ETV Bharat / state

कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय को जारी किए गए 220 करोड़ रुपये, शिक्षा मंत्री ने दी जानकारी

author img

By

Published : Mar 15, 2021, 7:42 PM IST

Updated : Mar 15, 2021, 8:00 PM IST

शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने सोमवार को हरियाणा विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान एक प्रश्न के जवाब में बताया कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के लिए वित्त वर्ष 2021-22 में 220 करोड़ रुपये जारी किए गए हैं.

education minister kanwar pal news
education minister kanwar pal news

चंडीगढ़: कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के लिए वित्त वर्ष 2021-22 में 220 करोड़ रुपये जारी किए गए हैं जबकि 2020-21 में 18300 लाख रुपये की राशि जारी की गई. इसमें 14300 लाख आवर्ती मद में और 4000 लाख रुपये की राशि गैर आवर्ती मद में जारी की गई. ये जानकारी हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने सोमवार को हरियाणा विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान एक प्रश्न के जवाब में विधानसभा के पटल पर रखी.

उन्होंने बताया कि वर्ष 2015-16 में 7521 लाख रुपये, 2016-17 में 7800 लाख रुपये, 2017-18 में 8200 लाख रुपये, 2018-19 में 9500 लाख रुपये, 2019-20 में 16300 लाख रुपये और 2020-21 में 18300 लाख रुपये की राशि जारी की गई है. इन राशि में आवर्ती और गैर आवर्ती राशि शामिल हैं.

आवर्ती राशि कर्मचारियों के वेतन, पेंशन और अन्य स्थापना कार्यों पर खर्च की जाती है. गैर आवर्ती राशि निर्माण कार्य, फर्नीचर और अन्य विकास कार्यों पर खर्च की जाती है. शिक्षा मंत्री ने बताया कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय स्वायत्त निकाय होने के कारण अपने स्वयं के स्रोतों से भी आय अर्जित करता है.

ये भी पढ़ें- बजट सत्र का 6ठा दिन आज, सत्र से पहले बीजेपी विधायक दल की बैठक

विस्तृत विवरण प्रस्तुत करते हुए उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय ने 2015-16 में 13947.65 लाख रुपये, 2016-17 में 15325.03 लाख रुपये, 2017-18 में 16700.60 लाख रुपये, 2018-19 में 14988.42 लाख रुपये, 2019-20 में 15946.73 लाख रुपये और 2020-21 में 8705.17 लाख रुपये की आय अर्जित की है.

शिक्षा मंत्री ने बताया कि वेतन और पेंशन में देरी के कई कारण हैं. इनमें शैक्षणिक सत्र 2016-16 से सम्बद्ध महाविद्यालयों को नए विश्वविद्यालयों में स्थानांतरित होने के कारण राजस्व में घाटा और 2017 में शिक्षक और गैर शिक्षक कर्मचारियों के वेतन और पेंशन में बढ़ोतरी बड़े कारण हैं. इसके अलावा, कोविड-19 महामारी के कारण आंतरिक प्राप्तियों से होने वाली आय में कमी भी एक कारण है.

राज्य सरकार प्रदेश में हर 20 किलोमीटर के दायरे में कॉलेज खोलने के प्रति कृतसंकल्प है. साथ ही शिक्षा मंत्री ने एक प्रश्न के उत्तर में बताया कि चरखी दादरी जिले के बाढड़ा में एक गर्ल्स कॉलेज खोला गया है. चरखी दादरी जिला मुख्यालय पर एक कॉलेज खोलने का सरकार ने निर्णय लिया है. ये सत्र 2021-22 से प्रारम्भ हो जाएगा.

ये भी पढ़ें- LIVE: प्रश्नकाल के साथ सदन की कार्यवाही जारी, कई अहम बिल होंगे पेश

एक अन्य प्रश्न के उत्तर में उन्होंने बताया कि रेवाड़ी मुख्यालय से पाली में 13 किलोमीटर दूर एक कॉलेज है जिसमें 440 लड़कियां शिक्षा ग्रहण कर रही हैं. सरकारी सहायता प्राप्त प्राइवेट कॉलेज में भी लड़कियों को फीस से छूट है.

एक अन्य प्रश्न के उत्तर में उन्होंने बताया कि समालखा में पहले से सरकारी सहायता प्राप्त दो कॉलेज हैं. इनमें से एक कॉलेज लड़कियों के लिए हैं. उन्होंने बताया कि समालखा में गांधी आदर्श कॉलेज में 644 विद्यार्थी और वैश्य कॉलेज में 727 बेटियां पढ़ रही हैं. बापौली कॉलेज में 559 विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं.

