चंडीगढ़: हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने स्पष्ट किया है कि जिन किसानों को फसल खरीद के लिए एसएमएस भेजे गए थे और ऐसे किसान किन्हीं कारणों से मंडियों में नहीं पहुंच सके थे, उन्हें दोबारा एसएमएस भेजे जाएंगे.
डिप्टी सीएम ने कहा कि सप्ताह में खरीद का एक दिन ऐसे छूटे हुए किसानों के लिए ही रखने का निर्णय लिया गया है. उपमुख्यमंत्री आज मुख्यमंत्री मनोहर लाल और गृह मंत्री अनिल विज के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ की गई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में भाग लेने के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे.
'फसल खरीद पर कोई सीमा नहीं है'
एक प्रश्न के जवाब में दुष्यंत चौटाला ने कहा कि किसान सरसों व गेहूं कितनी ही मात्रा में बिक्री के लिए ला सकते हैं, इस पर किसी भी प्रकार की कोई सीमा नहीं है. उन्होंने कहा कि कल ही पानीपत मंडी में एक किसान 1609 क्विंटल गेहूं लेकर आया था और उसकी पूरी गेहूं खरीदी गई है.
उन्होंने कहा कि पहले दिन खरीदी गई सरसों का भुगतान भी किसानों के बैंक खातों में जमा कर दिया गया है. दुष्यंत चौटाला ने कहा कि गेहूं के लिए 22,000 करोड़ रुपये और आढ़ती की अढ़ाई प्रतिशत आढ़त के लिए लगभग 275 करोड़ रुपये सरकार ने रिजर्व रखे हुए हैं.
'किसानों को प्रोत्साहन राशि दी जा सकती है'
कोरोना वायरस के चलते खरीद प्रक्रिया देरी से आरम्भ होने के सम्बन्ध में पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में उपमुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा तो केन्द्र सरकार को इस बारे पहले ही लिख चुका था और विलम्ब के लिए किसानों को कुछ अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि देने की मांग की गई थी. इसी तरह का एक पत्र पंजाब सरकार ने भी केन्द्र सरकार को लिखा है.