चंडीगढ़: गुरुवार को हरियाणा से हैरान कर देने वाली रिपोर्ट सामने आई. हरियाणा पुलिस अधिकारियों ने बताया कि साल 2019 के बाद से हरियाणा में साइबर अपराध की घटनाएं 5 हजार प्रतिशत तक बढ़ी हैं. ताजा जारी आंकड़ों के मुताबिक साल 2019 में हरियाणा में साइबर अपराध की 1,362 शिकायतें दर्ज की गई थीं, जो साल 2022 के अंत तक 4,803.40 प्रतिशत तक बढ़ गई थीं. अधिकारियों ने कहा कि साल 2023 के पहले तीन महीनों में साइबर अपराध की 25,659 शिकायतें दर्ज की गई हैं.
साइबर अपराध हेल्पलाइन नंबर 1930 पर मिलने वाली शिकायतों की बढ़ती संख्या से निपटने के लिए, हरियाणा पुलिस ने कॉल लाइन छह से बढ़ाकर दस और लाइन पर काम करने वालों की संख्या 18 से बढ़ाकर 40 कर दी है. हरियाणा के अतिरिक्त डीजीपी (अपराध) ओपी सिंह ने कहा कि साइबर अपराध के शिकार लोगों की चौबीसों घंटे पुलिस देखभाल कर रही है. उन्होंने कहा कि हरियाणा पुलिस ने पिछले तीन सालों में साइबर धोखाधड़ी से 56.9 करोड़ रुपये बरामद किए हैं. जिनमें से 1 हजार 377 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.
साइबर क्राइम से बचने के लिए इन बातों का रखें ध्यान: पुलिस अधिकारियों के मुताबिक इनमें से 1 हजार 239 आरोपी हरियाणा से बाहर के हैं. ओपी सिंह ने कहा कि किसी भी प्रकार की हैकिंग को रोकने के लिए लोगों को अपने ऑपरेटिंग सिस्टम, वेब ब्राउजर और अन्य सभी सॉफ्टवेयर को नियमित रूप से नवीनतम संस्करणों में अपडेट रखना चाहिए. उन्होंने कहा कि लोगों को मजबूत पासवर्ड का उपयोग करना चाहिए. सामान्य पासवर्ड का उपयोग करने से बचें. लंबे और जटिल पासवर्ड का उपयोग करें. जिसमें अपरकेस और लोअरकेस अक्षरों, संख्याओं और विशेष वर्णों का मिश्रण शामिल हो.
अंजान लिंक पर ना करें क्लिक: हरियाणा के अतिरिक्त डीजीपी (अपराध) ओपी सिंह ने कहा कि अज्ञात या संदेहास्पद ईमेल के लिंक पर क्लिक ना करें. अज्ञात अटैचमेंट डाउनलोड ना करें. उन्होंने कहा कि लोगों को two-factor authentication करना चाहिए, क्योंकि इससे ऑनलाइन खातों को अतिरिक्त सुरक्षा मिलती है. उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर आपके द्वारा साझा की जाने वाली जानकारी से सावधान रहें और सार्वजनिक रूप से दिखाई देने वाली व्यक्तिगत जानकारी की मात्रा को सीमित करने के लिए अपनी गोपनीयता सेटिंग्स समायोजित करें.
हरियाणा के अतिरिक्त डीजीपी (अपराध) ओपी सिंह ने हरियाणा के लोगों से अपील करते हुए कहा कि अज्ञात व्यक्तियों के मित्र के संदेशों से सावधान रहें और संवेदनशील जानकारी को ऑनलाइन साझा करने से बचें. हमेशा प्रतिष्ठित वेबसाइटों से ऑनलाइन खरीदारी करें. उन्होंने साइबर हमले के पीड़ितों से तुरंत 1930 पर कॉल करने या http://cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज कराने का आग्रह किया. (भाषा पीटीआई)