ये भी पढ़ें- बड़ी खबर: निजी क्षेत्रों में 75% नौकरी आरक्षण के फैसले को चुनौती देने वाली याचिका HC में खारिज

चंडीगढ़: कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के लिए वित्त वर्ष 2021-22 में 220 करोड़ रुपये जारी किए गए हैं जबकि 2020-21 में 18300 लाख रुपये की राशि जारी की गई. इसमें 14300 लाख आवर्ती मद में और 4000 लाख रुपये की राशि गैर आवर्ती मद में जारी की गई. ये जानकारी हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने सोमवार को हरियाणा विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान एक प्रश्न के जवाब में विधानसभा के पटल पर रखी.

उन्होंने बताया कि वर्ष 2015-16 में 7521 लाख रुपये, 2016-17 में 7800 लाख रुपये, 2017-18 में 8200 लाख रुपये, 2018-19 में 9500 लाख रुपये, 2019-20 में 16300 लाख रुपये और 2020-21 में 18300 लाख रुपये की राशि जारी की गई है. इन राशि में आवर्ती और गैर आवर्ती राशि शामिल हैं.

आवर्ती राशि कर्मचारियों के वेतन, पेंशन और अन्य स्थापना कार्यों पर खर्च की जाती है. गैर आवर्ती राशि निर्माण कार्य, फर्नीचर और अन्य विकास कार्यों पर खर्च की जाती है. शिक्षा मंत्री ने बताया कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय स्वायत्त निकाय होने के कारण अपने स्वयं के स्रोतों से भी आय अर्जित करता है.

ये भी पढ़ें- बजट सत्र का 6ठा दिन आज, सत्र से पहले बीजेपी विधायक दल की बैठक

विस्तृत विवरण प्रस्तुत करते हुए उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय ने 2015-16 में 13947.65 लाख रुपये, 2016-17 में 15325.03 लाख रुपये, 2017-18 में 16700.60 लाख रुपये, 2018-19 में 14988.42 लाख रुपये, 2019-20 में 15946.73 लाख रुपये और 2020-21 में 8705.17 लाख रुपये की आय अर्जित की है.

शिक्षा मंत्री ने बताया कि वेतन और पेंशन में देरी के कई कारण हैं. इनमें शैक्षणिक सत्र 2016-16 से सम्बद्ध महाविद्यालयों को नए विश्वविद्यालयों में स्थानांतरित होने के कारण राजस्व में घाटा और 2017 में शिक्षक और गैर शिक्षक कर्मचारियों के वेतन और पेंशन में बढ़ोतरी बड़े कारण हैं. इसके अलावा, कोविड-19 महामारी के कारण आंतरिक प्राप्तियों से होने वाली आय में कमी भी एक कारण है.

राज्य सरकार प्रदेश में हर 20 किलोमीटर के दायरे में कॉलेज खोलने के प्रति कृतसंकल्प है. साथ ही शिक्षा मंत्री ने एक प्रश्न के उत्तर में बताया कि चरखी दादरी जिले के बाढड़ा में एक गर्ल्स कॉलेज खोला गया है. चरखी दादरी जिला मुख्यालय पर एक कॉलेज खोलने का सरकार ने निर्णय लिया है. ये सत्र 2021-22 से प्रारम्भ हो जाएगा.

ये भी पढ़ें- LIVE: प्रश्नकाल के साथ सदन की कार्यवाही जारी, कई अहम बिल होंगे पेश

एक अन्य प्रश्न के उत्तर में उन्होंने बताया कि रेवाड़ी मुख्यालय से पाली में 13 किलोमीटर दूर एक कॉलेज है जिसमें 440 लड़कियां शिक्षा ग्रहण कर रही हैं. सरकारी सहायता प्राप्त प्राइवेट कॉलेज में भी लड़कियों को फीस से छूट है.

एक अन्य प्रश्न के उत्तर में उन्होंने बताया कि समालखा में पहले से सरकारी सहायता प्राप्त दो कॉलेज हैं. इनमें से एक कॉलेज लड़कियों के लिए हैं. उन्होंने बताया कि समालखा में गांधी आदर्श कॉलेज में 644 विद्यार्थी और वैश्य कॉलेज में 727 बेटियां पढ़ रही हैं. बापौली कॉलेज में 559 विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं.

ये भी पढ़ें- बड़ी खबर: निजी क्षेत्रों में 75% नौकरी आरक्षण के फैसले को चुनौती देने वाली याचिका HC में खारिज

Last Updated : Mar 15, 2021, 8:00 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.