चंडीगढ़ : आवारा कुत्ते लोगों के लिए सिरदर्द बनते जा रहे हैं. ऐसा ही कुछ हो रहा है चंडीगढ़ में जहां स्ट्रीट डॉग्स के चलते लोग काफी ज्यादा परेशान हैं. आए दिन लोगों को आवारा कुत्ते निशाना बना रहे हैं.
कुत्तों ने 10 लोगों को निशाना बनाया : चंडीगढ़ के सेक्टर 35 में पिछले तीन दिनों में लावारिस कुत्तों ने 10 लोगों को निशाना बनाया है. इसके बावजूद भी नगर निगम ने डॉग्स पर किसी भी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की. कुत्तों को पकड़ने के लिए टीम जरूर बनाई गई है लेकिन लोगों का आरोप है कि वो बस सेक्टर का चक्कर काटकर चली जाती है. गुरूवार की रात भी दो लोगों को आवारा कुत्तों ने अपना निशाना बनाया.
लेक्चरर पर अटैक : चार दिन पहले शहर की इंदिरा जो कि पेशे से लेक्चरर हैं, उन्हें रास्ते पर जाते वक्त कुत्ते ने पकड़ लिया. लोगों ने उन्हें छुड़ाने की कोशिश की, लेकिन कुत्ता उन्हें छोड़ने को तैयार ही नहीं था. बड़ी मुश्किल से उसने इंदिरा को छोड़ा. इंदिरा के मुताबिक कुत्ते के दांत उनके पैर में एक से डेढ़ इंच तक अंदर घुस गए थे. इस दौरान काफी ज्यादा खून भी बह गया. वहीं अगले दिन महिला के भाई जब उनसे मिलने के लिए पहुंचे तो उन पर भी कुत्ते ने हमला कर दिया. इसके साथ ही 35 डी के ही रहने वाले एक जिला अटॉर्नी एडवोकेट गुरदीप माहल को भी सैर करते वक्त कुत्ते ने पीछे से हमला कर दिया. कुत्ते ने पीछे से उनके पैर को पकड़ लिया, ऐसे में जब गुरदीप माहल ने कुत्ते को गर्दन से पकड़ा तब जाकर कुत्ते ने उनके पैर को छोड़ा.
नगर निगम पर सवाल : सेक्टर 35 के लोगों ने बताया कि पिछले लंबे समय से यहां 15 से 17 कुत्तों का आतंक फैला हुआ है जिसके चलते आम आदमी को सड़क पर निकलना मुश्किल हो गया है. यहां तक कि बच्चे बुजुर्ग भी पूरी तरह से सहमे हुए हैं. वहीं इस समय सभी अपने हाथ में बड़े-बड़े डंडे लेकर घर से बाहर निकलते हैं. ताकि कुत्तों से बचा जा सके. यहां तक कि इस इलाके में अपना सामान बेचने आने वाले रेहड़ी वालों को भी कुत्ते बुरी तरह दौड़ाते हैं. नगर निगम दावा करता है कि उसके पास कुत्तों को पकड़ने के पूरे उपकरण है. लेकिन इसके बावजूद डॉग्स कैसे लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं, ये एक बड़ा सवाल है.