चंडीगढ़: हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा है कि राज्य सरकार ने कोरोना संक्रमण से प्रभावित क्षेत्रों को छोड़कर बाकी सभी जगहों पर हालात सामान्य करने की दिशा में बेहतर कदम उठाए हैं. उन्होंने कहा कि अब राज्य सरकार केंद्र सरकार द्वारा घोषित अनलॉक-1 के अनुरूप प्रदेश में कोरोना महामारी को नियंत्रित करते हुए हालात सामान्य करने का कार्य करेगी.
'सरकार चार जिलों के लिए बनाएगी मजबूत रणनीति'
साथ ही दुष्यंत चौटाला ने बताया कि बड़ी संख्या में प्रदेश से लौटे प्रवासी श्रमिक भी अब वापस राज्य में काम पर आना चाहते हैं. वहीं उन्होंने दिल्ली से लगते सोनीपत, झज्जर, गुरुग्राम और फरीदाबाद में बढ़ रहे कोरोना के मामलों पर चिंता जाहिर करते हुए प्रदेश सरकार द्वारा मजबूत रणनीति बनाने की बात कही है.
डिप्टी सीएम ने कहा कि पिछले दिनों में कोरोना के मामले प्रदेश समेत देशभर में बढ़ रहे हैं जो कि हम सबके लिए चिंता व चुनौती का विषय है. उन्होंने कहा कि हरियाणा में रिकवरी रेट भी घटा है, जो एक समय में 80 प्रतिशत से ज्यादा था वो अब काफी नीचे आ गया है. उन्होंने कहा कि कोरोना के बढ़ रहे मामलों को लेकर प्रदेश सरकार पूरी तरह से गंभीर है और एमएचए (गृह मंत्रालय) की गाइडलाइंस को देखते हुए आगामी रणनीति तैयार करेगी.
'कोरोना की रोकथाम के लिए किया दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर सील'
उपमुख्यमंत्री ने दिल्ली से लगते गुरुग्राम, सोनीपत, फरीदाबाद, झज्जर में कोरोना संक्रमण के बढ़ रहे मामलों पर भी चिंता जाहिर की. उन्होंने कहा कि इन चार जिलों को प्रदेश के अन्य सभी जिलों से अलग देखते हुए यहां कोरोना कंट्रोल करने के लिए निरंतर मजबूत कदम उठाने होंगे. उन्होंने कहा कि इसी को देखते हुए प्रदेश सरकार ने हरियाणा-दिल्ली बॉर्डर को सील करने का निर्णय लिया और वहां ई-पास के माध्यम से लोगों को दिल्ली से आने-जाने की सुविधा दी.
'श्रमिकों को वापस लाने की नीति पर काम कर रही सरकार'
दुष्यंत चौटाला ने बताया कि श्रमिकों को लेकर उद्योगों से जुड़े लोगों की मांग आई है कि कंस्ट्रक्शन से जुड़े श्रमिक वापस अपने काम पर लौटना चाहते हैं, जो कोरोना महामारी के चलते बड़ी संख्या में प्रदेश से गए थे. उन्होंने कहा कि सरकार उन्हें वापस काम पर लाकर उद्योगों को सुचारू करने के लिए परिवहन सुविधा बहाल करने के लिए चर्चा करेगी.