चंडीगढ़: हरियाणा कांग्रेस के नये प्रभारी दीपक बाबरिया की मौजूदगी में हुई पहली ही बैठक में कांग्रेस की गुटबाजी एक बर फिर खुलकर सामने आ गई. बैठक के दौरान कुमारी सैलजा (Kumari Selja) और भूपेंद्र हुड्डा समर्थकों के बीच जमकर बहस और नारेबाजी हुई. बैठक के दौरान जब पूर्व हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा बोलने के लिए मंच पर आईं तो किसी कार्यकर्ता ने भूपेंद्र हुड्डा के नारे लगाने शुरू कर दिये. जिसके बाद कुमारी सैलजा के समर्थक भी नारे लगाने लगे. दोनो गुट के समर्थकों ने अपने नेताओं को भावी सीएम बताते हुए नारे लगाये.
कांग्रेस के दो दिग्गज नेताओं के समर्थकों के बीच इस नारेबाजी से बैठक में कुछ देर के लिए हंगामे की स्थिति हो गई. बताया जा रहा है कि इस दौरान भूपेंद्र सिंह हुड्डा (Bhupinder Hooda) और सैलजा समर्थकों के बीच तीखी बहस भी हो गई. बाद में किसी तरह इस हंगामे को शांत कराया गया. बैठक में अपना भाषण देकर कुमारी सैलजा बैठक से जल्दी निकल गईं हलांकि इसके पीछे उन्होंने अपनी फ्लाइट होने का हवाला दिया. उन्होंने कहा कि उनके कई और भी कार्यक्रम हैं इसलिए प्रभारी की अनुमति लेकर जा रही हैं.
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भूपेंद्र हुड्डा और कुमारी सैलजा के समर्थकों ने अपने-अपने नेताओं को हरियाणा का भावी मुख्यमंत्री बताया. इसको लेकर जब कुमारी सैलजा से बात की गई तो उन्होंने भी स्वीकार किया और हंसते हुए कहा कि यहां सारे नेता भावी मुख्यमंत्री हैं. प्रभारी के सामने ही नारेबाजी हो रही है तो गुटबाजी कैसे खत्म होगी. इस सवाल पर कुमारी सैलजा ने बेहद हल्के अंदाज में कहा कि जो है सब ठीक है. रैलियों के दौरान भूपेंद्र हुड्डा द्वारा किये जा रहे वादों पर उन्होंने कहा कि हमारे साथ इस पर कोई चर्चा नहीं की गई. ना ही हमें इसके बारे में मालूम है. ये आधिकारिक घोषणा पत्र नहीं है. समय आने पर मेनिफेस्टो कमेटी ये सब घोषणाएं तय करेगी. वहीं संगठन नहीं बनने पर उन्होंने कहा कि ये तो कमजोरी है कांग्रेस पार्टी की. क्या कारण है कि 2005 के बाद से हम नीचे आते गये.
हरियाणा कांग्रेस में गुटबाजी और फूट पुरानी है. इसके पहले भी कांग्रेस के अध्यक्ष रहे अशोक तंवर और भूपेंद्र हुड्डा के समर्थकों के बीच भिड़ंत हो चुकी है. अशोक तंवर और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा गुट के समर्थकों में लाठी तक चल चुकी है. इस मारपीट में प्रदेश अध्यक्ष रह चुके अशोक तंवर भी घायल हो गये थे. अशोक तंवर के अध्यक्ष रहने के दौरान दोनों नेता पार्टी के कार्यक्रम में कभी भी एक साथ नजर नहीं आये. हरियाणा का प्रभारी बनने के बाद दीपक बाबरिया 24 और 25 जून को हरियाणा कांग्रेस के नेताओं से मुलाकात करेंगे. इसी सिलसिले में चंडीगढ़ में ये बैठक बुलाई गई है.