चंडीगढ़: हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यन्त चौटाला के दिशा-निर्देश पर कोविड-19 के संक्रमण पर काबू पाने में मदद करने के लिए ईएसआई ने अपने मेडिकल एवं पैरा-मेडिकल स्टॉफ की सेवाएं स्वास्थ्य विभाग को देने का निर्णय लिया है. ये मेडिकल स्टॉफ पानीपत और हिसार में बन रहे 500 बेड के कोविड अस्पताल में कोरोना मरीजों के इलाज में सहायता करने के लिए आगामी आदेशों तक स्वास्थ्य विभाग में प्रतिनियुक्ति पर रहेगा.
श्रम रोजगार मंत्री अनूप धानक ने बताया कि करीब 300 मेडिकल और पैरा-मेडिकल कर्मचारियों का स्टॉफ आगामी आदेशों तक स्वास्थ्य विभाग में प्रतिनियुक्ति पर सेवाएं देता रहेगा. इस बारे में जानकारी देते हुए अनूप धानक ने बताया कि कोरोना महामारी पर नियंत्रण पाने के लिए राज्य सरकार के सभी विभाग आपस में तालमेल से काम कर रहे हैं.
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उन्होंने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में स्वास्थ्य विभाग में मेडिकल और पैरा-मेडिकल स्टॉफ की काफी आवश्यकता है, क्योंकि कोरोना मरीजों के ईलाज के लिए उनकी जिम्मेदारी बढ़ गई है. ऐसे में श्रम विभाग ने अपने ईएसआई अस्पतालों में कार्यरत चिकित्सा अधिकारियों, औषधिकारक, लैब टेक्नीशियन, एमपीएचडब्ल्यू(एफ), एमपीएचएस आदि स्टॉफ को स्वास्थ्य विभाग में प्रतिनियुक्ति पर भेजने का निर्णय लिया है.
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इनमें 136 चिकित्सा अधिकारी, 88 औषधिकारक, 26 एमपीएचएस(एफ), 17लैब टेक्नीशियन, 40 एमपीएचडब्ल्यू(एफ) शामिल हैं. गौरतलब है कि विभाग के अगले आदेशों तक ये स्टाफ स्वास्थ्य विभाग में प्रतिनियुक्ति पर सेवाएं देता रहेगा.