चंडीगढ़: सोमवार को बजट सत्र के बाद पत्रकारों से बात करते हुए हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि सदन की कार्यवाही अच्छी चल रही है. सोमवार को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस होने के मौके पर महिला विधायकों को सदन चलाने का अवसर दिया गया.
वहीं किसान आंदोलन को लेकर उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन की वजह से खेती और किसानों को नुकसान झेलना पड़ रहा है. इसके अलावा इंडस्ट्री को भी काफी नुकसान हो रहा है. हम केंद्र सरकार से ये मांग करेंगे कि जिन इकाइयों का किसान आंदोलन की वजह से नुकसान हुआ है उन्हें अगले वित्त वर्ष में राहत प्रदान की जाए.
इसके अलावा उन्होंने कहा कि वे किसानों से भी अपील करते हैं कि किसान सरकार से बातचीत के लिए आगे आएं और आंदोलन खत्म करने के लिए समाधान निकालें. सरकार किसानों के साथ हर तरह का सहयोग करने के लिए तैयार है.
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि हमने विधायकों को अपने-अपने हल्के में विकास कार्य करवाने के लिए काफी फंड दिया है. हरियाणा सरकार ने हर विधानसभा के लिए 5 करोड़ जबकि आदर्श ग्राम योजना के तहत 1 करोड रुपए दिये हैं.
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दुष्यंत चौटाला ने कहा कि हमने ग्राम पंचायतों में पंचायत फंड के इस्तेमाल पर लगी रोक को हटा दिया है. अब 5 लाख से ज्यादा की परियोजनाओं के लिए ई-टेंडरिंग की जाएगी जबकि 5 लाख से कम के काम के लिए ग्राम पंचायत अपने स्तर पर कर सकेंगी.
उन्होंने यमुना के पानी के बारे में बात करते हुए दिल्ली सरकार पर भी हमला बोला और कहा कि दिल्ली जल बोर्ड के लोग टीवी पर हरियाणा से कम पानी मिलने का रोना रोते रहते हैं. उन्हें कभी यमुना बैराज का दौरा करना चाहिए तब उन्हें स्थिति का सही अंदेशा लग पाएगा.
उन्होंने कहा कि सिर्फ दिल्ली में ही पानी की दिक्कत नहीं है बल्कि पानी की समस्या पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब और राजस्थान में भी आने वाली है. टीवी पर रोना रोने से दिल्ली की प्यास नहीं बुझेगी इसके लिए हम सबको मिलकर विचार करना पड़ेगा. दिल्ली सरकार को भी यमुना नदी पर बनने वाले लखवार किसान और रेणुका डैम पर अपनी हिस्सेदारी डालनी चाहिए.
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