पंचकूला: हरियाणा में एक बार फिर से चुनावी माहौल आ गया है. ऐलनाबाद उपचुनाव (ellenabad by election) की तारीख घोषित कर दी गई है. ऐलनाबाद उपचुनाव 30 अक्टूबर को होंगे. जबकि वोटों की गिनती 2 नवंबर को की जाएगी. ऐलनाबाद सीट पर चुनाव की तारीख का एलान होते ही सभी पार्टियां भी रणनीति बनाने में जुट गई हैं. वहीं इसी बीच किसान नेता भी इस चुनावी में माहौल में कूद चुके हैं. ऐलनाबाद उपचुनाव को लेकर भारतीय किसान यूनियन (चढूनी ग्रुप) के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी (Gurnam charuni) ने बड़ा बयान दिया है.
उन्होंने इनेलो नेता अभय चौटाला को ये चुनाव ना लड़ने की सलाह दी है. चढूनी ने कहा कि अभय चौटाला ने जिस उद्देश्य से ऐलनाबाद सीट से इस्तीफा दिया था वह अभी पूरा नहीं हुआ है इसलिए अभय चौटाला उपचुनाव ना लड़ें. उन्होंने आगे कहा कि अभी किसानों की समस्या ज्यो की त्यों हैं इसलिए अभय चौटाला को इस उपचुनाव का बहिष्कार करना चाहिए. अब यदि इनेलो ऐलनाबाद से उपचुनाव में अपना उम्मीदवार उतारती है तो यह किसानों के साथ धोखा होगा.
ये भी पढ़ें- रविवार को होगी इनेलो की अहम बैठक, ऐलनाबाद उपचुनाव के लिए प्रत्याशी के नाम का हो सकता है एलान
चढूनी ने कहा कि अभय चौटाला ये बोलें कि किसान अपना उम्मीदवार इस उपचुनाव में खड़ा करें और इनेलो किसानों के उम्मीदवार का समर्थन करें. उन्होंने कहा कि ये मेरे व्यक्तिगत विचार हैं और इस उपचुनाव को लेकर अभी तक संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से कोई आदेश नहीं दिया गया है.
ऐलनाबाद विधानसभा सीट खाली क्यों हुई?- सिरसा जिले की ऐलनाबाद विधानसभा सीट (Ellenabad Assembly Seat) इनेलो के विधायक अभय सिंह चौटाला के इस्तीफे के कारण खाली हुई थी. अभय सिंह चौटाला ने तीन कृषि कानूनों के विरोध में ऐलनाबाद सीट से इस्तीफा दिया था. अभय सिंह चौटाला मौजूदा हरियाणा विधानसभा में इनेलो के एकमात्र विधायक थे. अभय चौटाला ने साल 2019 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के पवन बेनीवाल (Pawan Beniwal) को हराया था. अभय चौटाला को उस वक्त 57 हजार 55 वोट मिले थे.
ये भी पढ़ें- इनेलो की खुल चुकी है पोल, ऐलनाबाद की जनता इस बार देगी बीजेपी-जेजेपी का साथ- आदित्य चौटाला