चंडीगढ़: हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए निर्वाचन आयोग ने पूरी तैयारी कर ली है. हर मतदाता मतदान केंद्र तक पहुंचे, उसके लिए भी तरह-तरह का जागरुकता अभियान भी चलाया गया है. इस बार चुनाव आयोग ने दिव्यांग मतदाताओं की कई समस्याओं को दूर करने के लिए कई कदम उठाए हैं.
ये है चुनाव आयोग की तैयारी
चुनाव के मद्देनजर नेत्रहीन दिव्यांग मतदाताओं की सुविधा के लिए एपिक कार्ड और फोटो वोटर स्लिप ब्रेल लिपी में छपवाई गई है. इसके अलावा, दिव्यांग मतदाताओं को अनेक प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं, जिसमें व्हीलचेयर की व्यवस्था, मतदान केंद्रों में रैम्प और परिवहन की सुविधा शामिल हैं.
हरियाणा में दिव्यांग मतदाता की संख्या
आपको बता दें कि प्रदेशभर में चलाए गए स्वीप कार्यक्रमों के परिणामस्वरूप दिव्यांग मतदाताओं की संख्या 1 लाख 38 हजार 196 है. उन्होंने बताया कि 4 अक्तूबर, 2019 के अनुसार राज्य में नेत्रहीन दिव्यांग मतदाता 11,660, बोलने और सुनने में असमर्थ दिव्यांग मतदाता 8428, चलने में असमर्थ दिव्यांग मतदाता 79537 और अन्य दिव्यांग मतदाता 38,571 हैं.
मतदाता केंद्र में रैम्प की भी होगी सुविधाएं
सभी दिव्यांग मतदाताओं को मतदान केंद्र तक लाने और वापस घर छोड़ने के लिए वाहन की सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी और जो मतदाता चलने में असमर्थ हैं, उन दिव्यांग मतदाताओं को व्हीलचेयर भी उपलब्ध करवाई जाएगी. प्रत्येक मतदान केंद्र पर रैम्प की व्यवस्था भी की जाएगी. इसके साथ ही, उनकी सहायता के लिए एनसीसी, एनएसएस और रेड क्रॉस वॉलंटियर्स की भी व्यवस्था की जाएगी.
दिव्यांग मतदाताओं को करना होगा सूचित
जो दिव्यांग मतदाता मतदान केंद्र तक जाने और घर वापस आने के लिए परिवहन की सुविधा और व्हीलचेयर की सुविधा चाहते हैं, उन्हें जिला प्रशासन को 4 से 5 दिन पहले सूचित करना होगा. इसके अलावा, चुनाव आयोग के मोबाइल एप के माध्यम से भी इन सुविधाओं के लिए मांग कर सकते हैं.
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