चंडीगढ़ः लॉकडाउन के दौरान देश में कई तरह के बदलाव देखने को मिल रहे हैं. ऐसे ही बदलाव चंडीगढ़ में भी देखने को मिला. लॉकडाउन के दौरान चंडीगढ़ में क्राइम रेट में भी काफी कमी आई है. इसी को लेकर चंडीगढ़ के डीएसपी क्राइम ने ईटीवी भारत से बातचीत की. डीएसपी चरणजीत सिंह विर्क ने बताया कि लॉकडाउन के बाद चंडीगढ़ के क्राइम रेट में काफी कमी आई है. साथ ही आमतौर पर आने वाली आपातकालीन फोन कॉल्स में भी काफी कमी दर्ज की जा रही है.
डीएसपी ने बताया कि अब करोना और लॉकडाउन से जुड़ी कॉल्स आ रही हैं. पिछले 1 महीने में कोरोना और लॉकडाउन से जुड़ी करीब 10,000 कॉल्स पुलिस कंट्रोल रूम में आ चुकी हैं. जो अलग-अलग मुद्दों पर होती हैं. इनमें से ज्यादातर तो उन लोगों के लिए होती है जो लॉकडाउन का उल्लंघन कर रहे होते हैं. इसके अलावा कुछ कॉल्स ऐसी होती हैं. जिसमें किसी को कोई जरूरी सामान मंगाना हो, अस्पताल जाना हो या बैंक एटीएम जाना हो.
लॉकडाउन के दौरान चंडीगढ़ में सड़क दुर्घटनाओं में भी काफी कमी आई है. 1 महीने में चंडीगढ़ पुलिस के पास सड़क दुर्घटनाओं से जुड़ी करीब 162 कॉल्स आई हैं. जबकि आम दिनों में इतनी फोन कॉल्स 2 दिनों में ही आ जाती थी. यानी फोन कॉल्स में करीब 85 फीसदी की गिरावट आई है. वहीं आम दिनों में चंडीगढ़ में स्नैचिंग, चोरी, लूटपाट आदि घटनाएं होती रहती थी. लेकिन लॉकडाउन के बाद इन घटनाओं में 70% से ज्यादा की कमी दर्ज की गई है.
इस दौरान चंडीगढ़ पुलिस ने अवैध तौर पर शराब बेचने वालों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की है. अवैध शराब के मामले को लेकर पुलिस की ओर से अभी तक 40 लोगों के खिलाफ 38 मामले दर्ज किए चुके हैं. इसके अलावा शराब की करीब 325 पेटी अभी बरामद की जा चुकी हैं.
हालांकि इस दौरान घरेलू हिंसा के मामले सामने आ रहे हैं. लेकिन अगर आम दिनों की बात की जाए तो उसमें भी कमी दर्ज की जा रही है. फिर भी जो मामले सामने आ रहे हैं, उन पर कार्रवाई की जा रही है. महिलाओं की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जा रहा है साथ ही लोगों की काउंसलिंग भी करवाई जा रही है. ताकि इस तरह के मामले सामने ना आए.
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