पर कातिलाना हमला किए जाने पर भी किसान सवाल उठा रहे हैं. वहीं जुमला मालकान, देह-शामलात का मुद्दा शामिल है. इस मुद्दे को लेकर किसानों का कहना है कि अन्य हकदारों को जमीन का हक दिलाने को लेकर 12 सितंबर को पंचकुला में उन्होंने CM आवास का घेराव किया था. इसके बाद हरियाणा सीएम ने इस मुद्दे पर विधान सभा सत्र में बिल पेश करने के लिये कहा था, किसानों का कहना है कि उसको अमल में लाया (farmers movement) जाये.
यही नहीं किसानों का यह भी कहना है कि हरियाणा भूमि अधिग्रहण संशोधन में बदलाव (Haryana Land Acquisition Amendment) किया जाये, जिसमें बड़े पैमाने पर किसानों की जमीनें सड़क मार्ग, रेलवे और IMT आदि के लिए जो जमीन ली जा रही है, उसको उचित मुआवजा दिलाया जाए.
हरियाणा राज्य में भारी बरसात के कारण खराब हुई सभी फसलों और फिजी वायरस से प्रभावित धान की फसल का मुआवजा दिलाने की मांग किसान कर रहे हैं. गन्ना किसानों की बकाया भुगतान राशि और रेट बढ़ाने की किसानों की मांग है. ट्यूवल कैनक्शन पर रोक हटाने के साथ ही वितरण किसानों को जल्दी से जल्दी किए जाने की मांग किसान की ओर से की जा रही है.
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